सर्वे में दावा, स्मोकिंग और शाकाहारी भोजन करने वालों में कोरोना का खतरा होता है कम, साथ ही इन ब्लड ग्रुप वाले लोगों के लिए संक्रमण का जोखिम ज्‍यादा ….

Update: 2021-01-18 03:05 GMT

नईदिल्ली 18 जनवरी 2021. वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद की ओर से करीब 40 संस्थानों में किए गए अखिल भारतीय सीरोसर्वे में पाया गया है कि शाकाहारियों में कम सीरो पॉजिटिविटी पाई गई। इसके मायने यह हैं कि ऐसे लोगों को कोरोना से संक्रमित होने का जोखिम कम हो सकता है। यही नहीं सर्वे में यह भी पाया गया कि ओ ब्‍लड ग्रुप वाले लोग संक्रमण के प्रति कम संवेदनशील हो सकते हैं जबकि बी और एबी ब्‍लड ग्रुप वाले लोगों के लिए संक्रमण का जोखिम ज्‍यादा हो सकता है.

CSIR ने देश भर में हुए इस सर्वे के लिए 10,427 लोगों का सैंपल लिया है. ये लोग CSIR देश के विभिन्न हिस्सों में मौजूद 40 प्रयोगशालाओं में काम करते हैं. या उनके परिवार वाले हैं. इस सर्वे में लोगों को यह आजादी थी कि वो इसमें भाग लेना चाहते हैं या नहीं. सर्वे का मकसद कोरोना के खिलाफ एंटीबॉडीज की मौजूदगी का पता करना था. सर्वे की शुरूआत CSIR के एक संस्थान इंस्टीट्यूट ऑफ जीनोमिक्स एंड इंटीग्रेटिव बायोलॉजी (IGIB) दिल्ली ने की थी. 10,427 लोगों में 1058 यानी करीब 10.14 फीसदी लोगों में कोरोना के खिलाफ एंटीबॉडीज मिलीं.

इस स्टडी में कहा गया है कि धूम्रपान करने वालों को सीरो पॉजिटिव होने की संभावना कम होती है, जो सामान्य आबादी की पहली रिपोर्ट है और इसका सबूत है कि कोविड 19 एक श्वसन रोग होने के बावजूद धूम्रपान करना कोरोना के खिलाफ सुरक्षात्मक हो सकता है. इस स्टडी में फ्रांस, इटली, न्यूयॉर्क और चीन की रिपोर्ट का भी हवाला दिया गया है, जिसमें बताया गया है कि धूम्रपान करने वालों के बीच संक्रमण की दर काफी कम होती है.

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