Baba Balaknath Biography: बाबा बालक नाथ की जीवनी, जानिए कौन है बाबा बालक नाथ

Baba Balaknath Biography: राजस्थान के अलवर से सांसद बाबा बालकनाथ मस्तनाथ मठ के महंत हैं। इसी कारण उनकी ड्रैसिंग स्टाइल यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की तरह दिखती है।

Update: 2023-12-06 06:30 GMT

Baba Balaknath Biography: महंत बाबा बालक नाथ ने राजस्थान की तिजारा सीट से विधानसभा चुनाव में जीत हासिल कर सियासत में नया अध्याय जोड़ दिया है। राजनीति में उतरने वाले वह बाबा मस्तनाथ मठ के तीसरे महंत हैं। अब सियासत के अंदर उनको राजस्थान के मुख्यमंत्री की दौड़ में आगे माना जा रहा है।

तिजारा विधानसभा सीट (Rajasthan Tijara) से BJP उम्मीदवार बाबा बालकनाथ (Baba Balaknath) को 6,173 वोटों से जीत मिली है. कुल 20 राउंड्स की गिनती के बाद इनको 1,10,209 वोट मिले हैं. जबकि कांग्रेस के इमरान खान को 1,04,036 वोटों के साथ हार का सामना करना पड़ा.

इससे पहले, वो लगभग 15 हजार वोटों से आगे चल रहे थे. बाबा बालकनाथ भाजपा सांसद हैं और CM रेस से चर्चा में आए थे. कांग्रेस ने उनके सामने 36 साल के पूर्व BSP नेता इमरान खान को उतारा था. बाबा बालकनाथ को राजस्थान का योगी कहा जाता है. इलेक्शन कमीशन के डेटा के मुताबिक, 5वें राउंड की गिनती के बाद महंत बालकनाथ 33288 वोटों के साथ आगे चल रहे थे. जबकि इमरान खान 18567 वोटों पर थे.

2019 के लोकसभा चुनाव में बालकनाथ ने अलवर से कांग्रेस के भंवर जितेंद्र सिंह को हराया था. इनको BJP का फायर ब्रांड नेता माना जाता है. उनके चुनाव प्रचार में खुद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी भी पहुंचे थे. योगी उनका नामांकन फॉर्म भरवाने पहुंचे थे. योगी ने बालकनाथ के लिए चुनावी सभा को भी संबोधित किया था. चुनाव अभियान के दौरान उन्हें 'फ्यूचर सीएम' भी बताया गया.बाबा मस्तनाथ मठ का राजनीति से पुराना नाता रहा है। मठ के महंत श्रयोनाथ ने तीन बार किलोई हलका से विधानसभा चुनाव लड़ा। 2009 से पहले गढ़ी-सांपला किलोई हलके का नाम किलोई रहा, जबकि हसनगढ़ अलग हलका बना हुआ था। परिसीमन के बाद हसनगढ़ को खत्म करके किलोई हलका में विलय कर दिया गया। साथ ही हलका का नया नाम गढ़ी-सांपला-किलोई रख दिया गया। क्योंकि गढ़ी सांपला दीनबंधु सर छोटूराम का पैतृक गांव रहा है।

Baba Balaknath Biography: बाबा बालक नाथ की जीवनीनाम महंत बालकनाथ

  • बचपन का नाम गुरमुख
  • जन्म  16 अप्रैल 1984
  • पेशा राजनेता और आध्यात्मिक गुरु
  • माता उर्मिला देवी
  • पिता सुभाष यादव
  • राजनीतिक दल भारतीय जनता पार्टी

प्रारंभिक जीवन

महंत बालक नाथ राजस्थान के कोहराना जिले के रहने वाले हैं। इनका जन्म 16 अप्रैल 1984 को हुआ था। इनके पिता का नाम सुभाष यादव और माता का नाम उर्मिला देवी है। इनका नाम बाबा खेतानाथ ने गुरमुख रखा था। महंत बालक नाथ 6 वर्ष की आयु तक मत्स्येंद्र महाराज के आश्रम में रहे थे, उसके बाद इन्हें महंत चांदनाथ के साथ हनुमानगढ़ जिले के नाथावली थेरी गांव में एक मठ में भेज दिया गया। यहां पर यह काफी लंबे समय तक रहे।

29 जुलाई 2016 को महंत चांदनाथ ने एक समारोह आयोजित किया था, जिसमें योगी आदित्यनाथ और बाबा रामदेव ने भी भाग लिया था। इसी समारोह में इन्होंने महंत बालक नाथ को अपना उत्तराधिकारी घोषित किया। महंत बालक नाथ रोहतक में बाबा मस्तनाथ विश्वविद्यालय के कुलाधिपति भी है।

राजस्थान के योगी से पहचान

बाबा बालक नाथ को राजस्थान का योगी भी कहते हैं। राजस्थान विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने तिजारा से चुनावी टिकट दिया है। वैसे बाबा बालक नाथ अलवर से बीजेपी सांसद है। लेकिन इस चुनाव में भाजपा ने कई सांसदों को टिकट दिया है, उनमें से एक नाम बाबा बालकनाथ का है। इनका नाम दूसरे सासंद की तुलना में सबसे ज्यादा चर्चा में रहता है। इनकी ड्रेसिंग स्टाइल उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से काफी मिलती-जुलती है। यही कारण है कि इन्हें राजस्थान का योगी के नाम से बुलाया जाता है।

बाबा बालक नाथ भाजपा के फायर ब्रांड नेताओं में से एक है। अपनी फायर ब्रांड वाली छवि के चलते ये आम लोगों में काफी फेमस है। अपने हिंदुत्व एजेंडे पर आक्रामक रूख के कारण सुर्खियों में अक्सर बने रहते हैं। ये अक्सर भगवा कपड़ों में ही नजर आते हैं।

महंत बालकनाथ अक्सर किसी न किसी विवादों को लेकर चर्चा में रहते हैं। ये उस वक्त सबसे ज्यादा चर्चा में आए थे जब भाजपा कार्यकर्ता को हिरासत में लेने के कारण यह नाराज हो गए थे और राजस्थान पुलिस के डीएसपी को थाने में घुसकर धमकाने लगे थे। उस वक्त इन्होंने उस डीएसपी को कहा था कि मेरा नाम याद रखना। मेरी सूची में तीन लोग हैं एक तो यहां के विधायक, पुराने थानेदार और अब आप भी इस लिस्ट में शामिल हो चुके हैं‌।

बाबा बालकनाथ का राजनीतिक करियर

  • महंत बालक नाथ का राजनीतिक करियर साल 2019 के लोकसभा चुनाव से शुरू हुआ जब इन्हें राजस्थान के अलवर से टिकट मिला। इन्होंने इस चुनाव में कांग्रेस के दिग्गज नेता भंवर जितेंद्र सिंह को हराया। इसके बाद वे पहली बार सांसद बने।
  • कांग्रेस के दिग्गज नेता को करारी हार देने के बाद महंत बालक नाथ “बाबा” के नाम से राजनीति के गलियारों में प्रसिद्ध हो गए। इस दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी उनके प्रचार के लिए अलवर का दौरा किया था।
  • पिछले साल जब आदित्यनाथ की मुख्यमंत्री के रूप में वापसी हुई तो महंत बालक नाथ ने संवाददाताओं से कहा कि हमारे बड़े भाई की जीत है। उनका और हमारा संप्रदाय और पंथ एक ही है।
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