Tonk SDM Thappad Kand: टोंक में हुई थप्पड़कांड एक रहस्य, बाहर से बुलाए गए लोग... गृह राज्य मंत्री बोले- मामले की होगी जांच

Tonk SDM Thappad Kand: SDM अमित कुमार चौधरी को थप्पड़ मारने की घटना से राजस्थान में सियासत शुरू हो गयी है. इसे लेकर राजस्थान के गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढम का भी बयान सामने आया है.

Update: 2024-11-16 07:30 GMT

Tonk SDM Thappad Kand: राजस्थान के टोंक में देवली उनियारा विधानसभा सीट पर उपचुनाव की वोटिंग के दौरान निर्दलीय प्रत्य़ाशी नरेश मीणा द्वारा SDM अमित कुमार चौधरी को थप्पड़ मारने की घटना से राजस्थान में सियासत शुरू हो गयी है. इसे लेकर राजस्थान के गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढम का भी बयान सामने आया है.

गृह राज्य मंत्री कहा मामले की होगी जांच

राजस्थान के गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढम ने कहा, "इस पूरी घटना को लेकर ग्रामीणों का एक प्रतिनिधिमंडल कल मुझसे मिला था. उन्होंने भी साफ कहा कि इसमें ग्रामीणों की कोई संलिप्तता नहीं है. साथ ही यह भी स्पष्ट हुआ कि हिरासत में लिए गए 40-45 लोग बाहरी हैं. पुलिस पूरी जांच कर रही है. इसमें जो भी शामिल होगा उसे गिरफ्तार किया जाएगा. यह भी सुनिश्चित किया गया है कि निर्दोष लोगों को कोई परेशानी न हो. यह रहस्य और जांच का विषय है कि इन बाहरी लोगों को किसने बुलाया और यह हिंसा क्यों की गई." 

थप्पड़कांड में कलेक्टर सौम्या झा ने किया खुलासा

बता दें, थप्पड़कांड को लेकर टोंक जिले की कलेक्टर सौम्या झा ने शुक्रवार को बड़ा खुलासा किया था. कलेक्टर सौम्या झा ने बताया था कि समरावता की घटना के बाद जिन 60 लोगों को डिटेन पकड़ा गया है. उनमे 50 से ज्यादा लोग बाहर के हैं. इस पता चलता है. बाहर के लोगों ने पूरी घटना को अंजाम दिया है. यह घटना पूरी प्लानिंग के साथ की गयी है. नरेश मीणा के साथ जो समर्थक बैठे थे सभी बाहर के थे.

मतदान के दिन जब ग्रामीण अपनी मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे. वो वाजिब थी. यह मामला प्रशासन और जनता के बीच की थी. लेकिन प्रत्य़ाशी नरेश मीणा वहां फर्जी वोटिंग का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन करने लगे. कलेक्टर आईएएस सौम्या झा ने बताया कि समरावता गांव में चल रहे विरोध-प्रदर्शन के बीच नरेश मीणा से बात करने की कोशिश की. उन्हें 6 कॉल भी किए, लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया. जिसके बाद एसडीएम और अतिरिक्त जिला कलक्टर रामरतन सौंकरिया को मौके पर भेजा गया था. और इसी बीच नरेश मीणा ने एसडीएम को थप्पड़ मार दिया.

क्या है मामला

दरअसल, मामला समरावता मतदान केंद्र का है. देवली-उनियारा विधानसभा सीट के मतदान के दिन ग्रामीण वोट डालने से इनकार कर रहे थे. समरावता को उनियारा की जगह देवली तहसील से जोड़े जाने को लेकर ग्रामीण नारजगी जता रहे थे. मांग न पूरी होने नाराज ग्रामीणों ने वोट डालने से मना कर दिया था. उपखंड अधिकारी द्वारा गांव के तीन सरकारी कर्मचारियों से जबरन मतदान कराया गया.

इसकी सूचना मिलते ही उम्मीदवार नरेश मीणा भी वहां पहुंच गए. जबरन वोटिंग का आरोप लगाते हुए नरेश मीणा मतदान केंद्र पर अपने समर्थकों के साथ धरने पर बैठे गए. उसके बाद उनके समर्थकों ने जमकर बवाल किया. जिसे रोकने के लिए एसडीएम अमित चौधरी पहुंचे थे. इसी बीच नरेश मीणा और एसडीएम अमित चौधरी के बीच कहा सुनी हो गयी. धीरे धीरे विवाद इतना बढ़ गया कि नरेश मीणा ने एसडीएम् को थप्पड़ मार दिया. 

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