Chhattisgarhi Piyush Recipe : गाय या भैंस के पहले दूध की मिठाई "छत्तीसगढ़ी पीयूष-खरवस"... आइये जाने कैसे सेहत के लिए है वरदान, पढ़ें रेसिपी

गाय या भैंस के पहले दूध को बोवाइन कोलोस्ट्रम (Bovine colostrum) कहा जाता है। छत्तीसगढ़ में इसे पीयूष दूध कहा जाता है और इससे बहुत ही स्वादिष्ट मिठाई बनाई जाती है.

Update: 2024-06-01 07:48 GMT

आज वर्ल्ड मिल्क डे है. इस मौके पर हम आपको गाय या भैंस के पहले दूध कि गुणवत्ता और उससे बनने वाली मिठाई की विधि के बारे में बताने जा रहे हैं. गाय या भैंस के पहले दूध में भी कुछ ऐसे एंटीबॉडीज होते हैं, जो कि आपका इम्यूनिटी बिल्डअप कर सकता है।

दरअसल गाय या भैंस के पहले दूध को बोवाइन कोलोस्ट्रम (Bovine colostrum) कहा जाता है। छत्तीसगढ़ में इसे पीयूष दूध कहा जाता है और इससे बहुत ही स्वादिष्ट मिठाई बनाई जाती है.  इसमें कुछ माइक्रो न्यूट्रिएंट्स पाए जाते हैं, जो शरीर को कॉमन फ्लू और इंफेक्शन से बचने में मदद करता है। 

तो आइए सबसे पहले जानते हैं क्या होता है बोवाइन कोलोस्ट्रम (Bovine colostrum) पीयूष दूध फिर रेसिपी और इसे खाने के फायदे।

क्यों खास है गाय या भैंस का पहला दूध (Bovine colostrum)?

गोजातीय कोलोस्ट्रम एक दूधिया तरल पदार्थ है, जो बच्चे को जन्म देने के बाद गायों और भैंसों के स्तनों से आता है। ये बहुत गाढ़ा और हल्का पीला रंग दूध होता है। इसमें प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, वसा, विटामिन, खनिज और विशिष्ट प्रकार के प्रोटीन होते हैं जिन्हें एंटीबॉडी कहा जाता है। ये कोलोस्ट्रम बैक्टीरिया और वायरस जैसे रोग पैदा करने वाले एजेंटों से लड़ते हैं। गोजातीय कोलोस्ट्रम में एंटीबॉडी का स्तर नियमित गाय के दूध में स्तरों की तुलना में 100 गुना अधिक हो सकता है।


छत्तीसगढ़ी पीयूष मिठाई 


भारत के कुछ हिस्सों में इसे खरवस भी कहा जाता है। इस खरवस से विभिन्न रेसिपी तैयार की जाती हैं। लेकिन छत्तीसगढ़ में इसे पीयूष के नाम से जाना जाता है। आइये जानते हैं रेसिपी.



 सामाग्री

  • गाय / भैंस की डिलीवरी के बाद का पहला दूध लें
  • 1.5-2 कप नॉर्मल दूध लें
  • 1 कप चीनी. (चीनी की जगह गुड़ का भी इस्तेमाल किया जा सकता है)
  • केसर / जायफल / इलायची पाउडर या अपने स्वाद के आधार पर तीनों का मिश्रण बना लें।
  • 1 कप शक्कर पीसा हुआ
  • 6 काजू,6 बादाम,और 6 पिस्ता


तरीका

सबसे पहले दूध को गंजी मे डालकर केसर / जायफल / इलायची पाउडर  और पीसी शक्कर डाल कर अच्छे से मिला ले ।

फिर एक बड़े पतीले मे पानी डालकर गरम होने रख दे । फिर एक बड़ी थाली मे घोल को डालकर पतीले के ऊपर रख दे ।

फिर ऊपर से काजू, बादाम,और पिस्ता डालकर स्टीम होने रख दे। आधे घण्टे मे ये जम जाता है । चाकू से देख ले । फिर ठण्डा होने पर पीसेस कर ले ।

कोलोस्ट्रम (पीयूष) खाने के स्वास्थ्य लाभ  (Cow kharvas Health Benefits)

एथलीट कोलोस्ट्रम फैट बर्न करने, मांसपेशियों का निर्माण, सहनशक्ति और अपने एथलेटिक प्रदर्शन में सुधार करने के लिए इस्तेमाल करते हैं। इसके अलावा ये  गोजातीय कोलोस्ट्रम भी प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाने, चोटों को ठीक करने, तंत्रिका तंत्र की क्षति की मरम्मत और मूड में सुधार करने में मदद करता है। इसके साथ ही इसके कई और फायदे भी हैं। जैसे कि

  • -कोलोस्ट्रम को इंसुलिन के विकास में मदद करता है। रुजुता दिवेकर के अनुसार, कोलोस्ट्रम मधुमेह और अस्थमा से निपटने में भी मदद करता है।
  • -कोलोस्ट्रम को मैक्रोन्यूट्रिएंट्स, खनिज और विटामिन का एक समृद्ध स्रोत कहा जाता है।
  • - यह वयस्कों में कोशिकाओं के निर्माण में भी मदद करता है।
  • - यह वसा को जलाने में मदद करता है और स्ट्रेचिंक के निशान को भी कम करता है।

बता दें कि ये कोलोस्ट्रम या खरवस  आंत के बैक्टीरिया के विकास को बनाए रखने के लिए प्रोबायोटिक और प्रीबायोटिक दोनों के रूप में काम करता है। यहा आंत्र सिंड्रोम को रोकने और कम करने में भी मददगार हो सकता है। यह एलर्जी से निपटने के लिए भी काफी प्रभावी है। 

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