Bhojan Ke Bad Vajrasan Karne ke Fayde: क्या आपको भी खाने के बाद होती हैं ब्लोटिंग, एसिड रिफ्लक्स जैसी परेशानियां? महज़ पांच मिनट वज्रासन करें और उठाएं ये लाभ...
Bhojan Ke Bad Vajrasan Karne ke Fayde: क्या आपको भी खाने के बाद होती हैं ब्लोटिंग, एसिड रिफ्लक्स जैसी परेशानियां? महज़ पांच मिनट वज्रासन करें और उठाएं ये लाभ...
Bhojan Ke Bad Vajrasan Karne ke Fayde: योग हमेशा खाली पेट करने की सलाह दी जाती है लेकिन वज्रासन एक ऐसा आसन है जिसे खाना खाने के बाद करना बेहद फायदेमंद है। अगर आप खाने के बाद पांच मिनट के लिए भी वज्रासन में बैठ लेंगे तो खाना न केवल बेहतर तरीके से पचेगा, मेटाबॉलिज्म बेहतर होगा, साथ ही गैस, अपच, ब्लोटिंग, कब्ज, अफारा, एसिड रिफ्लक्स जैसी तमाम समस्याओं से राहत मिलेगी। और तो और इससे आपको वजन कम करने में भी मदद मिलेगी। आइये जानते हैं भोजन के बाद वज्रासन करने के जबरदस्त फायदे।
पाचन बेहतर करे
भोजन करने के बाद जब आप वज्रासन में बैठते हैं तो यह आसन आपके पेट और आंतों को उत्तेजित करता है। इससे पाचन क्रिया तेज होती है। खाना देर तक पेट में रुका नहीं रहता और जल्दी आगे बढ़ता है। वज्रासन में बैठने से पाचक एंजाइमों का उत्पादन भी बढ़ता है जिसे खाना अच्छी तरह पचता है और पेट से जुड़ी तमाम समस्याएं जैसे गैस, अपच, ब्लोटिंग, कब्ज, अफारा, एसिड रिफ्लक्स आदि से राहत मिलती है।
मेटाबॉलिज्म होता है बेहतर
वज्रासन करने से आपका मेटाबॉलिज्म में बेहतर होता है। जिससे खाने का पाचन और उसका एनर्जी में कन्वर्जन बेहतर तरीके से होता है। इससे क्रमशः वजन कम कम करने में मदद मिलती है, आपके शरीर में एनर्जी का स्तर बढ़ता है और आपका समग्र स्वास्थ्य बेहतर होता है।
रक्त परिसंचरण में सुधार
खाना खाने के बाद वज्रासन में बैठने पर पाचन में संलग्न अंगों में रक्त का परिसंचरण बेहतर होता है। जिससे भोजन से मिले पोषक तत्वों का अवशोषण भी अच्छा होता है और आपके पूरे शरीर को इसका लाभ मिलता है।
खाने के बाद आलस को तोड़ता है
खाना खाने के बाद आपके भीतर एक तरह का आलस घर करता है। आप या तो सोफे पर आराम से टिककर बैठना और मोबाइल या टीवी देखना पसंद करते हैं और बहुत से लोग तो वहीं सोफे पर लुढ़क भी जाते हैं। लेकिन यह शरीर के लिए नुकसानदायक साबित होता है। इसके विपरीत जब आप खाना खाने के बाद वज्रासन में बैठते हैं तो आपका नर्वस सिस्टम एक्टिव होता है। आपको आलस से छुटकारा मिलता है और आपका पूरा शरीर आराम में रहते हुए भी आपकी पाचन गतिविधियों को सक्रिय रखने में मदद करता है।
लिवर और किडनी के फंक्शन में तेजी
जब खाना खाने के बाद आप वज्रासन में बैठते हैं तो न केवल आपका डाइजेशन और ब्लड सरकुलेशन बेहतर होता है बल्कि साथ ही लिवर और किडनी की फंक्शनिंग भी बेहतर होती है। वज्रासन यूरिनरी सिस्टम को स्वस्थ रखने में मदद करता है।
डायबिटीज में फायदेमंद
जिन लोगों को डायबिटीज़ है उनके लिए भी खाना खाने के बाद वज्रासन में बैठना बहुत फायदेमंद है क्योंकि डाइजेशन का बेहतर होना डायबिटीज़ पेशेंट के लिए बहुत जरूरी है। वज्रासन करने से डाइजेशन और मेटाबॉलिज्म दोनों बेहतर होते हैं जिसका फायदा डायबिटीज पेशेंट को मिलता है।इससे इंसुलिन सेंसिटिविटी बेहतर होती है और इन्सुलिन रेजिस्टेंस में कमी आती है। साथ ही शुगर स्पाइक्स में भी कमी आती है।
शरीर के इन दर्दों से मिलेगी राहत
भोजन के बाद नियमित तौर पर वज्रासन करने से आपको लोअर बैक पैन, ज्वाइंट पेन, वेरिकोज वेन्स जैसी समस्याओं से भी राहत मिलती है। यह आसन पैरों, घुटनों और पीठ की मांसपेशियों को मजबूत बनाता है। उनके तनाव को कम करने में मदद करता है और ज्वाइंट्स को खोलता है।
दिल का स्वास्थ्य हो बेहतर
वज्रासन दिल की मांसपेशियों को मजबूत बनाने में मदद करता है और ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में भी मदद करता है।
मानसिक शांति
विभिन्न योगासनों की तरह वज्रासन भी मानसिक शांति प्रदान करने में मदद करता है। यह आसन स्ट्रेस और एंग्जायटी को कम करने में मदद करता है।
वज्रासन कैसे करें
वज्रासन करने के लिए एक योगा मैट या किसी भी सुविधाजनक सतह पर घुटनों के बल बैठ जाएं। शुरुआत में अगर आपको घुटनों के बाल बैठने में दिक्कत हो रही है तो आप कुशन की मतलब भी ले सकते हैं। पैर की उंगलियों को साथ मिलायें और एड़ियों को अलग रखें। अब नितंबों को एड़ियों के पास रखें।अपने शरीर और पीठ को सीधा रखें।
अपनी हथेलियों को घुटनों पर रखें
आंखें बंद करके धीरे-धीरे सांस लें और छोड़ें। शुरुआत में 15-20 सेकंड से शुरुआत कर आप इस आसन को 5-10 या 15 मिनट तक भी कर सकते हैं।
सावधानियां
यदि आपके घुटने और हड्डियां कमज़ोर हैं, घुटने की सर्जरी हुई है या पीठ या रीढ़ की हड्डी में कोई समस्या है, तो ऐसे लोगों को वज्रासन नहीं करना चाहिए। जिनकी आंतों में अल्सर है या जिन्हें हार्निया है वे वज्रासन करने से पहले डॉक्टर से सलाह लें।प्रेग्नेंट महिलाओं को वज्रासन करने से बचना चाहिए।