बिपरजॉय का असर छतीसगढ़ से गुजरात जाने वाली ट्रेनों पर भी, रेल्वे ने जारी किया हेल्पडेस्क, एहतियातन उठाये कई कदम
बिलासपुर। बिपरजॉय तूफानी चक्रवात का असर अब रेल सेवाओं पर भी दिखने लगा है। छत्तीसगढ़ से गुजरात जाने वाली ट्रेनों को रेलवे ने कैंसिल करने के साथ ही गंतव्य से पहले समाप्त भी कर दिया है। इसके साथ ही रेलवे ने सुरक्षा के लिहाज से कई कदम उठाए हैं। इससे पहले मौसम विभाग ने एडवाइजरी जारी कर बताया था कि पूर्वी मध्य अरब सागर के ऊपर बेहद गंभीर चक्रवाती तूफान बिपरजॉय बढ़ रहा है और सौराष्ट्र कच्छ क्षेत्र को यह प्रभावित कर सकता है। 11 से 14 जून 2023 तक अगले 4 दिनों के लिए चक्रवात बिपरजॉय का पूर्वानुमान पूरे सौराष्ट्र क्षेत्र में बताया गया है। सौराष्ट्र और कच्छ क्षेत्र में तूफान से पड़ने वाले प्रभाव को देखते हुए रेलवे ने सुरक्षा सुनिश्चित करने और चक्रवात के प्रभाव से के नुकसान को कम करने के लिए एहतियातन कई कदम उठाए हैं जिसके लिए छत्तीसगढ़ से गुजरात जाने वाली ट्रेनों पर भी असर पड़ा है।
देखिए कौन सी ट्रेनें हुई प्रभावित:
पश्चिम रेलवे में बिपोरजोय चक्रवात के प्रभाव की संभावना को देखते हुए ट्रेन नंबर 12905 पोरबंदर शालीमार एक्सप्रेस दिनांक 14 जून एवं 15 जून को कैंसिल रहेगी । इसी प्रकार ट्रेन नंबर 12906 शालीमार पोरबंदर एक्सप्रेस दिनांक 16 जून एवं 17 जून को कैंसिल रहेगी ।
ट्रेन नंबर 12950 संतरागाछी पोरबंदर एक्सप्रेस दिनांक 11 जून को अहमदाबाद स्टेशन में शॉर्ट टर्मिनेट होगी। ट्रेन नंबर 22906 शालीमार ओखा एक्सप्रेस दिनांक 13 जून को सुंदरनगर स्टेशन में शॉर्ट टर्मिनेट होगी।
ट्रेन नंबर 22829 भुज शालीमार एक्सप्रेस दिनांक 13 जून को अहमदाबाद स्टेशन से प्रारंभ होगी। ट्रेन नंबर 12940 पोरबंदर संतरागाछी एक्सप्रेस दिनांक 16 जून को अहमदाबाद स्टेशन से प्रारंभ होगी।
आपदा से निपटने के लिए जोनल रेल्वे मुख्यालय में आपदा प्रबंधन कक्ष बनाया गया है और सभी विभागों को 24 घंटे सतर्क रहने का निर्देश दिया गया है। भावनगर राजकोट अहमदाबाद और गांधीधाम में मंडल मुख्यालयों पर आपातकालीन नियंत्रण कक्ष से मॉनिटरिंग की जाएगी साथ ही हवा की गति की नियमित निगरानी मौसम विभाग से संपर्क रख करने के लिए कहा गया है। 50 किलोमीटर प्रति घंटे से अधिक हवा का वेग होने पर ट्रेनों को नियंत्रित करने या रोकने के निर्देश भी दे दिए गए हैं। इसके लिए स्टेशनों पर एनीमोमीटर लगाए गए हैं और हर घंटे के आधार पर हवा की गति की रीडिंग ली जा रही है। आपातकालीन निकासी के लिए पर्याप्त डीजल लोकोमोटिव और कोचिंग रैक की उपलब्धता की गई है। डबल स्टेट कंटेनरों के लदान पर रोक लगा उनके संचालन पर प्रतिबंध भी लगाए गए हैं। लोको पायलट और सहायक लोको पायलटों की काउंसलिंग करने के साथ ही विभिन्न रनिंग रूम में सभी आवश्यक वस्तुएं व भोजन चिकित्सा आदि की व्यवस्था की गई है। हवा के मुक्त आवागमन के लिए कोचों के दरवाजे और खिड़कियां खुली रखने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही वैकल्पिक संचार व्यवस्था भी रखी गई है। वैकल्पिक विद्युत व्यवस्था करने के निर्देश भी दिए गए हैं।
यात्रियों को सतर्क करने के लिए चक्रवात की स्थिति के बारे में न्यूज़ घोषणा रेलवे द्वारा की जाएगी और चक्रवात संभावित क्षेत्रों में विभिन्न स्टेशनों पर हेल्पडेस्क खोलने के अलावा जरूरत पड़ने पर यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए राज्य परिवहन सेवाओं के साथ समन्वय बनाया जाएगा। साथ ही आपातकालीन चिकित्सा की तैयारी करते हुए अस्पतालों में एंबुलेंस और दवाइयों के स्टाक रखा गया है और गुजरात राज्य के लिए एंबुलेंस टोल फ्री नंबर 108 को अलर्ट किया गया है। रेलवे बोर्ड वार रूम से सतत सारी तैयारियों की निगरानी की जा रही है।