Arthritis: सर्दियों में बढ़ने वाली एक गंभीर बीमारी, जानें प्रकार और उपचार
गठिया एक गंभीर समस्या हो सकती है, लेकिन सही समय पर पहचान और उपचार से इसे नियंत्रित किया जा सकता है। ऑस्टियोआर्थराइटिस और रूमेटाइड आर्थराइटिस के लक्षण और उपचार अलग-अलग होते हैं। इस बीमारी से बचने और इसे प्रबंधित करने के लिए, जीवनशैली में सुधार और नियमित चेकअप बेहद महत्वपूर्ण हैं।
Arthritis एक ऐसी स्वास्थ्य समस्या है जो सर्दियों में अधिक तीव्र हो जाती है। इसमें जोड़ों में दर्द, सूजन और अकड़न महसूस होती है। यह समस्या किसी भी उम्र में हो सकती है, लेकिन 65 साल से अधिक उम्र के लोगों में यह अधिक सामान्य है। गठिया कई प्रकार का हो सकता है, जिनमें प्रमुख रूप से ऑस्टियोआर्थराइटिस, रूमेटाइड आर्थराइटिस, और गाउट शामिल हैं।
ऑस्टियोआर्थराइटिस और रूमेटाइड आर्थराइटिस के बीच अंतर
ऑस्टियोआर्थराइटिस और रूमेटाइड आर्थराइटिस दोनों गठिया के प्रमुख प्रकार हैं, लेकिन इनके कारण और लक्षण अलग-अलग होते हैं।
1. ऑस्टियोआर्थराइटिस (OA):
यह जोड़ों की उपास्थि (कुशन) के घिसने और फटने के कारण होता है।
- यह समस्या बुजुर्गों में अधिक देखी जाती है।
- सबसे ज्यादा प्रभावित जोड़ों में घुटने शामिल हैं।
- इसके लक्षणों में घुटनों में दर्द, अकड़न और वजन उठाने की क्षमता में कमी शामिल है।
- मुख्य रूप से यह वजन वहन करने वाले जोड़ों को प्रभावित करता है।
2. रूमेटाइड आर्थराइटिस (RA):
यह एक ऑटोइम्यून बीमारी है, जो शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली में गड़बड़ी के कारण होती है।
- यह 30-40 साल की उम्र में शुरू हो सकती है।
- आमतौर पर यह हाथों के छोटे जोड़ों को प्रभावित करती है।
- इसके लक्षणों में सूजन, दर्द और विकृति शामिल हैं।
- यह बीमारी अधिकतर महिलाओं में देखी जाती है, खासकर उनके जिनके परिवार में पहले से गठिया का इतिहास हो।
बीमारी का कारण और प्रभाव
ऑस्टियोआर्थराइटिस में:
- उपास्थि का धीरे-धीरे पतला होना और क्षति का होना।
- जोड़ों में घिसाव और हड्डियों का बढ़ना (ऑस्टियोफाइट्स)।
- मुख्य क्षति उपास्थि में होती है।
रूमेटाइड आर्थराइटिस में:
- कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली जो जोड़ों के अंदर मौजूद एंटीजन को विदेशी मान लेती है।
- जोड़ों की आंतरिक परत (सिनोवियम) में सूजन और हाइपरट्रॉफी।
- समय के साथ जोड़ों की कार्टिलेज नष्ट हो जाती है।
- यहां मुख्य क्षति सिनोवियम में होती है।
ऑस्टियोआर्थराइटिस और रूमेटाइड आर्थराइटिस का उपचार
इन दोनों स्थितियों का उपचार उनकी गंभीरता और लक्षणों पर निर्भर करता है।
ऑस्टियोआर्थराइटिस का उपचार:
- शुरुआती लक्षणों के लिए दर्द निवारक दवाएं और व्यायाम उपयोगी होते हैं।
- गंभीर मामलों में सर्जरी और स्प्लिंटिंग की आवश्यकता हो सकती है।
रूमेटाइड आर्थराइटिस का उपचार:
- दीर्घकालिक लक्षणों के लिए DMARDs (Disease-Modifying Anti-Rheumatic Drugs) और स्टेरॉयड का उपयोग किया जाता है।
- गंभीर मामलों में विकृति को रोकने के लिए सर्जरी की जरूरत हो सकती है।
सर्दियों में विशेष ध्यान रखें
गठिया सर्दियों में ज्यादा तकलीफदेह हो सकता है। इसलिए, इस दौरान विशेष सावधानी बरतें:
- गर्म कपड़े पहनें और जोड़ों को ठंड से बचाएं।
- हल्के और नियमित व्यायाम करें।
- दर्द बढ़ने पर डॉक्टर से परामर्श लें।