Navagrahas Effect on a Person's Body : क्या आपको पता है नवग्रहों से हो सकता है आपका शरीर प्रभावित ?, जानें क्या है शुभ-अशुभ प्रभाव
ग्रहों की स्थिति शुभ होने पर व्यक्ति को हर क्षेत्र में सफलता मिलती है. लेकिन नवग्रहों का अशुभ प्रभाव व्यक्ति के शरीर के अलग-अलग अंगों को प्रभावित करता है.
ज्योतिष में ग्रहों का विशेष महत्व होता है. कोई भी समस्या होने पर ज्योतिषी सबसे पहले व्यक्ति की कुंडली में ग्रहों की स्थिति देखते हैं और इसके बाद ग्रहों के अशुभ प्रभाव को कम करने के उपायों के बारे में बताते हैं. ज्योतिष में बताया गया है कि सौरमंडल में उपस्थित सभी नवग्रहों (सूर्य, चंद्र, मंगल, बुध, गुरु, शुक्र, शनि, राहु और केतु) का प्रभाव व्यक्ति के शरीर पर पड़ता है.
ग्रहों की स्थिति शुभ होने पर व्यक्ति को हर क्षेत्र में सफलता मिलती है. लेकिन नवग्रहों का अशुभ प्रभाव व्यक्ति के शरीर के अलग-अलग अंगों को प्रभावित करता है.
किस ग्रह से प्रभावित होते हैं शरीर के कौन से अंग
- सूर्य- ज्योतिष के अनुसार जिस व्यक्ति की कुंडली में सूर्य शुभ फलदायी होता है वह तीव्र बुद्धि वाला होता है. लेकिन सूर्य यदि तुला राशि में नीच हो तो अशुभ फल देने लगता है. इसका असर व्यक्ति के दिमाग पर पड़ता है.
- चंद्र- चंद्र ग्रह मन का कारक कहलाता है. यदि कुंडली में चंद्रमा अशुभ हो तो इससे व्यक्ति का मन हमेशा विचलित होता है और वह परेशान रहता है. ऐसे व्यक्ति किसी भी कार्य को दृढ़तापूर्वक करने में अक्षम होते हैं.
- मंगल– कुंडली में मंगल के अशुभ होने पर व्यक्ति को आंख, गले और रक्त संबंधी परेशानियां शुरू होने लगती हैं क्योंकि मंगल ग्रह की चाल आंख और रक्त को प्रभावित करती है.
- बुध- बुध कन्या और मिथुन राशि के स्वामी ग्रह हैं. यदि इन दोनों राशियों पर बुध का नियंत्रण है तो इन राशि के जातकों को करियर में कामयाबी मिलती है. लेकिन बुध यदि मीन राशि में नीच स्थान पर हो तो व्यक्ति के शरीर में बीमारियां पनपने लगती हैं. इससे व्यक्ति का पाचन तंत्र, सांस नली, दांत और आवाज पर बुरा असर पड़ता है.
- गुरु- नाक और वायु तंत्र पर देवगुरु बृहस्पति का आधिपत्य है. गुरु ग्रह यदि मकर राशि में नीच स्थान पर होता है तो व्यक्ति को त्वचा संबंधी समस्याएं होती हैं.
- शुक्र- कुंडली में यदि शुक्र ग्रह कमजोर हो तो इसका प्रभाव व्यक्ति के गुप्त अंगों पर पड़ता है. अगर शुक्र कन्या राशि में नीच स्थान पर है तो यह वंश वृद्धि में बाधा उत्पन्न कर सकता है.
- शनि- व्यक्ति के शरीर के नाभि और हड्डियों पर शनि देव का आधिपत्य होता है. कुंडली में शनि की अशुभ स्थिति का प्रभाव व्यक्ति के घुटनों, पैर और स्नायु तंत्र पर भी पड़ता है.
- राहु- ज्योतिष में राहु को अशुभ ग्रह माना गया है. राहु ग्रह के प्रभाव से सिर, अंतड़ियां, मुख जैसे अंग प्रभावित होते हैं. इससे व्यक्ति को सिर दर्द और इंफेक्शन जैसी समस्याएं होती हैं.
- केतु- केतु शरीर के कई अंगों को बीमारियों से जकड़ लेता है. यह ग्रह विशेषकर गले से दिल तक असर डालता है.