Magnesium Supplements Benefits: क्या इंस्टाग्राम इंफ्लुएंसर से ट्रेंड हो रहे मैग्नीशियम सप्लीमेंट्स सही हैं? जानें एक्सपर्ट की राय

Magnesium Supplements Benefits: आजकल इंस्टाग्राम के इंफ्लुएंसर मैग्नीशियम सप्लीमेंट्स के फायदे बताते हुए इसे एक ‘जादुई गोली’ मान रहे हैं, जो पाचन, नींद, मानसिक स्वास्थ्य, और यहां तक कि मांसपेशियों के दर्द, कब्ज और शीघ्रपतन जैसी समस्याओं से राहत देने का दावा कर रहे हैं। लेकिन क्या ये सच में इतना प्रभावी है? आइए जानते हैं।

Update: 2024-12-13 16:56 GMT

Magnesium Supplements Benefits: आजकल इंस्टाग्राम के इंफ्लुएंसर मैग्नीशियम सप्लीमेंट्स के फायदे बताते हुए इसे एक ‘जादुई गोली’ मान रहे हैं, जो पाचन, नींद, मानसिक स्वास्थ्य, और यहां तक कि मांसपेशियों के दर्द, कब्ज और शीघ्रपतन जैसी समस्याओं से राहत देने का दावा कर रहे हैं। लेकिन क्या ये सच में इतना प्रभावी है? आइए जानते हैं।

खुद से न लें सप्लीमेंट्स, एक्सपर्ट की सलाह

इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल के सीनियर कंसल्टेंट डॉ. सुरनजीत चटर्जी के अनुसार, इंस्टाग्राम इंफ्लुएंसर वैज्ञानिक शोधों को समझकर मैग्नीशियम का इस्तेमाल कर रहे हैं, लेकिन बिना डॉक्टरी सलाह के इसे खुद से लेना नुकसानदायक हो सकता है। मैग्नीशियम एक महत्वपूर्ण मिनरल है, जो 300 से ज्यादा बायोमैकेनिकल प्रतिक्रियाओं में शामिल होता है, जैसे एनर्जी प्रोडक्शन, प्रोटीन सिंथेसिस, मसल और नर्व फंक्शन, ब्लड ग्लूकोज कंट्रोल और ब्लड प्रेशर रेगुलेशन।

संतुलित आहार से पूरी करें जरूरत

मैग्नीशियम का सेवन शरीर के तनाव-प्रतिक्रिया तंत्र को संतुलित करने, मांसपेशियों को आराम देने और कब्ज को रोकने में मदद करता है। लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि सप्लीमेंट्स के बजाय, संतुलित आहार से मैग्नीशियम की कमी को पूरा किया जा सकता है। इससे पहले कि आप किसी सप्लीमेंट को अपनी डाइट में शामिल करें, डॉक्टर से सलाह लेना बेहद जरूरी है।

मैग्नीशियम के प्राकृतिक स्रोत

मैग्नीशियम की अच्छी खुराक पालक, बादाम, काजू, मूंगफली, कद्दू, चिया और सूरजमुखी के बीजों से मिलती है। इसके अलावा, साबुत अनाज जैसे ब्राउन राइस, क्विनोआ और साबुत गेहूं, साथ ही फलियां जैसे ब्लैक बीन्स, एडामे और किडनी बीन्स भी इसके बेहतरीन स्रोत हैं। डार्क चॉकलेट भी मैग्नीशियम का अच्छा स्रोत है।

किसे कितनी जरूरत है?

डॉक्टर के अनुसार, वयस्क पुरुषों को प्रतिदिन 400-420 मिलीग्राम, और महिलाओं को 310-320 मिलीग्राम मैग्नीशियम की आवश्यकता होती है। गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को थोड़ी ज्यादा मात्रा की आवश्यकता हो सकती है। वहीं, तनाव, पाचन विकार, शुगर, मांसपेशियों में ऐंठन या माइग्रेन जैसी समस्याओं वाले लोगों को मैग्नीशियम की कमी का खतरा अधिक होता है।

अत्यधिक सेवन से हो सकती हैं परेशानी

यदि आप अत्यधिक मात्रा में मैग्नीशियम सप्लीमेंट्स का सेवन करते हैं, तो इससे दस्त, मतली, पेट में ऐंठन, अनियमित हार्ट रेट, लो ब्लड प्रेशर, मांसपेशियों में कमजोरी और सांस लेने में तकलीफ जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इसके अलावा, गुर्दे की समस्याओं वाले व्यक्तियों के लिए यह असुरक्षित हो सकता है क्योंकि खराब किडनी फंक्शन के कारण शरीर से मैग्नीशियम बाहर नहीं निकल पाता।

मैग्नीशियम एक जरूरी मिनरल है, लेकिन इसका सेवन बिना डॉक्टर की सलाह के करना खतरनाक हो सकता है। इसके बजाय, संतुलित आहार के माध्यम से इसकी खुराक पूरी करने पर विचार करें।

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