Trump Tariff: ट्रंप ने भारत को फिर दी चेतावनी, रूसी तेल खरीदना बंद करो, वरना टैरिफ झेलो, जानिए भारत ने क्या कहा?

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर दावा किया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें भरोसा दिलाया है कि भारत जल्द ही रूसी तेल की खरीद बंद कर देगा।

Update: 2025-10-20 06:39 GMT

नई दिल्ली। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर दावा किया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें भरोसा दिलाया है कि भारत जल्द ही रूसी तेल की खरीद बंद कर देगा। ट्रंप ने साथ ही यह चेतावनी भी दी कि अगर भारत ऐसा नहीं करता है, तो उसे अमेरिकी बाजार में भारी-भरकम टैरिफ देना जारी रखना पड़ेगा।

ट्रंप ने एयर फोर्स वन में सफर के दौरान पत्रकारों से बातचीत में कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से बात की है और मोदी ने कहा है कि भारत अब रूसी तेल का व्यापार नहीं करेगा। जब उनसे पूछा गया कि भारत ने इस बातचीत की पुष्टि नहीं की है, तो ट्रंप ने कहा कि अगर भारत ऐसा कहना चाहता है, तो उसे अमेरिकी टैरिफ चुकाते रहना होगा।

रूसी तेल पर 25 प्रतिशत अतिरिक्त टैरिफ

ट्रंप प्रशासन ने भारतीय वस्तुओं पर पहले से लगे 50 प्रतिशत टैरिफ में से 25 प्रतिशत टैरिफ को रूस से तेल आयात के  के रूप में बताया है। अमेरिका का तर्क है कि रूस तेल बिक्री से होने वाली आमदनी का उपयोग यूक्रेन युद्ध में कर रहा है, इसलिए रूस से तेल खरीदने वाले देशों पर आर्थिक दबाव बनाए रखना जरूरी है।

भारत ने कहा उपभोक्ताओं के हित में नीति जारी रहेगी

भारत के विदेश मंत्रालय ने ट्रंप के दावे पर सीधी टिप्पणी करने से इनकार किया है। मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि भारत की ऊर्जा नीति का मुख्य उद्देश्य भारतीय उपभोक्ताओं के हितों की रक्षा करना है।

यूक्रेन पर 2022 में रूस के हमले के बाद जब पश्चिमी देशों ने रूसी तेल से दूरी बना ली, तब भारत ने रियायती दरों पर मिलने वाले रूसी तेल की खरीद बढ़ाई और वह रूस का सबसे बड़ा खरीदार बन गया।

भारत के आयात में अभी नहीं दिखी कोई ठोस कमी

अमेरिका के बढ़ते दबाव के बावजूद भारत की ओर से रूसी तेल आयात में फिलहाल कोई बड़ी कटौती नहीं दिखी है। व्हाइट हाउस के एक अधिकारी ने दावा किया था कि भारत ने अपनी खरीद आधी कर दी है, लेकिन भारतीय सूत्रों ने कहा कि नवंबर के लिए ऑर्डर पहले ही जारी कर दिए गए हैं, इसलिए किसी भी कमी का असर दिसंबर या जनवरी के आंकड़ों में दिखाई दे सकता है।

कमोडिटी डेटा फर्म Kpler के अनुसार, यूक्रेन में ड्रोन हमलों के बाद रूस ने तेल निर्यात बढ़ाया है, जिससे भारत का आयात इस महीने लगभग 20 प्रतिशत बढ़कर 1.9 मिलियन बैरल प्रतिदिन होने की संभावना है।

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