Trace Minerals : क्या आप जानते हैं ट्रेस मिनरल्स के बारे में... और शरीर के लिए है कितना जरूरी

Trace Minerals : ऐसे पोषक तत्व, जिनकी शरीर को ज्यादा जरूरत होती है, उन्हें मैक्रो मिनरल्स कहते हैं। वहीं जिन पोषक तत्वों की जरूरत शरीर को कम होती है, उन्हें ट्रेस मिनरल्स कहते हैं।

Update: 2024-06-28 11:03 GMT

What are trace minerals? : जब सेहत की बात आती है तो हर कोई सबसे पहले अपने शरीर में जाने वाले प्रोटीन्स का हिसाब रखता है. प्रोटीन्स के बाद कैल्शियम, आयरन और विटामिन्स की बात हो जाती है. कुछ जानकार लोग उसमें मिनरल्स का नाम भी जोड़ लेते हैं. लेकिन ये बहुत ही कम लोग जानते हैं कि मिनरल्स क्या हैं और शरीर को उनकी जरूरत क्यों पड़ती है.

कैल्शियम हड्डियों को मजबूत करता है. प्रोटीन से ग्रोथ होती है इन सबके बीच मिनरल्स का क्या काम है ये समझना बहुत जरूरी है. बहुत थोड़ी मात्रा में ही सही लेकिन मिनरल्स शरीर के लिए बहुत जरूरी ही हैं. ऐसे मिनरल्स को ही ट्रेस मिनरल्स कहा जाता है. जो दूसरे पोषक तत्वों के मुकाबले बहुत कम मात्रा में जरूरी होते हैं. लेकिन न हो तो शरीर में कुछ न कुछ दिक्कत जरूर होने लगती है.

शरीर में पोषक तत्वों की कमी से कई गंभीर बीमारियों का खतरा रहता है। पोषक तत्व विटामिन, मिनरल्स या खनिज और मैक्रो न्यूट्रिएंट्स के रूप में होते हैं। शरीर में इनकी आपूर्ति खाद्य पदार्थों के माध्यम से होती है। शरीर को जरूरी पोषक तत्वों में से कुछ चीजों की जरूरत ज्यादा होती है।

ऐसे पोषक तत्व, जिनकी शरीर को ज्यादा जरूरत होती है, उन्हें मैक्रो मिनरल्स कहते हैं। वहीं जिन पोषक तत्वों की जरूरत शरीर को कम होती है, उन्हें ट्रेस मिनरल्स कहते हैं। भले ही ट्रेस मिनरल्स (Trace Minerals) की शरीर को उतनी ज्यादा मात्रा में जरूरत नहीं होती है, लेकिन इनका महत्व शरीर को हेल्दी रखने के लिए बहुत ज्यादा होता है। आइए इस लेख में विस्तार से समझते हैं ट्रेस मिनरल्स के बारे में।


ट्रेस मिनरल्स क्या होते हैं?

"ट्रेस मिनरल्स या लेश खनिज वे खनिज होते हैं जिनकी शरीर को बहुत कम मात्रा में आवश्यकता होती है। आमतौर पर, इनकी रोजाना जरूरत कुछ मिलीग्राम (mg) या उससे कम होती है। ट्रेस मिनरल्स के कुछ उदाहरण- लोहा (Iron), जस्ता (Zinc), तांबा (Copper), आयोडीन (Iodine), मैंगनीज (Manganese), सेलेनियम (Selenium), कोबाल्ट (Cobalt) और फ्लोराइड (Fluoride) हैं।" यह ध्यान रखना जरूरी है की शरीर ट्रेस मिनरल्स का उत्पादन नहीं कर पाता है, इसलिए फूड सोर्स से इनकी जरूरत को पूरा करने का ध्यान रखना चाहिए।



 ट्रेस मिनरल्स की जरूरत क्यों होती है?

भले ही मात्रा कम हो, लेकिन ट्रेस मिनरल्स की जरूरत शरीर को हमेशा रहती है। शरीर के कामकाज को ठीक रखने और आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए इनकी जरूरत होती है। ट्रेस मिनरल्स के कुछ मुख्य काम इस तरह से हैं-

एंजाइम के लिए जरूरी : ट्रेस मिनरल्स कई एंजाइमों के आवश्यक घटक होते हैं, जो शरीर में होने वाली रासायनिक प्रतिक्रियाओं को तेज करते हैं। उदाहरण के लिए, जिंक शरीर में सैकड़ों एंजाइमों के उत्पादन लिए आवश्यक है जो पाचन, डीएनए संश्लेषण और प्रतिरक्षा जैसे कामों में जरूरी भूमिका निभाते हैं।

हार्मोन संश्लेषण : कुछ ट्रेस मिनरल्स शरीर में हार्मोन संश्लेषण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उदाहरण के लिए, आयोडीन थायरॉक्सिन हार्मोन के उत्पादन के लिए आवश्यक है, जो मेटाबॉलिज्म को कंट्रोल करने में मदद करता है।

एनर्जी: कुछ लेश खनिज या ट्रेस मिनरल्स ऊर्जा उत्पादन प्रक्रिया में शामिल होते हैं। उदाहरण के लिए, आयरन ऑक्सीजन के मूवमेंट के लिए आवश्यक है, जो कोशिकाओं को ऊर्जा पैदा करने में मदद करता है।

ऊतकों का निर्माण: लेश खनिज ऊतकों के निर्माण और मरम्मत के लिए भी जरूरी होते हैं। जैसे, मैंगनीज कोलेजन (Collagen) उत्पादन के लिए आवश्यक है, जो हड्डियों, त्वचा और मांसपेशियों का एक महत्वपूर्ण घटक है।

इम्यूनिटी: कुछ लेश खनिज प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करते हैं। उदाहरण के लिए, सेलेनियम एंटीऑक्सिडेंट के रूप में कार्य करता है और संक्रमण से बचाने में मदद करता है।

ट्रेस मिनरल्स की कमी के लक्षण

ट्रेस मिनरल्स की कमी के लक्षण हर व्यक्ति में अलग-अलग हो सकते हैं। कुछ प्रमुख लक्षण इस तरह से हैं-

  • थकान और कमजोरी
  • बालों का झड़ना और त्वचा की समस्याएं
  • घाव भरने में कठिनाई
  • कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली
  • हड्डियों का कमजोर होना (ऑस्टियोपोरोसिस)
  • विकास संबंधी समस्याएं (बच्चों में)

ट्रेस मिनरल्स की कमी को पूरा करने के टिप्स

अलग-अलग तरह के ट्रेस मिनरल्स की कमी को पूरा करने के लिए आपको अलग-अलग फूड्स की जरूरत होती है। इसके कुछ उदाहरण इस तरह से हैं-

  1. आयरन: लाल मांस, अंडे, मछली, दालें, हरी पत्तेदार सब्जियां, सूखे मेवे
  2. जिंक: सीप खाने योग्य (Shellfish), मांस, अंडे, दालें, मेवे, बीज
  3. तांबा: ऑर्गन मीट, मेवे, बीज, साबुत अनाज
  4. आयोडीन: समुद्री भोजन, आयोडीनयुक्त नमक
  5. मैंगनीज: साबुत अनाज, फल, मेवे, बीज, हरी पत्तेदार सब्जियां
  6. सेलेनियम: ब्राजील नट्स, समुद्री भोजन, अंडे, साबुत अनाज
  7. कोबाल्ट: मांस, अंडे, डेयरी उत्पाद, पत्तेदार हरी सब्जियां
  8. फ्लोराइड: चाय, समुद्री भोजन, फ्लोराइडयुक्त पानी


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