Evergreen Papita: एवरग्रीन पपीता का कैसे करें सेवन, जानिए सेहत के लिए कैसे है रामबाण और इसके अनगिनत फायदे

Evergreen Papitaपपीता पेट की समस्याओं को दूर करता है, लेकिन ये कैसे और क्यों फायदेमंद होता है जानते हैं....

Update: 2023-11-30 12:30 GMT

 Evergreen Papita: पपीता हर मौसम में खाया जाने वाला सुपरफूड है यह 12 महीने मिलता है। ये फल विटामिन और मिनरल्स से भरपूर होता है। इसमें मौजूद पोषक तत्व दिल के रोगों,डायबिटीज,कैंसर और पाचन संबंधी परेशानियों को दूर करते हैं। इसका सेवन करने से ब्लड प्रेशर और ब्लड शुगर दोनों कंट्रोल रहते हैं। बॉडी में होने वाले घाव को भरने में ये फल दवाई की तरह असर करता है। एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर पपीता बॉडी में होने वाली सूजन को कम करता है,रोगों से बचाव करता है और आपको लम्बे समय तक जवान रखता है। इतने गुणों से भरपूर पपीते के पाचन के लिए सबसे ज्यादा फायदे हैं।

चिकित्सको का मानना है कि पपीता ऐसा फल है जिसमें पपेन एंजाइन मौजूद होता है जो पाचन को दुरुस्त रखने में दवाई की तरह असर करता है। आइए जानते हैं कि पपीता कैसे पाचन को दुरुस्त करता है,कब्ज से निजात दिलाता है और और कोलन की करता है सफाई।

पपीता कैसे पाचन ठीक रखता है,,,

पपीते में पपेन होता है,जो एक प्राकृतिक पाचन एंजाइम है जो भोजन को बेहतर ढंग से पचाने और उस भोजन से पोषक तत्वों को अवशोषित करने में आपकी मदद कर सकता है। पपीता में मौजूद पपेन डाइजेस्टिव एंजाइम है। ये एंजाइम प्रोटीन को ब्रेक करते हैं। पपीता में पेपेन नामक ये विशेष एंजाइम पाचन क्रिया को सुचारू रूप से चलाता है और कब्ज से निजात दिलाता है।

पपीता पेट से जुड़ी समस्याएं जैसे गैस और अपच से भी छुटकारा दिला सकता है। आंतों में होने वाली सूजन को कम करने में पपीता बेहद असरदार है। इसका सेवन करने से कोलन की सफाई होती है। रिसर्च में पाया गया है कि जो लोग इरिटेबल बाउल सिंड्रोम के लक्षणों से जूझ रहे थे, उन्होंने 40 दिनों तक रोजाना 20 ग्राम पपीता लिया। रिसर्च में शामिल लोगों में पाया गया कि जिन लोगों ने पपीता का सेवन किया उनको कब्ज और सूजन की परेशानी दूर हुई। रिसर्च के मुताबिक आंतों से जुड़ी परेशानी को दूर करने में पपीता रामबाण दवा है। पपीता कोलन में जमा गंदगी को बेहतर तरीके से साफ करता है।

पपीता कब्ज में फायदेमंद

पपीता एक ऐसा फल है जो फाइबर से भरपूर होता है। पपीते में बाकी फलों की तुलना में फाइबर अधिक होता है जो मल को लूज करता है और कब्ज से निजात दिलाता है।महिलाओं के लिए रोजाना 25 ग्राम फाइबर और पुरुषों के लिए रोजाना 38 ग्राम फाइबर का सेवन करना जरूरी है। पपीते में पपेन नामक एक पाचन एंजाइम होता है जो प्रोटीन को तोड़ने में मदद करता है। यह पाचन को बेहतर बनाने में मदद करता है और कब्ज को रोकता है।

पपीता से वजन कम

कच्चे पपीते में पका हुआ पपीता की तुलना में कम चीनी होती है, जिससे यह वजन कम करने या बनाए रखने वाले लोगों के लिए एक बेहतर विकल्प है.

पपीता कैंसर से बचाव

कच्चे पपीते में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो कैंसर से बचाव में मदद कर सकते हैं. ये एंटीऑक्सिडेंट सेल्स को नुकसान से बचाते हैं, जिससे कैंसर के विकास का खतरा कम हो जाता है.

पपीता सेे बूस्ट इम्युनिटी

पपीते में विटामिन सी और अन्य एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में मदद करते हैं. ये एंटीऑक्सिडेंट संक्रमण से लड़ने में मदद करते हैं और कोशिकाओं को नुकसान से बचाते हैं.पपीते में फाइबर होता है जो कोलेस्ट्रॉल के लेवल को कम करने में मदद करता है. फाइबर खराब कोलेस्ट्रॉल (एलडीएल) को कम करने में मदद करता है और अच्छे कोलेस्ट्रॉल (एचडीएल) को बढ़ाता है.

पपीते का सेवन कैसे करें

बता दें पपीते को काट कर आप उसे स्लाइस करके खा सकते हैं। पपीते को आप कई व्यंजनों, जैसे स्मूदी, साल्सा और सलाद में भी मिलाकर खा सकते हैं।आप इसका शेकर बनाकर या फिर साबुत खा सकते हैं. इसके अलावा जिन लोगों को पेट की समस्या है वह जीरा, काली मिर्च और काला नमक का पाउडर बना कर और पीपते पर छिड़क कर खाएं. 1 कटोरी पपीते को खाना खाने के बाद या फिर आधा घंटे पहले खाएं ताकि ये अच्छे से अपना असर दिखा सके। 

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