Rajasthan CM Dhamki Aaropi: मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को जान से मारने की धमकी देने वाले चार आरोपी गिरफ्तार, जेल प्रशासन पर उठे सवाल

Rajasthan CM Dhamki Aaropi: राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को जान से मारने की धमकी देने वाले चार आरोपियों को जयपुर पुलिस ने गिरफ्तार किया है. ये सभी आरोपी पहले से ही दौसा जेल में बंद थे और उन्होंने जेल के अंदर से सिम कार्ड का इस्तेमाल कर धमकी दी थी.पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए आरोपियों को प्रोडक्शन वारंट पर हिरासत में लेकर कोर्ट में पेश किया और दो दिन की रिमांड पर लिया.

Update: 2025-03-02 08:21 GMT
Rajasthan CM Dhamki Aaropi: मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को जान से मारने की धमकी देने वाले चार आरोपी गिरफ्तार, जेल प्रशासन पर उठे सवाल
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Rajasthan CM Dhamki Aaropi: राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को जान से मारने की धमकी देने के मामले में जयपुर पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है. यह चारों आरोपी पहले से ही दौसा जेल में बंद थे, और इन्हें जयपुर पुलिस ने प्रोडक्शन वारंट पर हिरासत में लेकर कोर्ट में पेश किया और अब दो दिन की रिमांड पर लिया है.

इस मामले में गिरफ्तार किए गए आरोपियों ने मुख्यमंत्री के खिलाफ एक सुनियोजित साजिश के तहत धमकी दी थी, जिससे राज्यभर में सुरक्षा और जेल प्रशासन की कार्यप्रणाली को लेकर गंभीर सवाल उठने लगे हैं.

क्या है पूरा मामला

गिरफ्तार आरोपियों में रिंकू उर्फ रंडवा, शहजाद खान उर्फ साजिद, जयनारायण और राकेश जोशी शामिल हैं। पुलिस के अनुसार, रिंकू उर्फ रंडवा, जो कि अलवर का रहने वाला है, पॉक्सो एक्ट के तहत दौसा जेल में बंद था, उसने पिछले सप्ताह जयपुर पुलिस कंट्रोल रूम पर कॉल किया और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को जान से मारने की धमकी दी. उसने कहा था कि वह मुख्यमंत्री को आज रात 12 बजे से पहले मार डालेगा. यह धमकी दो बार दी गई थी और हर बार इसने एक ही बात दोहराई. रिंकू ने ये धमकी जेल के अंदर से एक सिम कार्ड का इस्तेमाल करके दी थी, जिसे जेल के अंदर तैनात कुछ कर्मचारियों की मदद से उपलब्ध कराया गया था.

आरोपी की साजिश

पुलिस जांच में यह सामने आया कि रिंकू को धमकी देने के लिए जो सिम कार्ड इस्तेमाल किया गया था, वह एक बाहरी साजिश का हिस्सा था. आरोपी जयनारायण, जो दौसा का रहने वाला है, ने 1500 रुपये में यह सिम कार्ड खरीदा और उसे जेल में तैनात कर्मचारी राकेश जोशी के माध्यम से रिंकू तक पहुंचाया। राकेश जोशी, जो कि दौसा जेल में कंपाउंडर के तौर पर काम कर रहा था, ने 1500 रुपये लेकर यह सिम रिंकू तक पहुंचाया. सिम का इस्तेमाल करते हुए रिंकू ने मुख्यमंत्री को जान से मारने की धमकी दी.

पुलिस की कार्रवाई और गिरफ्तारी

जयपुर पुलिस ने इस धमकी को बहुत गंभीरता से लिया और जांच शुरू कर दी. मामले की जांच के दौरान पुलिस ने चारों आरोपियों को प्रोडक्शन वारंट पर हिरासत में लिया और उन्हें कोर्ट में पेश किया. कोर्ट ने उन्हें दो दिन की रिमांड पर भेज दिया है. पुलिस अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या इस धमकी के पीछे कोई बड़े साजिशकर्ता का हाथ था या ये आरोपी किसी बाहरी गिरोह का हिस्सा थे. पुलिस यह भी जांच कर रही है कि क्या इस धमकी का उद्देश्य किसी राजनीतिक साजिश से जुड़ा हुआ था या इसका कोई अन्य कारण था.

जेल प्रशासन पर उठे गंभीर सवाल

इस घटना के बाद जेल प्रशासन की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल उठने लगे हैं. आरोपियों द्वारा मोबाइल फोन और सिम कार्ड जेल के अंदर तक कैसे पहुंचे, यह एक बड़ा सवाल है. जेल सुरक्षा व्यवस्था को लेकर चिंताएं जाहिर की जा रही हैं, क्योंकि यह पहली बार नहीं है जब जेल में बंद अपराधियों ने बाहरी दुनिया से संपर्क साधा हो. अधिकारियों का मानना है कि यह घटना जेल प्रशासन की लापरवाही और सुरक्षा में चूक का परिणाम हो सकती है. राज्य के अधिकारियों ने अब जेल सुरक्षा को और कड़ा करने की योजना बनाई है और यह सुनिश्चित करने की कोशिश की जा रही है कि भविष्य में इस प्रकार की घटनाएं न हों.

पुलिस की आगे की जांच और कार्रवाई

इस मामले की जांच अब और गहरे स्तर पर की जा रही है. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इस धमकी के मामले में सिर्फ इन चार आरोपियों तक ही मामला सीमित नहीं है, बल्कि वे अन्य लोगों के संपर्क में भी हो सकते हैं, जो इस साजिश का हिस्सा हो सकते हैं. पुलिस अब यह जांचने की कोशिश कर रही है कि क्या इन आरोपियों के बाहरी गिरोह या किसी राजनीतिक साजिश से संबंध हैं. राज्य सरकार ने इस घटना के बाद मुख्यमंत्री की सुरक्षा को और बढ़ा दिया है. सुरक्षा इंतजामों को मजबूत करने के लिए कदम उठाए गए हैं और पुलिस ने राज्यभर में सुरक्षा की स्थिति को और कड़ा कर दिया है.

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