IAS रेणु पिल्ले और सुब्रत साहू प्रिंसिपल सिकरेट्री से प्रमोट होकर ACS बनें, विभाग यथावत रखा सरकार ने

Update: 2020-01-14 14:52 GMT

रायपुर, 14 जनवरी 2020। राज्य सरकार ने सूबे के दो प्रमुख सचिवों को प्रमोशन देते हुए उन्हें एडिशनल चीफ सिकरेट्री बना दिया है। सामान्य प्रशासन विभाग ने आज शाम इसका आदेश भी जारी कर दिया।
सरकार ने दो प्रमुख सचिवों को पदोन्नत किया है। इनमें 91 बैच की रेणु पिल्ले और 92 बैच के सुब्रत साहू शामिल हैं।
एडिशनल सिकरेट्री बनने के बाद भी दोनों के विभाग यथावत रहेंगे। रेणु के पास कौशल विकास, तकनीकी शिक्षा तथा रोजगार विभाग और सुब्रत साहू के पास गृह और पंचायत बना रहेगा।
रेणु और सुब्रत को एसीएस बनाने के बाद मंत्रालय में अब एसीएस की चीफ सिकरेट्री को मिलाकर संख्या चार हो गई है। अभी तक सीएस मंडल के बाद सिर्फ एक अमिताभ जैन एसीएस थे।
सीनियर लेवल पर अफसरों की कमी का हवाला देते हुए राज्य सरकार ने दोनों अफसरों को समय से पहले प्रमोशन देने के लिए भारत सरकार से अनुमति मांगी थी। असल में, एसीएस चीफ सिकरेट्री सवंर्ग में आता है। इसके लिए 30 साल की सर्विस जरूरी है।
भारत सरकार से पत्र का जवाब न आने की स्थिति में 30 दिवस गुजर जाने के बाद सरकार ने आज दोनों अफसरों को एसीएस बना दिया। भारतीय प्रशासनिक सेवा वेतन अधिनियम के अनुसार राज्य सरकार के पत्र पर भारत सरकार अगर 30 दिवस में जवाब नहीं देगा तो उसके बाद राज्य सरकार प्रमोशन दे सकता है। 2004 बैच के आईएएस को भी इसी आधार पर सिकरेट्री बनाया गया। हालांकि, एक समय ऐसा भी था कि पांच-पांच, छह-छह एसीएस होते थे। लेकिन, बैजेंद्र कुमार और सुब्रमणियम के डेपुटेशन पर चले जाने और सीके खेतान के राजस्व बोर्ड के चेयरमैन बनने के बाद एसीएस संख्या घटकर एक पर आ गई थी।

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