Kolkata Rape-Murder Case: फांसी या उम्र कैद? आरजी कर रेप मर्डर केस के दोषी संजय रॉय की सजा पर फैसला आज
Kolkata Rape-Murder Case: कोलकाता के आरजी कर कॉलेज अस्पताल की ट्रेनी डॉक्टर से रेप और हत्या के मामले में दोषी करार दिए गए संजय रॉय की सजा का ऐलान सोमवार को किया जाएगा। कोलकाता के शंभुनाथ पंडित लेन में रहने वाली संजय की मां मलती रॉय (75) ने रविवार को कहा, मेरी भी तीन बेटियां हैं।
Kolkata Rape-Murder Case: कोलकाता के आरजी कर कॉलेज अस्पताल की ट्रेनी डॉक्टर से रेप और हत्या के मामले में दोषी करार दिए गए संजय रॉय की सजा का ऐलान सोमवार को किया जाएगा। कोलकाता के शंभुनाथ पंडित लेन में रहने वाली संजय की मां मलती रॉय (75) ने रविवार को कहा, मेरी भी तीन बेटियां हैं। मैं उनका (पीडि़ता के परिजन) दर्द समझ सकती हूं। अगर अदालत मेरे बेटे को फांसी की सजा देती है तो मुझे वह भी मंजूर होगी।
मीडिया से बातचीत में मालती रॉय ने कहा, अगर मेरा बेटा दोषी है तो उसे उसके किए की सजा मिलनी चाहिए, भले वह सजा फांसी क्यों न हो। मैं अकेले में रो लूंगी, लेकिन उसकी सजा को नियति मानकर स्वीकार करूंगी। यह पूछने पर कि क्या वह अदालती सुनवाई के दौरान या थाने में रॉय से मिली थीं, उन्होंने कहा, नहीं, मैं क्यों जाऊंगी? अगर आरोप झूठे पाए जाते तो खराब स्वास्थ्य के बावजूद उससे मिलने की कोशिश करती।
संजय रॉय की बहन सबिता ने कहा, मेरे भाई ने जो किया, वह अविश्वसनीय और भयानक है। यह कहते हुए मेरा दिल टूट रहा है, लेकिन अगर उसने अपराध किया है तो उसे सबसे कड़ी सजा मिलनी चाहिए। पीडि़ता महिला थी और डॉक्टर भी। मलती रॉय और सबिता न्यायिक हिरासत के दौरान कभी संजय से मिलने नहीं गईं।
जूनियर डॉक्टरों ने जांच प्रक्रिया पर भी सवाल उठाए हैं। आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर अनिकेत महतो ने कहा कि हम दोषी को अधिकतम सजा चाहते हैं, लेकिन सवाल यह है कि इस जघन्य अपराध में और कौन शामिल था? केवल संजय को दोषी मानकर मामला खत्म नहीं किया जा सकता।
कोलकाता मेडिकल कॉलेज की सीनियर डॉक्टर स्नेहा हजारा ने कहा, “यदि अदालत संजय को दोषी मानती है, तो उसे फांसी की सजा दी जानी चाहिए। लेकिन जांच में कई सवाल अनुत्तरित हैं। हम सीबीआई की जांच से संतुष्ट नहीं हैं।” एसएसकेएम अस्पताल के डॉक्टर अर्णब मुखर्जी ने कहा कि मैं अदालत के फैसले का सम्मान करता हूं। अगर दोषी को फांसी दी जाती है, तो मैं इसे स्वीकार करूंगा। लेकिन अन्य दोषियों को भी सामने लाया जाना चाहिए।
हालांकि, नील रतन सरकार मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर पुलस्त्य आचार्य ने सजा-ए-मौत के खिलाफ अपनी राय दी। उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि दोषी को उम्रकैद की सजा मिलनी चाहिए। फांसी से समस्या का समाधान नहीं होता।” धर्मतला में अनशन करने वाली डॉक्टर आलोलिका घोड़ुई ने इस मामले पर टिप्पणी करने से इनकार करते हुए कहा कि वह 40 घंटे से लगातार ड्यूटी कर रही हैं।
यह मामला नौ अगस्त 2024 की सुबह का है, जब दोषी संजय रॉय आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज में दाखिल हुआ और महिला डॉक्टर पर हमला किया। उसने गला दबाकर डॉक्टर की हत्या कर दी। अदालत ने भारतीय दंड संहिता की धारा 64, 66 और 103(1) के तहत संजय को दोषी पाया है। अब सोमवार को सियालदह अदालत में सजा का ऐलान किया जाएगा।