MLA Brijbihari Pateriya: ऐसी विधायकी मुझे नहीं करनी... भाजपा MLA ने थाने पर बैठकर लिख दिया इस्तीफा, जानें पूरा मामला
MLA Brijbihari Pateriya: पुलिस अधिकारियों द्वारा उनकी सुनवाई न करने से परेशान होकर मऊगंज विधायक एएसपी के सामने दंडवत हो गए. तो वहीँ अब सागर जिले के भाजपा विधायक बृज बिहारी पटेरिया ने इस्तीफा देने की बात कही है.
MLA Brijbihari Pateriya: मध्य प्रदेश में इन दिनों भाजपा विधायकों का गुस्सा अब फूटने लगा है. पुलिस अधिकारियों द्वारा उनकी सुनवाई न करने से परेशान होकर मऊगंज विधायक एएसपी के सामने दंडवत हो गए. तो वहीँ अब सागर जिले के भाजपा विधायक बृज बिहारी पटेरिया ने इस्तीफा देने की बात कही है.
FIR न लिखने से नाराज बृज बिहारी पटेरिया
जानकारी के मुताबिक़, देवरी विधानसभा से भाजपा विधायक बृज बिहारी पटेरिया गुरुवार शाम को एक पीड़ित की शिकायत लेकर केसली थाने पहुंचे थे. भाजपा विधायक बृज बिहारी पटेरिया ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र एक डॉक्टर पर एफआईआर दर्ज करने की मांग करने की मांग. डॉक्टर पर उन्होंने पीएम रिपोर्ट के बदले रिश्वत मांगने का आरोप लगाया है. कार्रवाई की मांग को लेकर विधायक अपने समर्थकों के साथ थाने में धरने पर बैठ गए.
विधायक ने लिखा इस्तीफा पत्र
विधायक के कहने पर जब थाना प्रभारी ने एफआईआर दर्ज नहीं की तो विधायक ने नाराज होकर विधायकी छोड़ने की बात कह दी. बृजबिहारी पटेरिया ने इस्तीफा पत्र भी लिख दिया. विधायक का इस्तीफा पत्र सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. पीड़ित पक्ष के संदर्भ में थाना- केसली में उपस्थित हुआ थाना-केसबी में FIR दर्ज नहीं होने से पीड़ित पक्ष के साथ न्याय नहीं होने से आहत हूं, पीड़ित है व्यथित है अतः विधान सभा की सदस्यता से इस्तीफा दे रहा हूँ. इस संबंध में उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष को इस्तीफा भेज दिया है।
वहीं, इस घटना के कुछ घंटे बाद ही ब्रज बिहारी पटेरिया ने अपना बात से पलट गए. विधायक बृज बिहारी पटेरिया ने कहा, दुर्भाग्य पूर्ण था, आक्रोश में लिया गया वह कदम, अब इस्तीफ़े का कोई विषय नहीं है. संगठन और सरकार मेरे साथ है, मुख्यमंत्री जी के आदेश का मैं पालन करूँगा."
कांग्रेस ने भाजपा को घेरा
विधायक के इस्तीफे को लेकर कांग्रेस ने भाजपा को घेरा है. कांग्रेस ने लिखा, " सोशल मीडिया में वायरल पत्र के अनुसार, सागर जिले के देवरी से BJP विधायक बृज बिहारी पटेरिया ने विधानसभा अध्यक्ष के नाम इस्तीफा भेजा है, विधायक अपने क्षेत्र के एक पीड़ित के लिए थाना केसूली पहुंचे थे, लेकिन पीड़ित की एफआईआर दर्ज नहीं की गई, मध्यप्रदेश में भाजपा के जनप्रतिनिधियों की ही सुनवाई नहीं हो रही है, तो आम जनता फिर क्या ही उम्मीद कर सकती है, झूठ और आडंबर का भाजपा का यह किला अब ढहने की ओर है.