Vitamin D Deficiency: विटामिन डी की कमी से हो सकती हैं ये गंभीर समस्याएं, लक्षण दिखते ही लें डाॅक्टर की सलाह...

Vitamin D Deficiency: विटामिन डी की कमी से हो सकती हैं ये गंभीर समस्याएं, लक्षण दिखते ही लें डाॅक्टर की सलाह...

Update: 2025-11-11 09:51 GMT

Vitamin D Deficiency: आपको हड्डियों की कमजोरी की समस्या होने पर हमेशा यह सलाह मिली होगी कि कैल्शियम लें तो साथ में विटामिन डी भी ज़रूरी है ताकि उस कैल्शियम का शरीर में प्राॅपर एब्ज़ार्पशन हो सके और हड्डियों को मजबूती मिल सके। लेकिन शायद आप न जानते हों कि सिर्फ हड्डियों के लिए ही नहीं, शरीर की अनेक गतिविधियों के लिए विटामिन डी ज़रूरी है। वहीं इसकी कमी से अनेक गंभीर समस्याएं हो सकती हैं। आइये जानते हैं कि विटामिन डी की डिफिशिएंसी से कौन सी प्रमुख समस्याएं हो सकती हैं।

वयस्कों की हड्डियों में दर्द और कमजोरी

विटामिन डी कैल्शियम के अवशोषण में मदद करता है। इसकी कमी से हड्डियाँ कमजोर पड़ने लगती हैं।खासकर बुजुर्गों और महिलाओं में।विटामिन डी की डिफिशिएंसी के चलते हड्डियाँ पतली और भुरभुरी हो जाती हैं।जिसे 'ऑस्टियोपोरोसिस' कहा जाता है। इसलिए हड्डियों की मजबूती के लिए अपनी डाइट में कैल्शियम इन्टेक बढ़ाने के साथ विटामिन D3 की पर्याप्त पूर्ति का भी ध्यान रखें।

बच्चों में रिकेट्स

वहीं बच्चों में विटामिन डी की डिफिशिएंसी के चलते हड्डियों का ठीक से विकास नहीं होता, पैर टेढ़े हो जाते हैं। जिसे रिकेट्स कहा जाता है।

मसल्स और जोड़ों में दर्द

विटामिन डी की डिफिशिएंसी होने पर मांसपेशियों में दर्द या कमजोरी, एंठन और अकड़न, जोड़ों में दर्द और जकड़न जैसी समस्याएं होती हैं। विटामिन D की कमी के चलते शरीर में इन्फ्लेमेशन बढ़ने लगता है जो अनेक तरह के दर्दों का मुख्य कारण है। इसके अलावा विटामिन D की कमी होने पर आप हर समय थकान, सुस्ती और कमजोरी महसूस करने लगते है।

मानसिक परेशानियां

विटामिन D की डिफिशिएंसी के चलते आप मानसिक परेशानियों से भी दो-चार हो सकते हैं। आपके दिमाग में हर समय चिंता बनी रह सकती है। विटामिन D3 सेरोटोनिन और डोपामाइन जैसे हार्मोन के उत्पादन को नियंत्रित करता है जो आपके मूड को बेहतर बनाने के लिए ज़रूरी हैं। विटामिन D की कमी होने पर आप मूड स्विंग्स और डिप्रेशन के शिकार हो सकते हैं। आपको ध्यान, एकाग्रता और याददाश्त में कमी जैसी समस्याएं हो सकती हैं। आप नींद की कमी से जूझ सकते हैं।

कमज़ोर इम्यूनिटी

विटामिन D की डिफिशिएंसी के चलते आपकी इम्यूनिटी कमजोर हो सकती है। आप बार-बार बीमार पड़ते हैं। जल्दी इन्फेक्शंस के शिकार होते हैं। आपको जल्दी सर्दी-जुकाम होता है और बीमारियों के हमले को आप झेल नहीं पाते।

हृदय स्वास्थ्य

विटामिन D की कमी हमारे हृदय स्वास्थ्य के लिए भी नुकसानदायक है। इससे हाई ब्लड प्रेशर का खतरा बढ़ता है। ब्लड वेसल्स में सूजन बढ़ती है और ब्लड सर्कुलेशन बाधित होता है। आपकी धमनियों को साफ रखने के लिए भी विटामिन डी जरूरी है।

डायबिटीज़ का बढ़ता रिस्क

विटामिन डी की कमी होने पर डायबिटीज का खतरा भी मंडराने लगता है। विटामिन डी हमारे शरीर में इंसुलिन की सेंसिटिविटी के लिए जरूरी है। विटामिन डी की कमी के कारण इन्फ्लेमेशन के चलते होने वाला मोटापा भी बढ़ता है जो डायबिटीज का जोखिम कारक है।

मेटाबॉलिज्म धीमा होना

विटामिन डी की कमी होने पर हमारा मेटाबॉलिज्म भी स्लो हो जाता है जिसके चलते हमारे शरीर में और अधिक फैट इकट्ठा होने लग जाता है।

त्वचा और बालों पर असर

विटामिन D हमारी त्वचा और बालों के लिए भी बहुत जरूरी है। इसकी कमी के चलते त्वचा में से नमी खो जाती है। संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। स्किन जल्दी बूढ़ी होती है। उसकी चमक भी चली जाती है। वहीं विटामिन D की कमी के चलते बाल जल्दी झड़ने लगते हैं।

पाचन स्वास्थ्य

विटामिन D की कमी का असर हमारे पाचन स्वास्थ्य पर भी पड़ता है। इससे पाचन में दिक्कतें आती हैं। कब्ज होती है। गुड और बैड बैक्टीरिया का संतुलन बिगड़ता है। साथ ही इरिटेबल बाउल सिंड्रोम(आईबीएस ) के लिए भी विटामिन डी 3 की कमी जिम्मेदार हो सकती है।

हार्मोनल असंतुलन

विटामिन डी की कमी के चलते हार्मोनल इंबैलेंस की समस्या होती है।थायराॅइड के मामले में भी इसकी कमी जिम्मेदार होती है।

विटामिन D की कमी दूर करने के लिए क्या करें

विटामिन D की कमी दूर करने के लिए रोजाना धूप में 15–20 मिनट रहें। दूध, दही, पनीर, हरी सब्जियाँ,मशरूम, तिल, बादाम,अंडा, मछली और फोर्टिफाइड सीरियल्स लें।डॉक्टर की सलाह से विटामिन D की दवा या सप्लीमेंट्स लें।

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