Ladakh Violence News: लद्दाख में हिंसा, भड़के युवा, BJP ऑफिस में लगाई आग, CRPF की गाड़ी जलाई! 6 अक्टूबर को केंद्र की बैठक, जानिए पूरा मामला

Ladakh Violence News: लद्दाख में बीते कई दिनों से चल रहा आंदोलन बुधवार को हिंसक हो गया। सड़क पर प्रदर्शन कर रहे युवाओं ने न सिर्फ जमकर पत्थरबाजी की, बल्कि BJP ऑफिस पर हमला किया और पुलिस के वाहन में भी आग लगा दी।

Update: 2025-09-24 12:08 GMT

Ladakh Violence News: लद्दाख में बीते कई दिनों से चल रहा आंदोलन बुधवार को हिंसक हो गया। सड़क पर प्रदर्शन कर रहे युवाओं ने न सिर्फ जमकर पत्थरबाजी की, बल्कि BJP ऑफिस पर हमला किया और पुलिस के वाहन में भी आग लगा दी। प्रदर्शनकारियों की मुख्य मांग है कि लद्दाख को राज्य का दर्जा दिया जाए और यहां के संवैधानिक अधिकार बहाल किए जाएं।

बुधवार को लेह की सड़कों पर बड़ी संख्या में लोग जमा हुए। शुरुआत में शांतिपूर्ण ढंग से हो रहा प्रदर्शन अचानक उग्र हो गया। युवाओं ने पहले नारेबाजी की, फिर पुलिस बल पर पथराव शुरू कर दिया। देखते ही देखते भीड़ ने BJP ऑफिस पर धावा बोल दिया और तोड़फोड़ शुरू कर दी। हालात बिगड़ने पर पुलिस ने अतिरिक्त बल बुलाया। बावजूद इसके गुस्साई भीड़ ने पुलिस वाहन में आग लगा दी। इस घटना से पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई।
लद्दाख बंद का आह्वान
प्रदर्शनकारी संगठनों ने बुधवार को लद्दाख बंद का आह्वान किया था। दुकानों और बाजारों में सन्नाटा पसरा रहा। लोग सड़कों पर उतरे और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। यह पहली बार नहीं है जब लद्दाख में ऐसी झड़प हुई है। बीते कई महीनों से यहां के लोग अपनी मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
केंद्र सरकार की पहल
हिंसा और बढ़ते विरोध को देखते हुए केंद्र सरकार हरकत में आई है। सरकार ने 6 अक्टूबर को लद्दाख के प्रतिनिधियों के साथ बैठक बुलाने का फैसला लिया है। इस बैठक में राज्य का दर्जा बहाल करने और संवैधानिक अधिकारों से जुड़ी मांगों पर चर्चा होने की संभावना है।

सोनम वांगचुक का आंदोलन
लद्दाख में माहौल तनावपूर्ण इसलिए भी है क्योंकि जलवायु कार्यकर्ता सोनम वांगचुक पिछले कई दिनों से भूख हड़ताल पर बैठे हैं। उनके समर्थन में बड़ी संख्या में युवा और स्थानीय लोग शामिल हुए हैं। प्रदर्शन के दौरान कई लोग बीमार भी हो गए। मंगलवार को दो महिला प्रदर्शनकारियों को हालत बिगड़ने पर अस्पताल ले जाया गया। इसी घटना से गुस्सा और भड़क गया और भीड़ ने लेह हिल काउंसिल की इमारत पर भी पथराव शुरू कर दिया।
हिंसा को रोकने के लिए प्रशासन ने इलाके में भारी पुलिस बल तैनात किया है। संवेदनशील जगहों पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में बताई जा रही है, लेकिन माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है।
क्यों भड़के लोग?
लद्दाख के लोग लंबे समय से चार प्रमुख मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं उनमे लद्दाख को राज्य का दर्जा मिले। संवैधानिक अधिकार बहाल किए जाएं। 6वीं अनुसूची के तहत आदिवासी सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। पर्यावरण और रोजगार से जुड़े मामलों पर स्पष्ट नीति बनाई जाए। लोगों का कहना है कि 2019 में जम्मू-कश्मीर से अलग होकर केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद से लद्दाख की पहचान और अधिकार कमजोर हुए हैं।
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