IAS को मिली जान से मारने की धमकी…’भाभी’ का नाम लेकर तूने बुलाई अपनी मौत, छुट्‌टी पर चले जाओ नहीं तो….

Update: 2021-06-19 08:04 GMT

भोपाल 19 जून 2021. मध्यप्रदेश के एक आईएएस अधिकारी ने शुक्रवार को यह दावा करते हुए पुलिस सुरक्षा की मांग की कि एक अज्ञात व्यक्ति ने उन्हें फोन पर जान से मारने की धमकी दी है.

आरोप है कि किसी ने उन्हें अज्ञात नंबर से सिग्नल एप पर कॉल किया और कहा कि साधना भाभी का नाम लेकर तूने अपनी मौत बुला ली है। बता दें कि साढ़े चार साल की नौकरी में जांगिड़ का नौ बार तबादला हो चुका है। वहीं, कुछ समय पहले उन्हें बड़वानी जिले में अपर कलेक्टर के पद से राज्य शिक्षा केंद्र भेज दिया गया। ऐसे में उन्होंने बड़वानी कलेक्टर पर सवाल उठाए। साथ ही, उन पर भ्रष्टाचार के आरोप भी लगाए। इस संबंध में उन्होंने मध्यप्रदेश आईएएस असोसिएशन के ग्रुप में अपने दिल की बात लिखी। यह चैट वायरल हो गई, जिससे राज्य की राजनीति में घमासान शुरू हो गया।

बताया जा रहा है कि आईएएस असोसिएशन के ग्रुप में किए गए पोस्ट को हटाने के लिए लोकेश जांगिड़ पर काफी दबाव बनाया गया। जब उन्होंने पोस्ट हटाने से इनकार कर दिया तो उन्हें ग्रुप से निकाल दिया गया। इसके बाद आईएएस लोकेश जांगिड़ ने मीडिया के सामने अपनी बात रखी। साथ ही, बड़वानी कलेक्टर पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए। ऐसे में जांगिड़ के रुख पर राज्य सरकार ने नाराजगी जताई और शासन की तरफ से उन्हें नोटिस जारी कर दिया गया, जिसका जवाब सात दिन में मांगा गया है। उधर, आईएएस लोकेश जांगिड़ ने महाराष्ट्र में डेपुटेशन के लिए आवेदन दे दिया।

जानकारी के मुताबिक, इस बीच आईएएस लोकेश को गुरुवार (17 जून) रात अनजान नंबर से धमकी मिली, जिसके बाद उन्होंने डीजीपी को लिखित शिकायत दी। उन्होंने बताया कि गुरुवार रात करीब 11:30 बजे सिग्नल एप पर अज्ञात नंबर से कॉल आया। कॉल करने वाले ने कहा कि तू नहीं जानता, तूने किससे पंगा लिया है। साधना भाभी का नाम लेकर तूने मौत को बुलाया है। तुझे अपनी और बेटे की जान की परवाह है तो छह महीने की छुट्टी पर चला जा। मीडिया से बात करना बंद कर दे। आईएएस लोकेश ने कहा कि धमकी मिलने के बाद मेरे परिवार को जान का खतरा हो गया है। उन्होंने भोपाल स्थित अपने आवास पर सुरक्षाकर्मियों की मांग की।

जांगिड़ ने बताया कि घटना के बाद DGP को इस संबंध में एक शिकायत वॉट्सऐप और अन्य माध्यम से की है। मैंने उनसे निजी सुरक्षा की भी मांग की है। मामला गंभीर होने के कारण मैंने सीधे DGP को शिकायत की है। लोकल थाने से कोई संपर्क नहीं किया है। हालांकि अभी तक DGP या उनकी तरफ से किसी ने न तो कोई जवाब दिया और न ही संपर्क किया है।

2014 बैच के मध्यप्रदेश कैडर के IAS अफसर लोकेश कुमार जांगिड़ की फील्ड पोस्टिंग के अभी साढ़े 4 साल हुए हैं, लेकिन उनके 8 बार ट्रांसफर हो चुके हैं। यानी औसतन हर 6 माह में उन्हें हटाया गया। 42 दिन पहले राज्य शिक्षा केंद्र के अपर संचालक से बड़वानी अपर कलेक्टर बनाया गया था, लेकिन पिछले सप्ताह उन्हें वापस राज्य शिक्षा केंद्र भेज दिया गया है।

 

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