Jimikand Recipe : आइये बनाये छत्तीसगढ़ी जिमीकंद की सब्जी, नॉनवेज भी फेल है इसके आगे, जिमीकंद में है कई औषधीय गुण और रोगों से लड़ने की ताकत
इसके लिए सूरन को छीलकर और उबालकर काटा जाता है, फिर इसे थोड़ा धूप दिखाकर तेल में डीप फ्राई किया जाता है। इसके बाद इसे हैवी मसाले में या फिर दही में खट्टे सब्जी के रूप में बनाया जाता है.
छत्तीसगढ़ के सबसे प्रसिध्द सब्जी में एक है जिमीकंद की सब्जी Jimikand। यह लगभग हर घर में बनाई जाती है। इसके लिए सूरन को छीलकर और उबालकर काटा जाता है, फिर इसे थोड़ा धूप दिखाकर तेल में डीप फ्राई किया जाता है। इसके बाद इसे हैवी मसाले में या फिर दही में खट्टे सब्जी के रूप में बनाया जाता है. फिर इसे इसे गर्म पराठे या चावल के साथ सर्व किया जाता है।
छत्तीसगढ़ में तो इसे जो लोग वेजिटेरियन है वो इसे नॉनवेज के रूप में खाते हैं. इसे अगर सही विधि और तरीके से बनाया जाये तो अच्छी-अच्छी नॉनवेज सब्जी भी फेल है.
जिमीकांदा एक गुणकारी सब्जी है. जिसे जिमीकंद या सूरन के नाम से भी जाना जाता है. इसमें फाइबर, विटामिन सी, विटामिन बी-6, विटामिन बी-1 और फॉलिक एसिड होता है. साथ ही जिमीकंदा में पोटेशियम, आयरन, मैग्नीशियम, कैल्शियम और फॉस्फोरस भी पाया जाता है. आज हम आपको बताते हैं कि जिमीकंद खाने से क्या फायदे होते हैं.
आयुर्वेद में जिमीकंद जड़ औषधि के रूप में प्रयुक्त होती है. पेट से जुड़े रोगों के लिए इसका सेवन रामबाण की तरह होता है. ये दिमाग तेज करने में भी मदद करता है. जिमीकंद खाने से मेमोरी पावर बढ़ती है. साथ ही ये अल्जाइमर रोग होने से भी बचाता है. दिमाग को तेज करने के लिए जिमीकंद को अपने आहार में शामिल करें.
जिमीकंदा में एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन सी और बीटा कैरोटीन पाया जाता है. यह कैंसर पैदा करने वाले फ्री रैडिकल्स से लड़ने में मददगार होता है. इसमें मौजूद एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुणों के कारण ये गठिया और अस्थमा रोगियों के लिए अच्छा होता है. जिमीकंद में पाया जाने वाला कॉपर लाल रक्त कोशिकाओं को बढ़ाकर शरीर में ब्लड के फ्लो को दुरुस्त करता है और आयरन ब्लड सर्कुलेशन को ठीक करने में भी मदद करता है. तो आइये आज शाम के खाने के साथ जिमीकन्द की सब्जी (Jimikand Recipe) बनायें.
आवश्यक सामग्री
- जिमीकन्द (Yam) - 500 ग्राम
- नीबू - 1
- प्याज-टमाटर - 2 (मीडियम आकार के)
- लहसून-हरी मिर्च -2
- अदरक - 1 - 1 1\2 इंच लम्बा टुकड़ा
- दही - आधा कप
- तेल - 100 ग्राम (जिमीकन्द के टुकड़े तलने के लिये और सब्जी बनाने के लिये)
- हींग - 1-2पिंच
- जीरा - आधी छोटी चम्मच
- राई - 1/4 छोटी चम्मच
- हल्दी पाउडर - एक चौथाई छोटी चम्मच
- धनियां पाउडर - एक छोटी चम्मच
- लाल मिर्च पाउडर - एक चौथाई छोटी चम्मच
- गरम मसाला - एक चौथाई छोटी चम्मच
- नमक - स्वादानुसार ( 1 छोटी चम्मच)
- करी पत्ता -हरा धनियां - 2 -3 टेबल स्पून (बारीक कतरा हुआ)
विधि
- जिमीकन्द को धो कर अच्छी तरह साफ कर लीजिये, अब अपने दोनों हाथों पर तेल लगाइये, जिमीकन्द को मोटा छिलका उतारते हुये छीलिये, और 1-2 इंच लम्बे टुकड़ों में काट लीजिये.
- जिमीकन्द के कटे हुये टुकड़ों को उबाल लीजिये किसी बर्तन में इतना पानी उबलने रख दीजिये, कि उसमें जिमीकन्द के टुकड़े पानी में डूब जायं, पानी में नीबू का रस, फिटकरी या फिर अमरूद के पत्ते और आधा छोटी चम्मच नमक डाल दीजिये. पानी में उबाल आने पर जिमीकन्द के टुकड़े उबलने रख दीजिये. 10 12 मिनिट में जिमीकन्द के टुकड़े नरम हो जायेंगे, जिमीकन्द के टुकड़े नरम होने पर, गैस से उतार लीजिये. पानी से जिमीकन्द के टुकड़े निकाल लीजिये.
- प्याज, लहसून, टमाटर, हरीमिर्च और अदरक का पेस्ट बना लीजिये और दही को मथ लीजिये.
- कढ़ाई में तेल डाल कर गरम कीजिये. गरम तेल में जिमीकन्द के टुकड़े डालकर, ब्राउन होने तक तलकर प्लेट में निकाल लीजिये.
- कढ़ाई में 2-3 टेबल स्पून तेल डाल कर गरम कीजिये, गरम तेल में हींग, जीरा और राई डालिये, जीरा तड़कने के बाद धनियां पाउडर, हल्दी पाउडर, करी पत्ता डालकर मसाले को थोड़ा सा भून लीजिये, बनाया हुआ पेस्ट, लाल मिर्च पाउडर डालकर मसाले को तब तक भूनिये जब तक मसाले के ऊपर तेल न तैरने लगे. इस भूने हुये मसाले में फैटा हुआ दही डालिये, उबाल आने तक चलाते रहिये.
- मसाले में जिमीकन्द के टुकड़े डाल कर मिलाइये. एक गिलास पानी या आपको सब्जी की तरी जितनी पतली चाहिये उसके अनुसार पानी और नमक डाल दीजिये, चलाते हुये उबाल आने के बाद, सब्जी को ढककर 5-6 तक तक पकने दीजिये, ताकि जिमीकन्द के टुकड़े में सारे मसाले जज्ब हो जायें, सब्जी में गरम मसाला और कतरा हुआ धनियां मिलाइये.
- आपकी जिमीकन्द की सब्जी तैयार है. सब्जी को प्याले में निकालिये, कतरा हुआ हरा धनियां डालकर सजाइये. गरमा गरम जिमीकन्द की सब्जी चावल, परांठे, नान या चपाती के साथ परोसिये और खाइये.
- प्याज के साथ सब्जी बनाने के लिये तेल में जीरा भूनने के बाद 1 प्याज बारीक कतरा हुआ डालिये और उसे गुलाबी होने तक भून लीजिये, इसके बाद सारे मसाले इसी तरह डालते और भूनते हुये सब्जी बना लीजिये, प्याज वाली जिमीकन्द सब्जी तैयार है.
इनके लिए खास
जिमीकंद का प्रयोग पाइल्स, सांस रोग, खांसी, आमवात और कृमिरोगों के इलाज में किया जाता है. जिन लोगों को लीवर या लीवर में समस्या है, उनके लिए भी जिमीकंद एक वरदान है. जिमीकंद में पर्याप्त मात्रा में बी-6 होने से दिल की बीमारी नहीं होती. जिमीकंद में विटामिन बी भरपूर मात्रा में पाया जाता है. ये बल्ड प्रेशर को नियंत्रित कर हृदय को स्वस्थ रखता है. जिमीकंद में पोटैशियम की मौजूदगी के कारण यह पाचन क्रिया को दुरुस्त करने में मदद करता है. इसे नियमित खाने से कब्ज और कॉलेस्ट्रॉल की समस्या दूर हो जाती है.
किसके लिए है मनाही ?
जिमीकंद पाइल्स से लेकर कैंसर जैसी भयंकर बीमारियों से बचाए रखता है. आयुर्वेद के अनुसार जिमीकंद उन लोगों को नहीं खाना चाहिए, जिनको किसी भी प्रकार का चर्म रोग हो. जिमीकंद ड्राई, कसैला, खुजली करने वाला होता है. इसके अलावा गर्भवती महिलाओं को भी इसका सेवन नहीं करना चाहिए.