दिल्ली की जबर्दस्त हिंसा में ACP, DCP समेत कई घायल… 60 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल, अबतक तीन की मौत
नईदिल्ली 24 फरवरी 2020। नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ दिल्ली के मौजपुर के बाद भजनपुरा में हई हिंसा में एक पुलिस कांस्टेबल समेत तीन लोगों की मौत हो गई है। नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली भड़की हिंसा में करीब 60 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। घायलों में एसीपी, डीसीपी समेत कई सीनियर अफसर और पुलिसकर्मी शमिल है। घायलों का इलाज मैक्स और जीटीबी अस्पताल में चल रहा है। वहीं, शाहदरा के डीसीपी अमित शर्मा घायल हो गए। उनका उपचार जीटीबी हॉस्पिटल में चल रहा है। वहीं, निजी अस्पताल में भर्ती 6 पुलिसवालों में से 2 को छुट्टी दे दी गई है, जबकि 2 की हालत गंभीर और 2 का उपचार चल रहा है। इसी हिंसा के दौरान घायल हुए एक शख्स की इलाज के दौरान मौत हो गई। यह प्रदर्शनकारी गोली लगने से घायल हुआ था। इससे पहले दिल्ली पुलिस के हेड कांस्टेबल रतन लाल (42) की मौत हो गई थी।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि प्रदर्शन के दौरान पुलिस कर्मियों पर किये गए पथराव में वह (रतन लाल) घायल हो गए थे। उन्होंने बताया कि लाल मूल रूप से राजस्थान के सीकर के रहने वाले थे और 1998 में दिल्ली पुलिस में कांस्टेबल के पद पर भर्ती हुए थे। उनके परिवार में पत्नी, दो बेटियां और एक बेटा है।
गृह सचिव अजय भल्ला ने जानकारी दी है कि अब हालात काबू में हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक अब तक एक पुलिसकर्मी के मौत की पुष्टि हुई है। एक हजार से ज्यादा लोगों का इकट्ठा होना इस बात की ओर इशारा करता है कि यह सुनियोजित साजिश थी। आज दोपहर में कई जगह हालात बहुत तनावपूर्ण थे, लेकिन अब स्थिति सामान्य बनी हुई है।
स्थिति पर नजर बनाए रखने के लिए सीनियर अधिकारी मौके पर मौजूद हैं, संवेदनशील जगहों पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।केंद्रीय अर्धसैनिक बल दिल्ली पुलिस को मुहैया करवा दिए गए हैं जो हालात को काबू करने में मदद कर रहे हैं।
इससे पहले जाफराबाद में पुलिस और लोगों के बीच झड़प हुई थी। इसमें उपद्रवी सड़क से हटकर गलियों में पहुंच गए, उन्होंने वहां दुकानों के शटर तोड़े और गली-मोहल्लों में कोहराम मचा दिया, यहां लूटपाट की आशंका भी जताई जा रही है। हिंसा के बीच भजन पुरा पेट्रोल पंप पर भी आगजनी की तस्वीरें भी सामने आई। जाफराबाद में महिलाएं अब भी धरने पर बैठी हुई हैं। हिंसा के बीच आम आदमी पार्टी के नेता अमानतुल्लाह खान मौके पर पहुंचे, उन्होंने महिलाओं से शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने के लिए अपील की। जाफराबाद मेट्रो स्टेशन के नीचे भारी भीड़ जमा हो गई है। जिसे काबू करने के लिए भारी पुलिस बल मौके पर मौजूद रहा। इसी बीच शाहीन बाग से भी गोलीबारी की घटना सामने आई।
जाफराबाद में पुलिस के आंसू गैस चलाने के बाद भीड़ ने घरों में घुसकर एक पक्ष के लोगों को पीटना शुरू कर दिया। साथ ही उपद्रवी भीड़ ने करीब एक घंटे तक आसपास के घरों पर पत्थर बरसाए। यह पूरा घटनाक्रम पुलिस के सामने होता रहा और पुलिस हाथ पर हाथ रखकर बैठी रही। उपद्रवियों से जान बचाने के लिए लोग अपने घरों में दुबकने को मजबूर हैं। जाफराबाद मेट्रो स्टेशन के पास उपद्रवियों ने दुकानों में आग लगाने के साथ सैकड़ो घरों के शीशे तोड़ दिए।