Top 10 Swachh Shahar List: स्वच्छता रैकिंग! लगातार 8वीं बार देश का सबसे स्वच्छ शहर बना इंदौर, पढ़ें टॉप 10 सबसे साफ शहरों के नाम
Bharat Ke Top 10 Swachh Shahar: देश में स्वच्छता की होड़ में इंदौर ने एक बार फिर अपना दबदबा कायम रखा है। स्वच्छ सर्वेक्षण 2025 (Swachh Survekshan 2025) के नतीजे सामने आ चुके हैं और इंदौर ने लगातार आठवीं बार देश का सबसे स्वच्छ शहर बनने का गौरव हासिल किया है। इंदौर के बाद गुजरात का सूरत और महाराष्ट्र का नवी मुंबई दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे। यह सूची भारत सरकार के आवास और शहरी कार्य मंत्रालय (MoHUA) द्वारा जारी की गई है।
Bharat Ke Top 10 Swachh Shahar: देश में स्वच्छता की होड़ में इंदौर ने एक बार फिर अपना दबदबा कायम रखा है। स्वच्छ सर्वेक्षण 2025 (Swachh Survekshan 2025) के नतीजे सामने आ चुके हैं और इंदौर ने लगातार आठवीं बार देश का सबसे स्वच्छ शहर बनने का गौरव हासिल किया है। इंदौर के बाद गुजरात का सूरत और महाराष्ट्र का नवी मुंबई दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे। यह सूची भारत सरकार के आवास और शहरी कार्य मंत्रालय (MoHUA) द्वारा जारी की गई है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने किया सम्मानित
इस साल के स्वच्छ सर्वेक्षण 2025 (Swachh Survekshan 2025) में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने नई दिल्ली के विज्ञान भवन में एक भव्य समारोह में विजेताओं के सम्मानित किया। इस कार्यक्रम में देशभर के नगर निगम अधिकारियों और स्वच्छता अभियान से जुड़े कर्मियों ने हिस्सा लिया।
भारत के 10 सबसे स्वच्छ शहर 2025 की सूची (Bharat Ke Top 10 Saf Swachh Shahar)
इंदौर (मध्य प्रदेश) – स्वच्छता का बेमिसाल उदाहरण, आठवीं बार नंबर वन
सूरत (गुजरात) – औद्योगिक नगरी की स्वच्छता में तेजी
नवी मुंबई (महाराष्ट्र) – योजनाबद्ध शहरीकरण का स्वच्छ उदाहरण
विशाखापत्तनम- (आंध्र प्रदेश)
विजयवाड़ा- (आंध्र प्रदेश)
भोपाल- (मध्य प्रदेश)
तिरुपति- (आंध्र प्रदेश)
मैसूरु- (कर्नाटक)
नई दिल्ली- (एनडीएमसी क्षेत्र)
अंबिकापुर- (छत्तीसगढ़) – छोटे शहरों के लिए बड़ी प्रेरणा
नोएडा बना 3–10 लाख की आबादी में सबसे स्वच्छ शहर
मध्यम श्रेणी 3 से 10 लाख की आबादी वाले शहरों लमें नोएडा ने बाजी मारी है। उसके बाद चंडीगढ़ और मौसूर का स्थान रहा।
सरकार का संदेश साफ: स्वच्छ भारत, स्वस्थ भारत
स्वच्छ सर्वेक्षण स्वच्छ सर्वेक्षण (Swachh Survekshan) का उद्देशय सिर्फ रैंकिग नहीं बल्कि जन चेतना और प्रतिस्पर्धा के जरिए शहरी जीवन की गुणवत्ता को सुधारना है। हर साल होने वाला यह सर्वे नगर निकायों को जवाबदेह बनाता है और नागरिकों को जिम्मेदार भागीदार।
नवाचार और तकनीक की भूमिका अहम
इस बार के सर्वे में आईटी प्लेटफॉर्म , रीयल टाइम डेटा और जनभागीदारी आधारित मूल्यांकन को खास महत्व दिया गया। सड़कों की सफाई से लेकर वेस्ट मैनेजमेंट तक शहरों ने नवाचारों को अपनाया है।