CEC Rajiv Kumar PC: एग्जिट पोल और रुझान दिखाने वाले न्यूज पर CEC ने उठाया सवाल, बोले...8.30 बजे पहली मतगणना, रुझान 8 बजे से चालू

CEC Rajiv Kumar PC: झारखंड और महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव के ऐलान के मौके पर मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने मीडिया के सवाल पर कहा कि एग्जिट पोल और रुझान पर अब समय आ गया है कि आत्मचिंतन किया जाए कि क्या ये जायज है। उन्होंने कहा कि 8.30 बजे हमारी पहली काउंटिंग होती है। मगर कुछ टीवी चैनलों पर हमने देखा 8.05 बजे से रुझान आना चालू हो गया था।

Update: 2024-10-15 15:43 GMT

CEC Rajiv Kumar PC: नई दिल्ली। भारत निर्वाचन आयोग ने आज झारखंड़ और महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के लिए डेट का ऐलान कर दिया। महाराष्ट्र में सिर्फ एक फेज में वोटिंग होगी तो झारखंड में दो चरणों में।

झारखंड हालांकि, महाराष्ट्र से काफी छोटा है। मगर नक्सल स्टेट होने की वजह से चुनाव आयोग ने वहां दो चरणों में चुनाव कराने का फैसला किया है। दोनों राज्यों की एसेंबली इलेक्शन के साथ ही अन्य राज्यों के उपचुनाव के नतीजे 23 नवंबर को आएंगे।

एग्जिट पोल पर सवाल

दोनों राज्यों के विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के मौके पर एग्जिट पोल और टीवी चैनलों द्वारा रुझान दिखाने पर सवाल उठाया। मीडिया के सवालों पर उन्होंने स्पष्ट किया कि वे इस विषय को टच नहीं करना चाहते थे मगर आप लोगों ने सवाल किया है तो उनकी राय में एग्जिट पोल्स से आम आदमी की एक अपेक्षाएं सेट हो जाती हैं। इससे बहुत बड़ा भटकाव आ जाता है। सिस्टम के लिए यह आत्मचिंतन का विषय है।

हालांकि, उन्होंने कहा कि एग्जिट पोल्स पर हमारा नियंत्रण नहीं है, लेकिन ये देखने की जरूरत है कि सर्वेक्षण कहां हुआ, उसके निष्कर्ष किस आधार पर तैयार किए गए। एग्जिट पोल के आधार पर अगर रिजल्ट मेल नहीं खाए तो इसकी जिम्मेदारी किसकी होगी।

मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि, अब समय आ गया है कि इसका नियमन करने वाली संवैधानिक संस्थाएं इसे देखें। सीईसी ने काउंटिंग के दिन टीवी चैनलों के रुझानों पर भी सवाल खड़ा किया। उन्होंने कहा कि आमतौर से वोटिंग के तीसरे दिन काउंटिंग होती है। वोटिंग समाप्त होने की शाम से ही उम्मीदें लगना शुरू होती हैं।

टीवी चैनलों पर काउंटिंग के दिन 8ः05, 8ः10 बजे से रुझान दिखने लग जाते हैं। उन्होंने कहा कि ये संभव ही नहीं है। पहली मतगणना 8ः30 बजे से शुरू होती है। 8ः05, 8ः10 पर हमने चैनलों पर देखा कि इस पार्टी को इतने की लीड तो उस पार्टी को इतने की लीड मिल रही है। राजीव कुमार ने कहा कि कहीं ऐसा तो नहीं कि एग्जिट पोल को सही साबित करने के लिए इस तरह के ट्रेंड दिखाई देने लग जाते हैं।

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