IPS हेमंत को महाराष्ट्र का नया DGP बनाया गया…..1987 बैच के IPS नक्सलियों से लेकर आतंकियों तक का लोहा ले चुके हैं….

Update: 2021-01-07 07:04 GMT

मुंबई 7 जनवरी 2021। 1987 बैच के महाराष्ट्र कैडर के वरिष्ठ IPS अधिकारी हेमंत नगराले को पुलिस महासंचालक पद की अतिरिक्त जिम्मेदारी दी गई है. UPSC के नियमों के तहत क्लेरेंस मिलने तक अतिरिक्त जिम्मेदारी होगी. महाराष्ट्र के डीजी सुबोध जयसवाल को CISF का नया डीजी बनाए जाने के बाद आईपीएस अधिकारी हेमंत नगराले को महाराष्ट्र डीजीपी का एडिशनल चार्ज दिया गया है. हेमंत नगराले अभी लीगल और टेक्निकल विभाग के डीजीपी हैं.

जिला परिषद स्कूल से की शिक्षा की शुरुआत
महाराष्ट्र के चंद्रपुर जिले के ज़िला परिषद स्कूल से हेमंत नगराले ने प्राथमिक शिक्षा ली. नागपुर में रहकर हाई स्कूल और फिर मेकैनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की. हेमंत नगराले ने मुम्बई से फाइनेंस में मैनेजमेंट की पढ़ाई भी की है.

नक्सल से लेकर आतंकियों के खिलाफ लोहा
IPS बनने के बाद पहली बड़ी जिम्मेदारी महाराष्ट्र के नक्सल प्रभावित चंद्रपुर जिले में राजुरा के ASP की जिम्मेदारी दी गई थी. वर्ष 1992 से 1994 के दौरान सोलापुर जिले में बतौर DCP पदभार संभाला और 1992-93 के दंगों के समय सोलापुर शहर में कानून और व्यवस्था को नियंत्रण में रखा. सन 1994 से 1996 में रत्नागिरी के SP के तौर पर दाभोल पावर कारपोरेशन से जुड़े जमीन अधिग्रहण मामले को पेशेवर तरीके से हल किया. सन 1996 से 1998 में CID क्राइम के SP के तौर पर राज्य भर में फैले MPSC पेपर लीक घोटाले की तह तक जांच कर केस अंजाम तक पहुचाया. इस पद पर रहते हुए कई बड़े क्राइम के केस को अंजाम तक पहुचाया और पीड़ितों को न्याय दिलाया.

केंद्रीय एजेंसी में निभाई बड़ी जिम्मेदारी
हेमंत नगराले साल 1998 से वर्ष 2002 तक डेपूटेशन पर CBI में रहे. इस दौरान पहले मुम्बई CBI और फिर दिल्ली में CBI के DIG पद पर काम किया. इस दौरान 130 करोड़ रुपए का केतन पारिख द्वारा बैंक ऑफ इंडिया घोटाला, 1800 करोड़ रुपए का माधोपुरा कॉपरेटिव बैंक घोटाला, साल 2001 का 400 करोड़ का हर्षद मेहता घोटाले के जांच, हेमंत नगराले की निगरानी में हुई. तेलगी स्टांप पेपर घोटाले की जांच के दौरान हेमंत नगराले की रिसर्च कार्य को सराहा गया. मुम्बई जैसे महानगर से लेकर राज्य के ग्रामीण इलाको में पोस्टिंग के दौरान से सामाजिक तनाव से निपटने और कानून व सुव्यवस्था बनाए रखने की महारथ हेमंत नगराले को हासिल है.

26/11 आतंकी हमले के दौरान RDX भरा बैग लेकर भागे, बचाई थी सैकड़ो की जान
साल 2008 में हेमंत नगराले को स्पेशल IG बनाया गया था और महाराष्ट्र स्टेट इलेक्ट्रिसिटी डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड (MSEDCL) के विजिलेंस विभाग का डायरेक्टर बनाया गया था. इसी साल 26 नवंबर को पाकिस्तान से आए आतंकियों ने मुम्बई पर हमला कर दिया. आतंकी हमले की तीव्रता को देखते ही हेमंत नगराले घर से निकलते ही मोर्चा संभाल लिया. घायल लोगों को बचाने और अस्पताल पहचाने के काम मे जुट गए. हेमंत नगराले की नज़र उस बैग पर पड़ी जिसमें RDX रखा गया था. नगराले ने बिना समय गवाए RDX का बैग उठाकर भागे और सुरक्षित जगह खुले मैदान में रखा और बम स्क्वाड की मदद से सैकड़ों की जान बचाई. अपने 4 पुलिसकर्मियों की मदद से ताज होटल में फसे सैकड़ों लोगों को बचाया.

 

साल 2016 से 2018 तक नवी मुंबई के पुलिस आयुक्त पद की जिम्मेदारी संभाली
हेमंत नगराले ने DG मुख्यालय में एडमिन विभाग के विशेष IG के तौर पर रहते हुए पुलिसकर्मियों के लिए स्वास्थ्य स्कीम की शुरुआत की. मुम्बई पुलिस के जॉइंट कमिश्नर के तौर पर पुलिस क्वार्टर आवंटन में पारदर्शिता लाई. साल 2014 में हेमंत नगराले को सीमित समय के लिए मुम्बई पुलिस आयुक्त पद की अतिरिक्त जिम्मेदारी भी दी गई थी. साल 2016 से 2018 तक नवी मुंबई के पुलिस आयुक्त पद की जिम्मेदारी संभाली. नवी मुम्बई में मराठा आरक्षण आंदोलन के दौरान कानून और व्यवस्था को संभाला. हेमंत नगराले को पुलिस दल में रहते हुए उत्कृष्ठ कार्यो के लिए राष्ट्रपति पुलिस मैडल, विशेष सेवा पदक, आंतरिक सुरक्षा पदक से सम्मानित किया गया है.

 

फिटनेस और खेल के हैं शौकीन
वरिष्ठ IPS हेमंत नगराले गोल्फ और टेनिस के अच्छे खिलाड़ी है. सभी खेलों में रुचि लेते हैं और फिटनेस को लेकर सजग रहते हैं. जुडो में ब्लैक बेल्ट हासिल कर चुके हेमंत नगराले आल इंडिया पुलिस गेम में मैडल जीत चुके हैं.

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