Israel Hamas War: UN में इजरायल-हमास संघर्ष विराम प्रस्ताव पर हुआ मतदान, भारत ने इजरायल के खिलाफ किया वोट
Israel Hamas War: संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) में मंगलवार को इजरायल-हमास युद्ध में तत्काल मानवीय विराम की मांग को लेकर एक मसौदा प्रस्ताव पास हो गया है। यह प्रस्ताव मिस्र ने पेश किया था।
Israel Hamas War: संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) में मंगलवार को इजरायल-हमास युद्ध में तत्काल मानवीय विराम की मांग को लेकर एक मसौदा प्रस्ताव पास हो गया है। यह प्रस्ताव मिस्र ने पेश किया था। भारत ने भी इसके सुर में सुर मिलाया है और प्रस्ताव के पक्ष में वोट किया है। प्रस्ताव के पक्ष में 153 देशों ने वोट किया, जबकि 23 देश अनुपस्थित रहे और 10 ने इस प्रस्ताव के खिलाफ वोट किया।
UN में भारत की स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज ने कहा, "भारत ने महासभा द्वारा अपनाए गए प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया। यह अगस्त निकाय जिस स्थिति पर विचार-विमर्श कर रहा है, उसके कई आयाम हैं।" उन्होंने कहा, "7अक्टूबर को इजरायल में आतंकवादी हमला और उस समय बंधक बनाए गए लोगों की चिंता है।" उन्होंने कहा, "गाजा में बहुत बड़ा मानवीय संकट पैदा हुआ है और भारी संख्या में नागरिकों की मौतें हुई हैं, जिनमें महिलाएं और बच्चे शामिल हैं।"
रुचिरा ने कहा, "इन सभी परिस्थितियों में अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून का पालन करने का मुद्दा प्रमुख है।" उन्होंने कहा, "इस असाधारण कठिन समय में हमारी चुनौती सही संतुलन बनाने की है। संयुक्त राष्ट्र के चार्टर के अनुच्छेद 99 को लागू करते हुए महासचिव द्वारा अंतरराष्ट्रीय समुदाय के सामने आने वाली चुनौतियों की गंभीरता और जटिलता को रेखांकित किया गया है।" उन्होंने कहा कि भारत इन क्षेत्रों में चुनौतियों के समाधान के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय की एकता का स्वागत करता है।
युद्धविराम प्रस्ताव के खिलाफ वोट करने वाले 10 देशों में अमेरिका, ऑस्ट्रिया, इजरायल, लाइबेरिया, माइक्रोनेशिया, नाउरू, पापुआ न्यू गिनीचेक रिपब्लिक, ग्वाटेमाला और पराग्वे शामिल हैं। अर्जेंटीना, यूक्रेन और जर्मनी सहित 23 देशों ने मतदान में हिस्सा नहीं लिया।
पिछले सप्ताह भी मिस्र के राजदूत अब्देल खालेक महमूद ने गाजा में तत्काल युद्धविराम का प्रस्ताव महासभा में पेश किया था, लेकिन अमेरिका ने वीटो का प्रयोग कर मतदान को खारिज कर दिया था।
अल्जीरिया, बहरीन, इराक, कुवैत, ओमान, कतर, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात (UAE) और फिलिस्तीन द्वारा प्रायोजित प्रस्ताव में गाजा में तत्काल मानवीय युद्धविराम की मांग की गई थी। इन देशों ने अपनी मांग दोहराई कि सभी पक्ष अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत अपने दायित्वों का पालन करें, खासकर नागरिकों की सुरक्षा के संबंध में। प्रस्ताव में सभी बंधकों की तत्काल और बिना शर्त रिहाई के साथ-साथ मानवीय पहुंच सुनिश्चित करने की भी मांग की गई है।
7 अक्टूबर को हमास और अन्य फिलिस्तीनी सशस्त्र समूहों द्वारा किए गए आतंकवादी हमलों में 33 बच्चों सहित 1,200 से अधिक लोग मारे गए और हजारों घायल हो गए। गाजा में स्वास्थ्य मंत्रालय (MOH) के अनुसार, अब तक कम से कम 18,205 फिलिस्तीनी मारे गए हैं। संयुक्त राष्ट्र कार्यालय के अनुसार, गाजा में करीब 49,645 लोग कथित तौर पर घायल हुए हैं जिनमें 70 प्रतिशत महिलाएं और बच्चे हैं।