बांग्लादेश हिंसा: कट्टरपंथी छात्र नेता हादी की मौत के बाद ढाका से राजशाही तक आगजनी, पढ़ें कौन था शरीफ उस्मान हादी, क्यों भड़की हिंसा?

Bangladesh Violence News: बांग्लादेश में एक बार फिर हालात बेकाबू हो गए हैं। राजधानी ढाका में कट्टरपंथी छात्र नेता शरीफ उस्मान हादी की मौत की खबर सामने आते ही देश के कई हिस्सों में हिंसा भड़क उठी।

Update: 2025-12-19 11:49 GMT

Bangladesh Violence News: बांग्लादेश में एक बार फिर हालात बेकाबू हो गए हैं। राजधानी ढाका में कट्टरपंथी छात्र नेता शरीफ उस्मान हादी की मौत की खबर सामने आते ही देश के कई हिस्सों में हिंसा भड़क उठी। इंकलाब मंच के संयोजक और जुलाई 2025 के विद्रोह के प्रमुख आयोजकों में शामिल हादी की मौत के बाद उनके समर्थक सड़कों पर उतर आए और आवामी लीग के कार्यालयों, मीडिया संस्थानों और सरकारी प्रतीकों को निशाना बनाया। गुरुवार रात से शुरू हुई हिंसा ने देखते ही देखते गंभीर रूप ले लिया।   

मीडिया संस्थानों और राजनीतिक दफ्तरों पर हमला

ढाका में प्रदर्शनकारियों ने देश के दो बड़े मीडिया हाउस प्रोथोम आलो और डेली स्टार के कार्यालयों में तोड़फोड़ की और इमारत में आग लगा दी। आगजनी के वक्त इमारत के भीतर कई लोगों के फंसे होने की सूचना भी सामने आई। वहीं, राजशाही में हिंसक भीड़ ने बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान के आवास और आवामी लीग के एक कार्यालय को आग के हवाले कर दिया, जिससे भारी नुकसान हुआ। हालात इतने तनावपूर्ण रहे कि सुरक्षाबलों की मौजूदगी के बावजूद भीड़ को नियंत्रित नहीं किया जा सका।
भारत से जुड़े ठिकानों पर भी गुस्सा
हिंसा का दायरा यहीं नहीं रुका। चटोग्राम में प्रदर्शनकारी भारत के उप-उच्चायुक्त के आवास के बाहर जमा हो गए और परिसर पर पत्थरबाजी की। इस दौरान भारत विरोधी और आवामी लीग विरोधी नारे लगाए गए। “भारतीय आक्रमण को ध्वस्त करो” और “आवामी लीग से जुड़े लोगों को पकड़ो” जैसे उग्र नारों ने स्थिति को और संवेदनशील बना दिया। एसोसिएटेड प्रेस के मुताबिक, कई जगहों पर सेना और अर्धसैनिक बल मौजूद थे, लेकिन शुरुआती तौर पर उन्होंने कोई सख्त कार्रवाई नहीं की।
अंतरिम सरकार की अपील, राष्ट्रीय शोक की घोषणा
बढ़ती हिंसा के बीच अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस सामने आए और लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की। उन्होंने नागरिकों से कानून हाथ में न लेने को कहा और शुक्रवार को राष्ट्रीय शोक दिवस घोषित किया। यूनुस ने हादी को “शहीद” बताते हुए उनकी हत्या को जघन्य अपराध करार दिया और कहा कि दोषियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। देशभर की मस्जिदों में विशेष प्रार्थनाओं का आयोजन किया गया।
कौन था शरीफ उस्मान हादी, क्यों भड़की हिंसा?
शरीफ उस्मान हादी जुलाई 2025 में शेख हसीना सरकार के खिलाफ शुरू हुए आंदोलन के दौरान उभरे थे। वे खुद को खुलकर भारत विरोधी राजनीति का समर्थक बताते थे और भारत समर्थक दलों के मुखर आलोचक थे। 12 दिसंबर को ढाका के बिजोयनगर इलाके में चुनाव प्रचार के दौरान नकाबपोश हमलावरों ने उनके सिर में गोली मार दी थी। इलाज के लिए पहले स्थानीय अस्पताल और फिर सिंगापुर ले जाया गया, लेकिन छह दिन बाद उनकी मौत हो गई। जैसे ही मौत की पुष्टि हुई, समर्थकों का गुस्सा सड़कों पर फूट पड़ा और बांग्लादेश एक बार फिर राजनीतिक हिंसा और अराजकता के दौर में पहुंच गया।
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