Shardiya Navratri: नवरात्रि के दौरान नहीं काटें बाल या नाखून, जानें कौन-कौन से काम भूलकर भी नहीं करें
इन दिनों शारदीय नवरात्र चल रहे हैं। नवरात्र के दौरान बाल और नाखून नहीं काटना चाहिए। इसके अलावा और क्या-क्या नवरात्रि के दौरान नहीं करना चाहिए, ये हम आपको बताएंगे।
Shardiya Navratri: इन दिनों शारदीय नवरात्र चल रहे हैं। नवरात्र के दौरान बाल और नाखून नहीं काटना चाहिए। इसके अलावा और क्या-क्या नवरात्रि के दौरान नहीं करना चाहिए, ये हम आपको बताएंगे।
बाल और नाखून काटने को माना जाता है अशुद्ध क्रिया
नवरात्रि के दौरान बाल और नाखून नहीं काटने के पीछे केवल धार्मिक वजहें ही नहीं हैं, बल्कि वैज्ञानिक वजह भी है। अगर धार्मिक वजहों की बात करें, तो नवरात्रि को शक्ति की उपासना का पर्व माना जाता है। मान्यताओं के मुताबिक, इस दौरान शरीर को शुद्ध रखना चाहिए, जबकि बाल, दाढ़ी और नाखून काटने को अशुद्ध क्रिया माना जाता है। इसकी वजह है कि हमारे शरीर से जुड़ी कोई भी चीज काटने या निकालने से उस पवित्रता में बाधा पैदा होती है।
वैज्ञानिक वजह भी है बाल नहीं काटने की
वैज्ञानिक वजहों के बारे में बात करें, तो बाल और नाखून काटने की प्रक्रिया से शरीर में ऊर्जा का प्रवाह बदल सकता है। पुराने समय में लोग मानते थे कि शरीर के बाल और नाखून प्राकृतिक रूप से बढ़ते हैं और इन्हें काटना हमारे शरीर की ऊर्जा को प्रभावित कर सकता है। नवरात्रि में मौसम में भी बदलाव आ रहा होता है। शरद ऋतु का प्रवेश होता है, ऐसे में बाल से हमारे शरीर का टेंपरेचर मेंटेन रहता है, जबकि अगर इसे काटा जाए, तो शरीर के हिस्से खुलने से इन्फेक्शन का खतरा बढ़ता है।
नवरात्रि के दौरान साधक का मन आंतरिक शुद्धि पर होना चाहिए
वहीं अगर आध्यात्मिक वजहों की बात करें, तो बाल, दाढ़ी और नाखून काटना एक बाहरी क्रिया मानी जाती है, जो भौतिक शरीर पर केंद्रित है। जबकि नवरात्रि के दौरान ध्यान और साधना में आंतरिक शुद्धता पर अधिक जोर दिया जाता है। बाल, दाढ़ी और नाखून नहीं काटने का आध्यात्मिक अर्थ यह भी है कि हमें इन 9 दिनों में शरीर और मन पर नियंत्रण रखना चाहिए।
इसके अलावा ये काम भी नवरात्रि के दौरान नहीं करने चाहिए-
- नवरात्रि के दौरान तामसिक भोजन यानि लहसुन-प्याज का त्याग करना चाहिए। मांस-मदिरा नहीं खाना चाहिए।
- घर और अपने घर के आसपास पूरी सफाई रखनी चाहिए। गंदगी से मां नाराज होती हैं।
- घर में किसी भी तरह की टूटी-फूटी चीजों को नहीं रखना चाहिए, क्योंकि इसे दरिद्रता का प्रतीक माना जाता है। माना जाता है कि ऐसा करने से घर में दरिद्रता आती है।
- घर का मंदिर भी अच्छे से साफ रखें, साथ ही कोने जहां सबसे ज्यादा गंदगी की संभावना रहती है, उसे भी साफ रखें।
- चमड़े से बनी चीजों का इस्तेमाल बंद कर दें।
- नवरात्रि का त्योहार सिद्धियों को प्राप्त करने का, मन पर विजय पाने का और मां की आराधना का पर्व है, इसलिए ब्रह्मचर्य व्रत का पालन करें।
- साधारण नमक की जगह सेंधा नमक से बना भोजन करना चाहिए।
- अगर अखंड ज्योत जला रहे हैं, तो घर को अकेला छोड़कर न जाएं। घर में कोई न कोई जरूर होना चाहिए।
- व्रत रखने वालों को 9 दिनों तक नींबू नहीं काटना चाहिए।
- नवरात्रि के दौरान दिन में नहीं सोएं।
- दुर्गा चालीसा, मंत्र या सप्तशती के पाठ के समय दूसरी बातचीत न करें, पूजा के बीच से तब तक न उठें, जब तक कि कोई इमरजेंसी न हो।