हनी ट्रैप में IAS की चिट्ठी वायरल ….लिखी थी ये बात… मचा ब्यूरोक्रेसी में हड़कंप…मंत्री के OSD की चिट्ठी भी हो चुकी है मामले में पहले वायरल…. पढ़िये IAS का पत्र

Update: 2020-01-07 14:01 GMT

भोपाल 7 जनवरी 2020। हनीट्रैप में फंसे IAS पीसी मीणा की एक चिट्ठी सोशल मीडिया में वायरल हो रही है। पत्र में चीफ सिकरेट्री से मीणा ने मिलने का वक्त मांगा है। चिट्ठी में मीणा की ओर से खुद की जान को खतरा बताया है। साथ ही ये भी लिखा है कि उनका परिवार मानसिक रूप से प्रताड़ित हो रहा है। पीसी मीणा वही आईएएस अधिकारी हैं जिनका वीडियो सोशल मीडिया में वायरल होने के बाद सबसे पहले हनीट्रैप केस का खुलासा हुआ था। इस वीडियो में मीणा एक महिला के साथ होटल में आपत्तिजनक हालत में दिखे थे। बाद में जब हनीट्रैप केस की जांच आगे बढ़ी तो फिर इसके तार फैलते चले गए। अब उनकी चिट्ठी सोशल मीडिया में वायरल हुई हैं। जिसने प्रदेश में हड़कंप सा मचा दिया हैं।

पीसी मीणा की ओर से चिट्ठी में लिखा गया है कि उनके खिलाफ एक षड्यंत्र रचा गया है, 6 महीने पहले एक वायरल वीडियो से मेरी व्यक्तिगत छवि बिगाडऩे की कोशिश की गई, इस बारे में मेरी ओर से वरिष्ठ अधिकारियों को तुरंत सूचित किया गया था, अपने पद की गरिमा को ध्यान में रखते हुए मैं अभी तक इस मामले में चुप था लेकिन हनीट्रैप की जांच के लिए गठित एसआईटी की ओर से कोर्ट में पेश चालान में जो बातें लिखी गई हैं वो भ्रामक हैं और इस मामले में वो पूरी जानकारी मुख्य सचिव को देना चाहते हैं |

इससे पहले हनीट्रैप केस की चार्जशीट में दो मंत्रियों के ओएसडी के नाम सामने आने के बाद उनकी छुट्टी की जा चुकी है, हनीट्रैप केस फंसे खाद्य मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर और खनिज मंत्री प्रदीप जायसवाल के ओएसडी हरीश खरे और अरुण निगम को मंत्रियों की पदस्थापना से हटाया जा चुका है, हरीश खरे को महिला एवं बाल विकास विभाग में उपसंचालक के मूल पद पर वापस भेज दिया गया है और उनकी जगह राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारी चंद्रभूषण को मंत्री का ओएसडी बनाया गया है, जबकि अरुण निगम को अनुसूचित जाति कल्याण विभाग में भेजा गया है |

Tags:    

Similar News