Neend Me Bolna Bimari: आपको है नींद में बोलने की आदत तो हो जाएं सावधान, हो सकती है गंभीर बीमारी, जानिए कैसे...

Update: 2023-06-12 14:54 GMT

Neend Me Bolna Bimari: व्यक्ति के जीवन में सोना और खाना दोनों अहम होता है। इंसान के लिए खास होता है जब इंसान दिन भर थक-हारकर घर आता है, तो उस टाइम उसे सबसे ज्यादा नींद की जरूरत होती है। नींद ही वह जरिया है, जिससे इंसान की सारी थकान गायब हो जाती है और दूसरी सुबह उसमें गजब की चुस्ती-फुर्ती आती है। पर कभी-कभी लोगों के आस-पास सोने वाले लोग अपने बड़बड़ाने की वजह से ठीक से सोने नहीं देते हैं।

जिन लोगों को सोते टाइम बड़बड़ाने की आदत होती है, उनके पास कोई सोना नहीं चाहता है। ऐसे में बड़बड़ाने वाले का तो कुछ नहीं बिगड़ता, पर साथ में सोने वाले की नींद जरूर खराब हो जाती है। कई बार तो लोग अपनी इस आदत से छुटकारा पाने के लिए डॉक्टर के पास जाते हैं। आपको बता दें कि कुछ घरेलू उपायों से भी नींद में बड़बड़ाने की प्रॉब्लम कम हो सकती है।

नींद में बोलने की आदत से छुटकारा

पैरासोम्निया नींद में सोते वक्त बात करने की बीमारी है। इसमें इंसान सोते-सोते चलने भी लगता है। कई लोग सोचते हैं कि यह आदत है लेकिन ऐसा नहीं है. Parasomnia Disease: पैरासोम्निया एक तरह का स्लीपिंग डिसऑर्डर है नींद में बड़बड़ाहट से परेशान लोगों को चाय-कॉफी से तौबा करनी चाहिए। कहा जाता है कि यह ड्रिंक्स नींद को भगाते हैं। जब नींद नहीं आती है, तो बाद में बड़बड़ाने की प्रॉब्लम हो जाती है। जब इंसान की नींद नहीं पूरी होती है, तो वो थकाहारा महसूस करता है और नींद में बड़बड़ाता है।

शराब की लत छुड़ाएं

नींद में बड़बड़ाने की समस्या शराबियों में ज्यादातर देखी जाती है। खासकर जो रात में सोने से पहले पीते हैं। इससे उनके माइंड पर स्ट्रेस होता है और नींद में बड़बड़ाते रहते हैं। इसलिए इस प्रॉब्लम से बचने के लिए शराब पीना बंद करना होगा।

गहरी नींद लें

अक्सर उन्हीं लोगों को नींद में बड़बड़ाते हुए देखा जाता है, जिनकी नींद ठीक से पूरी नहीं होती है। थकावट की वजह से उनके दिमाग में प्रेशर बना रहता है। तनाव ज्यादा होने की वजह से वह नींद में भी बोलने लगते हैं। इसलिए हर रोज अच्छी-खासी नींद लेनी चाहिए।

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मेडिटेशन करना ना भूलें

तनाव ग्रस्त लोगों में बड़बड़ाहट कि समस्या ज्यादा देखी जाती है। इसलिए सबसे पहले लोगों को खुद को तनाव से दूर रखना चाहिए। इसके लिए ऑफिस और काम की टेंशन को घर से बाहर ही छोड़कर आना चाहिए नींद में बड़बड़ाहट के शिकार लोगों को मेडिटेशन करना चाहिए। अगर चाहें तो म्यूजिक भी सुन सकते हैं या कहीं बाहर भी घूम सकते हैं।

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