Indian Navy Patrol: अरब सागर में माल्टा के जहाज के अपहरण की कोशिश, भारतीय नौसेना की गश्ती युद्धपोत ने ऐसे की मदद
Indian Navy Patrol: भारतीय नौसेना अरब सागर में कथित तौर पर एक वाणिज्यिक माल्टा जहाज का अपहरण होने से बचाने के लिए आगे आई है।
Indian Navy Patrol: भारतीय नौसेना अरब सागर में कथित तौर पर एक वाणिज्यिक माल्टा जहाज का अपहरण होने से बचाने के लिए आगे आई है। नौसेना ने शनिवार को कहा कि उसके युद्धपोत और समुद्री गश्ती विमानों ने अरब सागर में माल्टा-ध्वज वाले जहाज MV रूएन के अपहरण से संबंधित घटना पर तेजी से प्रतिक्रिया दी। नौसेना ने कहा कि भारतीय युद्धपोतों को MV रूएन का पता लगाने और उसकी सहायता करने के लिए खाड़ी अदन में गश्त पर भेजा गया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, 14 दिसंबर को यूनाइटेड किंगडम समुद्री व्यापार संचालन (UKMTO) से 18 सदस्यीय चालक दल वाले MV रूएन जहाज के अरब सागर में सोमालिया की ओर जाते समय अपहृत होने का संदेश मिला था। इसमें बताया गया कि लगभग 6 अज्ञात कर्मी जहाज में सवार हैं। यह संदेश मिलने पर भारतीय नौसेना ने जहाज को अपने समुद्री गश्ती विमान की निगरानी में ले लिया। इसके बाद से नौसेना जहाज पर नजर बनाए हुए है।
भारतीय नौसेना ने अपने एक बयान में कहा, "विमान ने 15 दिसंबर की सुबह अपहृत जहाज के ऊपर से उड़ान भरी और नौसेना विमान लगातार जहाज की गतिविधि की निगरानी कर रहे हैं, जो अब सोमालिया के तट की ओर बढ़ रहा है।" उसने कहा, "भारतीय नौसेना का युद्धपोत समुद्री डकैती विरोधी गश्त के लिए अदन की खाड़ी में तैनात है और उसने शनिवार तड़के MV रूएन को रोका और स्थिति पर बारीकी से नजर रखी जा रही है।"
इस बीच यूरोपीय संघ के सोमाली समुद्री डकैती रोधी बल (EUNAVFOR) ने शुक्रवार को कहा कि एक स्पेनिश नौसेना का जहाज पूरी गति से अपहृत जहाज की ओर बढ़ रहा था। EUNAVFOR ने कहा कि उसे गुरुवार को 'कथित समुद्री डाकू-अपहृत जहाज' रुएन के बारे में अलर्ट मिला, जो सोमालिया से दूर सोकोट्रा द्वीप से लगभग 500 समुद्री मील पूर्व में था। उसने बताया कि पहले भी इस क्षेत्र में कई मालवाहक जहाजों का अपहरण हुआ है।
समाचार एजेंसी रॉयटर्स को सोमालिया के अलग हुए पुंटलैंड क्षेत्र में जहाजों के अपहरण में मदद करने वाले एक समूह के सदस्य ने हाल में एक जहाज के अपहृत होने की पुष्टि की। उसने बताया, "मेरे 6 समुद्री डाकू दोस्त एक जहाज को पकड़ने में कामयाब रहे हैं और वे इसे पुंटलैंड के पूर्वी क्षेत्र के तट पर लाएंगे।" हालांकि, उसने इस जहाज का नाम नहीं बताया और अधिकारियों ने भी मामले में अभी कोई टिप्पणी नहीं की है।