Rojgar Mela 2025: पीएम मोदी ने 51,000 युवाओं को सौंपे नियुक्ति पत्र, बोले- अब काबिलियत ही सबसे बड़ी सिफारिश
Rozgar Mela 2025: देशभर के 47 शहरों में हुआ रोजगार मेला, पीएम मोदी ने 51,000 युवाओं को नियुक्ति पत्र सौंपे। बोले- सरकारी नौकरी अब सिफारिश से नहीं, सिर्फ काबिलियत से मिलती है।
Rozgar Mela 2025: देशभर के 47 शहरों में शनिवार को रोजगार मेले (Rozgar Mela) का आयोजन किया गया, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 51,000 से अधिक युवाओं को नियुक्ति पत्र सौंपे। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये उन्होंने नए चयनित युवाओं को बधाई दी और कहा, बिना पर्ची, बिना खर्ची, अब सरकारी नौकरी सिर्फ़ योग्यता से मिलेगी।
पीएम मोदी का संबोधन
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में नौकरी पाने वाले युवाओं को देश के भविष्य का निर्माता बताया। उन्होंने कहा कि आप भले ही अलग-अलग विभागों में नियुक्त हो रहे हों, लेकिन आपका लक्ष्य एक ही है, राष्ट्र सेवा। ये नियुक्तियाँ देश की विकास रफ्तार को और तेज़ करेंगी। PM मोदी ने ज़ोर देकर कहा कि रोजगार मेले सरकारी नौकरी की छवि बदलने और भ्रष्टाचार-मुक्त प्रणाली की मिसाल बन रहे हैं।
अब काबिलियत ही पासवर्ड
पीएम मोदी ने अपने भाषण में कहा “आज के भारत में सरकारी नौकरी सिफारिश से नहीं, रिश्वत से नहीं, केवल काबिलियत से मिल रही है। आज का युवा आत्मविश्वास से भरा हुआ है कि उसे योग्यता के दम पर नौकरी मिलेगी।” उन्होंने रोजगार मेले को “ट्रांसफॉर्मेशन की प्रतीक” करार दिया और कहा कि यह अभियान युवाओं को नई ऊर्जा और विश्वास दे रहा है।
सरकारी तंत्र में नई जान भरेंगे ये युवा
प्रधानमंत्री ने कहा कि जिन युवाओं को नियुक्ति पत्र मिले हैं, वे रक्षा, उद्योग, वित्त, कृषि, संचार, तकनीकी और विकास विभागों में काम करेंगे. किसी ने देश की रक्षा का संकल्प लिया है, तो कोई वित्तीय समावेशन, डिजिटल इंडिया और मेक इन इंडिया के लक्ष्यों को पूरा करेगा. ये युवा "सबका साथ, सबका विकास" की भावना से काम करेंगे.
रोजगार मेले का मकसद क्या है?
केंद्र सरकार द्वारा शुरू किया गया "रोजगार मेला अभियान" एक विशेष भर्ती अभियान है, जिसका उद्देश्य है:
- सरकारी विभागों में तेज़ और पारदर्शी नियुक्तियाँ
- युवाओं को सरकारी तंत्र में भागीदारी देने का अवसर
- काबिल उम्मीदवारों को बिना भेदभाव नौकरी देना
- अब तक इस अभियान के तहत लाखों युवाओं को सरकारी नौकरियों में जगह दी जा चुकी है।
पीएम मोदी का मंत्र: सेवा ही सबसे बड़ी पहचान है
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन के अंत में युवाओं को प्रेरित करते हुए कहा आपका विभाग कोई भी हो, लेकिन आपका लक्ष्य सिर्फ़ एक है, राष्ट्र सेवा। यही सेवा आपकी सबसे बड़ी पहचान बनेगी।