Stock Market Crash News: शेयर बाजार में मचा हाहाकार, 8 लाख करोड़ डूबे, सेंसेक्स 984 और निफ्टी 324 अंकों की गिरावट के साथ बंद

Stock Market Crash News: भारतीय शेयर बाजार में आज एक बार फिर बड़ी गिरावट देखी गई, जो पिछले डेढ़ महीने से जारी है। बुधवार को बीएसई सेंसेक्स में 984.23 अंकों की गिरावट रही और यह 77,690.95 पर बंद हुआ।

Update: 2024-11-13 11:48 GMT

Stock Market Crash News: भारतीय शेयर बाजार में आज एक बार फिर बड़ी गिरावट देखी गई, यह गिरावट पिछले डेढ़ महीने से जारी है। बुधवार को बीएसई सेंसेक्स में 984.23 अंकों की गिरावट रही और यह 77,690.95 पर बंद हुआ। वहीं, एनएसई निफ्टी 50 में भी 324.40 अंकों की गिरावट हुई और यह 23,559.05 पर बंद हुआ। मंगलवार को भी सेंसेक्स और निफ्टी में भारी गिरावट देखी गई थी, जिससे निवेशकों को बड़ा नुकसान हुआ।

बाजार के तीसरे दिन सेंसेक्स की 30 में से 26 कंपनियों के शेयर नुकसान के साथ लाल निशान में बंद हुए। केवल 4 कंपनियों के शेयर हरे निशान में बंद हो पाए। दूसरी तरफ, निफ्टी 50 की 50 में से 44 कंपनियों के शेयर भी गिरावट में रहे, जबकि सिर्फ 6 कंपनियों के शेयर हरे निशान में बंद हुए। इसका मतलब यह है कि निवेशकों ने बड़ी संख्या में अपने शेयर बेच दिए, जिससे बाजार में बिकवाली का दबाव बढ़ गया।

महिंद्रा एंड महिंद्रा के शेयरों में सबसे बड़ी गिरावट

सेंसेक्स में महिंद्रा एंड महिंद्रा के शेयरों में सबसे अधिक 3.23 प्रतिशत की गिरावट रही। इसके अलावा, टाटा स्टील में 3.02 प्रतिशत, अडाणी पोर्ट्स में 2.82 प्रतिशत, जेएसडब्ल्यू स्टील में 2.18 प्रतिशत, इंडसइंड बैंक में 1.89 प्रतिशत और रिलायंस इंडस्ट्रीज में 1.73 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। अन्य प्रमुख कंपनियों जैसे एचडीएफसी बैंक, भारतीय स्टेट बैंक, बजाज फिनसर्व, और टीसीएस के शेयरों में भी गिरावट देखी गई।

इन 4 कंपनियों के शेयर में बढ़त

बाजार में सिर्फ चार कंपनियां ही बढ़त दर्ज कर सकीं। इनमें टाटा मोटर्स के शेयर 0.29 प्रतिशत, एनटीपीसी के शेयर 0.21 प्रतिशत, एशियन पेंट्स के शेयर 0.16 प्रतिशत और इंफोसिस के शेयर 0.01 प्रतिशत की बढ़त के साथ बंद हुए। भारतीय शेयर बाजार में गिरावट का यह सिलसिला निवेशकों के लिए चिंता का विषय बना हुआ है। लगातार बिकवाली और कमजोर वैश्विक संकेतों ने बाजार में अनिश्चितता बढ़ा दी है। निवेशकों को सतर्क रहने की जरूरत है, और विशेषज्ञों का सुझाव है कि लंबी अवधि के निवेश पर फोकस करें।

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