Russian General Fanil Sarvarov Car Blast : जबरदस्त धमाके से दहला मॉस्को, पुतिन के सबसे भरोसेमंद जनरल का खौफनाक अंत, कार में बैठते ही हुआ जोरदार धमाका, चंद सेकंड में उड़े परखच्चे

Russian General Fanil Sarvarov Car Blast : पुतिन के बेहद भरोसेमंद और रूसी सेना के रणनीतिकार, लेफ्टिनेंट जनरल फानिल सरवरोव (56) की एक संदिग्ध कार विस्फोट में मौत हो गई है।

Update: 2025-12-22 12:02 GMT

Russian General Fanil Sarvarov Car Blast : जबरदस्त धमाके से दहला मॉस्को, पुतिन के सबसे भरोसेमंद जनरल का खौफनाक अंत, कार में बैठते ही हुआ जोरदार धमाका, चंद सेकंड में उड़े परखच्चे

Russian General Fanil Sarvarov Car Blast : मॉस्को : रूस और यूक्रेन के बीच जारी भीषण युद्ध अब केवल सरहदों तक सीमित नहीं रह गया है। आज सोमवार, 22 दिसंबर 2025 को रूसी राजधानी मॉस्को एक जबरदस्त धमाके से दहल उठी, जिसने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सुरक्षा तंत्र पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। पुतिन के बेहद भरोसेमंद और रूसी सेना के रणनीतिकार, लेफ्टिनेंट जनरल फानिल सरवरोव (56) की एक संदिग्ध कार विस्फोट में मौत हो गई है। यह हमला उस समय हुआ जब जनरल सरवरोव अपने घर से निकलकर ड्यूटी पर जा रहे थे।

Russian General Fanil Sarvarov Car Blast : धमाके की पूरी कहानी: चंद पलों में राख हुई जनरल की कार रूसी जांच समिति (Russian Investigative Committee) की शुरुआती रिपोर्टों के मुताबिक, यह घटना मॉस्को के एक रिहायशी इलाके की है। जनरल फानिल सरवरोव सुबह अपने अपार्टमेंट से निकले और अपनी कार में सवार हुए। जैसे ही उन्होंने इंजन स्टार्ट किया या कार कुछ ही दूरी पर बढ़ी, उसमें एक भीषण विस्फोट हुआ। धमाका इतना जोरदार था कि कार के परखच्चे उड़ गए और आसपास की इमारतों की खिड़कियों के शीशे टूट गए।

प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि धमाके के बाद कार आग का गोला बन गई थी। मौके पर मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने जनरल को तुरंत पास के अस्पताल पहुंचाया, लेकिन घाव इतने गहरे थे कि डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इस घटना ने मॉस्को के हाई-सिक्योरिटी जोन में रहने वाले सैन्य अधिकारियों के बीच हड़कंप मचा दिया है।

पुतिन के करीबी और सैन्य रणनीति के मास्टरमाइंड थे सरवरोव

56 वर्षीय फानिल सरवरोव का जाना रूसी सेना के लिए एक अपूरणीय क्षति माना जा रहा है। 1969 में पर्म क्षेत्र में जन्मे सरवरोव 1990 में सेना में शामिल हुए थे। उन्होंने कजान हायर टैंक कमांड स्कूल से शिक्षा प्राप्त की और जल्द ही अपनी काबिलियत के दम पर पुतिन के खास अफसरों की फेहरिस्त में शामिल हो गए।

वे रूसी सशस्त्र बलों के 'परिचालन प्रशिक्षण विभाग' (Operational Training Department) के प्रमुख थे। यूक्रेन युद्ध के संदर्भ में उनकी भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण थी, क्योंकि वे ही सैनिकों को युद्ध के मैदान (Frontline) पर भेजने से पहले विशेष ट्रेनिंग देने और रणनीति तैयार करने के जिम्मेदार थे। इससे पहले वे सीरिया (2015-16) में रूसी सैन्य अभियानों का सफलतापूर्वक नेतृत्व कर चुके थे और उन्हें काकेशस के कठिन युद्धों का भी गहरा अनुभव था।

क्या फिर हुआ खुफिया तंत्र फेल? यूक्रेन की ओर उठ रही हैं उंगलियां

रूसी अधिकारी इस हमले के पीछे सीधे तौर पर यूक्रेनी खुफिया एजेंसी का हाथ होने का अंदेशा जता रहे हैं। हालांकि यूक्रेन ने अभी तक आधिकारिक तौर पर इसकी जिम्मेदारी नहीं ली है, लेकिन रूसी जांच एजेंसियों का कहना है कि यह एक 'टारगेट किलिंग' है, जिसे बहुत बारीकी से प्लान किया गया था। जांच इस बात पर केंद्रित है कि हाई-सिक्योरिटी वाली कार में विस्फोटक कैसे प्लांट किया गया?

क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने पुष्टि की है कि राष्ट्रपति पुतिन को इस घटना की पल-पल की जानकारी दी जा रही है। पिछले दो वर्षों में यह तीसरा बड़ा मौका है जब रूस के किसी शीर्ष सैन्य अधिकारी या रणनीतिकार को मॉस्को के भीतर कार ब्लास्ट का शिकार बनाया गया है। इससे पहले डारिया डुगिना और व्लादलेन टाटार्स्की जैसे नामों ने रूस को इसी तरह से दहलाया था।

रूस-यूक्रेन युद्ध पर इस घटना का क्या होगा असर?

रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि फानिल सरवरोव की हत्या रूस के 'मिलिट्री मोराल' (सैन्य मनोबल) पर चोट करने की कोशिश है। जब युद्ध के बीच ट्रेनिंग विभाग का प्रमुख मारा जाता है, तो सैनिकों की तैयारी और नए कैडरों की भर्ती प्रक्रिया प्रभावित होती है।

इस घटना के बाद अब मॉस्को में सुरक्षा के कड़े इंतजाम कर दिए गए हैं। रूसी सुरक्षा एजेंसी (FSB) ने पूरे इलाके को सील कर दिया है और संदिग्धों की तलाश जारी है। यह हमला स्पष्ट करता है कि यूक्रेन अब रूस के भीतर घुसकर बड़े लक्ष्यों को निशाना बनाने की क्षमता विकसित कर चुका है, जो पुतिन प्रशासन के लिए आने वाले दिनों में बड़ी सिरदर्दी बन सकता है।

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