Australia me Laga social media apps par ban: ऑस्ट्रेलिया ने लगाया बड़ा डिजिटल प्रतिबंध, 16 साल से कम उम्र के बच्चों को सोशल मीडिया अकाउंट बनाने की अनुमति नहीं!
Australia me Laga social media apps par ban: वर्तमान समय में बच्चों में मानसिक स्वास्थ्य और क्राइम रेट काफी ज्यादा बढ़ा है। इसके कई कारण हो सकते हैं लेकिन सबसे मुख्य कारण सोशल मीडिया को बताया जाता है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए बच्चों की ऑनलाइन सुरक्षा को लेकर ऑस्ट्रेलिया ने दुनिया के सामने एक मिसाल पेश की है। इस देश ने 16 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए सोशल मीडिया अकाउंट बनाने पर सख्त रोक लगा दी है।
Australia me Laga social media apps par ban: वर्तमान समय में बच्चों में मानसिक स्वास्थ्य और क्राइम रेट काफी ज्यादा बढ़ा है। इसके कई कारण हो सकते हैं लेकिन सबसे मुख्य कारण सोशल मीडिया को बताया जाता है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए बच्चों की ऑनलाइन सुरक्षा को लेकर ऑस्ट्रेलिया ने दुनिया के सामने एक मिसाल पेश की है। इस देश ने 16 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए सोशल मीडिया अकाउंट बनाने पर सख्त रोक लगा दी है। यह फैसला कल रात से लागू कर दिया गया है, जिससे ऑस्ट्रेलिया दुनिया का पहला देश बन गया है जिसने इस तरह के नियम को कानूनी रूप से लागू किया हो। आइए जानते है क्या कहता है यह नियम।
यह कानून क्यों बनाया गया?
ऑस्ट्रेलियाई सरकार ने नवंबर 2024 में ‘ऑनलाइन सेफ्टी अमेंडमेंट बिल’ पास किया था। इसी कानून के तहत यह रोक लगाई गई है। सरकार का कहना है कि सोशल मीडिया पर बच्चों को खतरनाक कंटेंट, साइबर बुलिंग और मानसिक स्वास्थ्य से जुड़े जोखिमों का सामना करना पड़ता है, जिसे रोकना अब जरूरी हो गया था।
कम्युनिकेशंस मिनिस्टर अनिका वेल्स के अनुसार यह पूरी तरह बैन नहीं है, इस नियम के तहत बच्चो की सुरक्षा को देखते हुए 16 साल की उम्र पूरी होने तक ही प्रतीक्षा करना है। इसको लेकर बच्चों या उनके माता-पिता पर किसी तरह की कार्रवाई नहीं होगी। इन नियमों की जिम्मेदारी पूरी तरह सोशल मीडिया कंपनियों की है।
कौन-कौन से प्लेटफॉर्म्स पर लगेगा बैन?
यह प्रतिबंध उन प्लेटफॉर्म्स पर लागू होगा जहां सोशल इंटरैक्शन सबसे ज्यादा होता है। इन प्लेटफॉर्म्स को इसलिए चुना गया है क्योंकि इनमें बच्चों द्वारा कंटेंट पोस्ट करना, शेयर करना और अन्य यूजर्स से चैट आदि करना आम बात है, लेकिन यूट्यूब और रेडिट को हल्की छूट दी गई है जिस वजह से बच्चे केवल इन पर वीडियो देख सकेंगे लेकिन अकाउंट नहीं बना पाएंगे।
इनमें शामिल हैं
- फेसबुक
- इंस्टाग्राम
- टिकटॉक
- स्नैपचैट
- X/ट्विटर
- यूट्यूब
- थ्रेड्स
- रेडिट
- किक
कौन से प्लेटफॉर्म बैन से बाहर रहेंगे?
कुछ प्लेटफॉर्म्स को इस समय प्रतिबंध सूची से बाहर रखा गया है क्योंकि उनका मुख्य फोकस शिक्षा या गेमिंग है। यह एक अस्थाई सूची है इनमें समय-समय पर बदलाव किए जा सकते हैं। इनमें शामिल हैं:
- डिस्कॉर्ड
- ट्विच
- व्हाट्सऐप
- मेसेंजर
- गिटहब
- गूगल क्लासरूम
- रोब्लॉक्स
- स्टीम
- लेगो प्ले
- यूट्यूब किड्स
मौजूदा अकाउंट्स का क्या होगा?
यह नियम 10 दिसंबर 2025 से पूरी तरह लागू होगा। इसके बाद 16 वर्ष से कम उम्र वाले बच्चों के पहले से मौजूद सोशल मीडिया अकाउंट्स को डिएक्टिवेट या हटाना अनिवार्य है।
सोशल मीडिया कंपनियों के द्वारा प्रत्येक यूजर को पहले ही सूचना देनी होगी और उम्र की सत्यापन प्रक्रिया को मजबूत करना होगा। नियमों को लागू करवाने की पूरी जिम्मेदारी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स की ही होगी।
नियम का पालन न करने पर 400 करोड़ रुपये जुर्माना
इन नियमों का पालन न करने पर सोशल मीडिया कंपनियों को 49.5 मिलियन डॉलर यानी लगभग 400 करोड़ रुपये तक का जुर्माना भरना पड़ सकता है। इस जुर्माने की राशि को देखकर यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि ऑस्ट्रेलिया कि सरकार अपने बच्चों के डिजिटल सुरक्षा को लेकर कितना सजग है। बच्चों की सुरक्षा को देखते हुए सभी देशों में यह नियम जरूर लागू होना चाहिए।