Tachycardia is dangerous: जानलेवा है अनियमित तरीके से हार्टबीट का बढ़ना, कई सेलीब्रिटी की जा चुकी है जान, पर बचना है आसान, जानिए कैसे

Update: 2022-11-05 01:00 GMT

NPG NEWS

Tachycardia is dangerous: टैकीकार्डिया...जी हां। यही नाम है जानलेवा बीमारी का। जब हार्ट बीट अनियमित रूप से बढ़ जाए तो उसे टैचीकार्डिया कहते हैं। सिद्धार्थ शुक्ला से लेकर लोकप्रिय और प्रसिद्ध गायक कृष्णकुमार कुन्नाथ अर्थात् केके जैसे कई सेलीब्रिटी की मौत का कारण टैकीकार्डिया ही बना। कुछ समय पहले दीपिका पादुकोण भी अचानक अस्पताल पहुंचीं। उन्हें घबराहट महसूस हो रही थी। जांच में उनकी हार्ट बीट काफी ज्यादा पाई गई। समझते हैं इस जानलेवा बीमारी के बारे में।

क्या है हार्ट रेट का बढ़ना

सामान्य रूप से, जब आप सक्रिय नहीं होते हैं तो आपकी हृदय गति 60 से 100 बीट प्रति मिनट होती है। जब आपका दिल एक मिनट में 100 बीट्स से अधिक हो जाता है, तो इसका अर्थ है कि आपका हार्ट रेट बढ़ रहा है, जिसे टैकीकार्डिया कहा जाता है। बता दें कि जब आपको टैकीकार्डिया होता है, तो आपका दिल कुछ सेकंड से लेकर कुछ घंटों तक की तुलना में तेजी से धड़कता है। कई बार हृदय गति में वृद्धि कुछ शारीरिक उत्तेजनाओं का एक रिफ्लेक्स रिस्पॉन्स हो सकता है। आपका तनाव शारीरिक व मनोवैज्ञानिक दोनों हो सकता है। इतना ही नहीं, कभी-कभी व्यायाम , कैफीन या उत्तेजक का अधिक उपयोग, हार्मोनल कारण, एनीमिया और बुखार के कारण भी ऐसा होने की संभावना रहती है। मतलब यह किसी को भी हाे सकता है। स्वस्थ्य व्यक्ति को भी।

क्या होता है टैकीकार्डिया की स्थिति बनने पर

दरअसल दिल जितनी तेजी से धड़कना शुरू करता है, उतना ही कम रक्त पंप कर पाता है। शरीर के तमाम अंगों में रक्त की आपूर्ति कम या बाधित होने के कारण गंभीर स्वास्थ्य जटिलताओं का जोखिम बढ़ जाता है। हृदय गति अगर 150-200 बीट प्रति मिनट तक पहुंच जाती है तो समय पर ट्रीटमेंट न मिलने पर कुछ लोगों में यह मृत्यु का भी कारण बन सकती है।

* टैकीकार्डिया के दौरान ऐसा महसूस हो सकता है

-सांस लेने में परेशानी महसूस होना

-सिर दर्द होना

-पल्स रेट का बढ़ना

-दिल का तेजी से धड़कना

-छाती में दर्द होना

-बेहोश होना

हृदय गति तेज होने पर क्या करें

यदि हृदय गति अनियमित है तो कारण का पता लगाने के लिए कुछ टेस्ट करने की आवश्यकता हो सकती है। इस स्थिति में जिन परीक्षणों की सलाह दी जाती है उनमें ईसीजी, इकोकार्डियोग्राम, होल्टर मॉनिटरिंग, थायराइड प्रोफाइल सहित कुछ बुनियादी जांच शामिल हैं। कारणों को जानने के बाद उपचार किया जाता है। इसमें साधारण दवाइयों का सेवन करने से लंबे समय के लिए चिकित्सा या इलेक्ट्रोफिजियोलॉजिकल प्रबंधन की जरूरत हो सकती है। यदि बढ़ी हुई हृदय गति बनी रहती है तो कारण का पता लगाने के लिए हृदय रोग विशेषज्ञ से परामर्श करना होगा।

काफी खतरनाक हो सकता है, ऐसे बचें

अनियमित हार्ट बीट का बड़ा कारण है उच्च रक्तचाप। अपने उच्च रक्तचाप और उच्च कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करें। दिल को नुकसान पहुंचाने वाली आदतों जैसे को धूम्रपान या तंबाकू उत्पादों से दूरी बना लें। अपने वजन पर नजर बनाए रखें। मोटापा या अधिक वजन होने से दिल की समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए, वजन कम करें और खुद को फिट रखें। अपने खानपान पर विशेष रूप से ध्यान दें। ध्यान रखें कि आपके हृदय को पोषण की आवश्यकता होती है और इसके लिए संतुलित आहार लेना बेहद जरूरी है।

अत्यधिक शराब का सेवन खतरनाक है

अत्यधिक शराब के सेवन से बचें। इससे उच्च रक्तचाप, दिल की विफलता या स्ट्रोक हो सकता है। अत्यधिक शराब पीने से कार्डियोमायोपैथी भी हो सकती है, एक विकार जो हृदय की मांसपेशियों को प्रभावित करता है। तनाव और चिंता और अवसाद से जितना हो सके, दूरी बनाकर रखें। अपने तनाव को मैनेज करने के लिए कुछ कदम उठाएं।

आखिरी बात...यह बीमारी खराब लाइफ स्टाइल, गलत खानपान के कारण ज्यादा हो रही है। तनाव रहित जीवन मुश्किल तो है लेकिन नामुकिन नहीं है। अपने दिमाग में चल रहे नकारात्मक विचारों को हटाएं। यह ध्यान और योग से संभव है। विचारों के अभ्यास से भी। जो काम संभव हैं उन्हें पूरा करने में जी जान से जुटें, लेकिन जो नहीं हो सकते हैं उनके बारे में ज्यादा न सोचें। साथ ही यह मानें कि हर काम आपके मन मुताबिक नहीं होगा। कुछ हालात भी तय करेंगे। सादा खान पान रखें। जितना खाएं उतना पचाएं भी। यह सब करेंगे तो निश्चित तौर पर आप इस जानलेवा बीमारी से दूर रहेंगे।

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