Tamil Nadu Robbery Gang: पूजा के बाद करते थे चोरी, जमानत के लिए रखते थे अलग फंड – चौंका देगी पूरी कहानी!

Tamil Nadu Robbery Gang: तमिलनाडु के श्रीरंगम तालुक के रामजी नगर गांव में रहने वाला एक गैंग बाहर से देखने में शरीफ और मेहनती लगता है, लेकिन हकीकत में यह प्रोफेशनल चोरों का गिरोह है।

Update: 2025-05-15 15:56 GMT

Tamil Nadu Robbery Gang: तमिलनाडु के श्रीरंगम तालुक के रामजी नगर गांव में रहने वाला एक गैंग बाहर से देखने में शरीफ और मेहनती लगता है, लेकिन हकीकत में यह प्रोफेशनल चोरों का गिरोह है। यह गैंग चोरी को अपना पारिवारिक पेशा मानता है, जैसे कोई परिवार पीढ़ियों से खेती या दुकानदारी करता हो। हैरानी की बात यह है कि ये लोग चोरी से पहले धार्मिक पूजा करते थे, मानो यह कोई पवित्र काम हो। बेलगावी में एक मेडिकल छात्र की कार से चोरी के बाद पुलिस ने इस गैंग का पर्दाफाश किया, जिसने सबको चौंका दिया है।

पूजा और कोड वर्ड्स से चोरी

रामजी नगर का यह गैंग चोरी को बेहद सलीके से अंजाम देता है। चोरी से पहले ये लोग घर में पूजा करते हैं—पूर्वजों को खाना चढ़ाते हैं, अगरबत्ती जलाते हैं और दुआ मांगते हैं कि उनकी चोरी कामयाब हो। इन्हें लगता है कि भगवान और पूर्वजों की मर्जी से चोरी सफल होगी। ये गैंग शहरों में महंगी कारों को निशाना बनाता है। ये लोग सुनसान पार्किंग वाले इलाकों को चुनते हैं, जहां लोग अपनी गाड़ियां छोड़कर चले जाते हैं। फिर पत्थर या छोटे हथियारों से कार का शीशा तोड़कर लैपटॉप, मोबाइल, टैबलेट, पैसे या कागजात चुरा लेते हैं। सब कुछ चंद सेकेंड में हो जाता है।

चोरी के दौरान ये आम भाषा में बात नहीं करते। अलग-अलग क्षेत्रीय भाषाओं में कोड वर्ड्स का इस्तेमाल करते थे। जैसे, “पेड़ काटो” का मतलब हो सकता है “शीशा तोड़ो।” इससे कोई शक नहीं करता कि ये चोरी की साजिश रच रहे हैं। पुलिस भी इस सिस्टमैटिक तरीके को देखकर हैरान थी।

चोरी के माल का अनोखा बंटवारा

चोरी के बाद माल बांटने का भी इनका अपना फॉर्मूला था, जो किसी कंपनी की तरह चलता था। चोरी करने वाला 10% हिस्सा रखता, गैंग का लीडर 10% लेता, कुछ हिस्सा कोर्ट-कचहरी और जमानत के लिए रखा जाता, और बाकी बराबर बांट दिया जाता था। यह व्यवस्था इतनी पक्की थी कि गैंग के लोग इसे सालों से फॉलो करते थे।

कैसे खुला राज?

यह सारा खेल तब सामने आया जब बेलगावी में एक मेडिकल छात्र की कार से दो लैपटॉप, एक iPad और मेडिकल उपकरण चोरी हुए। छात्र ने पुलिस में शिकायत की। पुलिस ने चोरी हुए इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस को ट्रैक किया, जिसकी लोकेशन तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली में मिली। पुलिस ने रामजी नगर में छापा मारा और एक आरोपी को पकड़ लिया। पूछताछ में उसने गैंग की पूरी कहानी उगल दी—पूजा का तरीका, चोरी की प्लानिंग, कोड वर्ड्स, और माल का बंटवारा। उसने बताया कि गैंग के कुछ लोग पहले भी जेल जा चुके हैं, लेकिन छूटते ही फिर चोरी शुरू कर देते हैं।

तिरुचिरापल्ली पुलिस ने इस मामले में भारतीय दंड संहिता (BNS) की धाराओं के तहत केस दर्ज किया है। बेलगावी पुलिस के साथ मिलकर गैंग के अन्य सदस्यों की तलाश जारी है। 

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