बिग ब्रेकिंग : IAS सोनमणि बोरा बने लेबर सिकरेट्री, चंपावत को मिला पीएचई…. सुबोध सिंह डेपुटेशन के लिए हुए रिलीव

Update: 2020-01-28 13:04 GMT

NPG.News

रायपुर, 28 जनवरी 2020। पीएचई एवं लेबर सिकरेट्री सुबोध सिंह को राज्य सरकार ने केंद्र के लिए रिलीव कर दिया है। सुबोध डेपुटेशन पर भारत सरकार जा रहे हैं। केंद्र में उन्हें ज्वाइंट सिकरेट्री फूड एंड सिविल सप्लाई बनाया गया है।

सुबोध को राज्य सरकार ने पहले ही डेपुटेशन पर जाने के लिए एनओसी दे दिया था। इसलिए, रिलीविंग में कोई दिक्कत नहीं थी। भारत सरकार ने 20 जनवरी को सुबोध सिंह की पोस्टिंग का आर्डर निकाला था। 97 बैच के आईएएस सुबोध पहली बार सेंट्रल डेपुटेशन पर जा रहे हैं। पांच साल के लिए उनका यह पीरियड होगा।

वे चाहेंगे तो दो साल इसमें और बढ़ सकता है। सुबोध रायगढ़, रायपुर और बिलासपुर के कलेक्टर रह चुके हैं। मार्कफेड के एमडी भी रहे हैं। सिकरेट्री टू सीएम के साथ ही इंडस्ट्री, पीडब्लूडी, माईनिंग और पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी संभालने का अवसर मिला। एक साल से अधिक वक्त तक वे हाउसिंग बोर्ड के कमिश्नर भी रहे।

सुबोध के पास फिलहाल पीएचई और लेबर था। लेबर सोनमणि बोरा को दिया गया है और पीएचई अविनाश चंपावत को दिया गया है।। चंपावत के पास पहले से सिंचाई विभाग है। वहीं, सोनमणि राज्यपाल के सिकरेट्री हैं।

सोनमणि बोरा के पास सचिव संसदीय कार्य विभाग और राजभवन सचिव के साथ-साथ श्रमायुक्त और सचिव श्रम विभाग का चार्ज दिया गया है।

वहीं पीएचई का एडिश्नल चार्ज 2003 बैच के अविनाश चंपावत को दिया गया है। अभी उनके पास जल संसाधन और धार्मिक न्यास व धर्मस्व विभाग का एडिश्नल चार्ज है।

वहीं 2011 बैच के रिमिजियुस एक्का को राज्य निर्वाचन आयोग के सचिव के साथ-साथ नगरीय प्रशासन विभाग के संयुक्त सचिव का एडिश्नल चार्ज दिया गया है।

वैसे भी, सिकरेट्री लेवल पर अफसरों की काफी कमी है। इस बरस रीचा शर्मा और सुबोध सिंह डेपुटेशन पर गए हैं। एम गीता हायर स्टडी के लिए यूएस गईं हैं। तीन तो यही हो गए। अफसरों की कमी के चलते ही अधिकांश सचिवों के पास एक से अधिक विभाग हो गए हैं।

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