Vladimir Putin To Visit India: रूस के राष्ट्रपति पुतिन भारत का दौरा करेंगे, जल्द होगी तारीखों की घोषणा
Vladimir Putin To Visit India: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन अगले साल भारत की यात्रा कर सकते हैं। उनकी विदेश यात्रा की योजना बनाने की तैयारी चल रही है। सूत्रों ने बताया कि दोनों पक्ष इस यात्रा की संभावनाएं तलाश रहे हैं, लेकिन अभी इसे अंतिम रूप नहीं दिया गया है।
Vladimir Putin To Visit India: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन अगले साल भारत की यात्रा कर सकते हैं। उनकी विदेश यात्रा की योजना बनाने की तैयारी चल रही है। सूत्रों ने बताया कि दोनों पक्ष इस यात्रा की संभावनाएं तलाश रहे हैं, लेकिन अभी इसे अंतिम रूप नहीं दिया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस साल जुलाई में मॉस्को में जब पुतिन से मिले थे तो उन्हें भारत यात्रा के लिए आमंत्रित किया था। न्यूज 18 के मुताबिक क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने इस घटनाक्रम की पुष्टि करते हुए कहा कि पुतिन की भारत यात्रा की तारीखों की घोषणा जल्द ही की जाएगी।
2022 में रूस-यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद से पुतिन की यह पहली भारत यात्रा होगी। पिछली बार रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने 6 दिसंबर, 2021 को नई दिल्ली में भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ 21वें भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन के लिए भारत का दौरा किया था। अभी तक, नई दिल्ली ने पुतिन की भारत यात्रा पर मीडिया रिपोर्टों पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
पुतिन की बहुप्रतीक्षित भारत यात्रा प्रधानमंत्री मोदी द्वारा 22-23 अक्टूबर को रूस की यात्रा के कुछ महीनों बाद होगी, जहां वे रूस की अध्यक्षता में कजान में आयोजित 16वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने गए थे। इस साल जुलाई में प्रधानमंत्री मोदी ने मास्को का भी दौरा किया था, जो 2024 में देश की उनकी पहली यात्रा थी। यह यात्रा 22वें भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन के मद्देनजर हुई थी।
रूसी मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, यूक्रेन में कथित युद्ध अपराधों के लिए पुतिन को अंतर्राष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय (ICC) द्वारा गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया है। रोम संविधि के तहत न्यायालय की संस्थापक संधि ICC के सदस्य उन संदिग्धों को हिरासत में लेने के लिए बाध्य हैं जिनके लिए गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया है, यदि वे उनसे मिलने जाते हैं। हालांकि, भारत ने रोम संविधि पर हस्ताक्षर या अनुसमर्थन नहीं किया है।
19 नवंबर को रूस द्वारा यूक्रेन पर हमला किए जाने के 1,000 दिन पूरे हो गए हैं। इस ऐतिहासिक दिन पर यूक्रेन ने अपना रुख बनाए रखा और जवाबी कार्रवाई करने का संकल्प लिया। जबकि रूस ने चल रहे संघर्ष में जीत हासिल करने की कसम खाई।