Ramadan Roja Me Kya Kya Khaye: रमजान में ऐसे रखें रोजा रहेंगे एनर्जेटिक, जानिए रोजा रखने के नियम क्या करें क्या नहीं करें?...
Ramadan Roja Me Kya Kya Khaye
Ramadan 2023 Roza Diet : आज से रोजा शुरू हो गया है। अब एक माह तो मुस्लिम समाज के लोग रोजा रखेंगे। मुस्लिम समुदाय के लिए रमजान एक पवित्र महीना है, जिसमें पूरे माह रोजा रखते हैं और अल्लाह की इबादत करते हैं। गौरतलब है कि रमजान के महीने में रोजा वाले रखने वाले लोगों को पूरा दिन बिना कुछ खाए पिए बिताना पड़ता है। इसलिए आज ऐसी चीजों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्हें आप रोजा शुरू होने से पहले खाकर पूरा दिन एनर्जेटिक रह सकते हैं।
रमजान में रखें रोजा
- रमजान के महीने में खुद को सारा दिन एनर्जेटिक रखने के लिए आप रोजा शुरु होने से पहले अपनी डाइट में खजूर का हलवा शामिल कर सकते हैं। हाई कैलोरी से भरपूर खजूर शरीर की एनर्जी बढ़ाने के साथ ब्रेन के काम काज को बेहतर बनाने में मदद करता है। इसके अलावा ये हार्मोनल हेल्थ के लिए भी फायदेमंद है। रोजा या व्रत में खजूर का हलवा खाना बहुत अच्छा विकल्प है।
- रोजा या व्रत रखने के बाद अधिकतर लोग बहुत लो लो सा फील करने लगते हैं। ऐसे में खुद को एनर्जेटिक बनाए रखने के लिए आपको पहले ही सीख कबाब का सेवन कर लेना चाहिए। इसे खाने से आपके शरीर में दिन भर एनर्जी बनी रहेगी और आपका काम काज में भी मन लगेगा और आप बेवजह की सुस्ती से भी बच जाएंगे।
- रमजान के दिनों में रोजा रखने वाले लोगों को रोजा शुरु होने से पहले केला और ओट्स से बनी स्मूदी का सेवन जरूर करना चाहिए। इससे आपको लंबे समय तक भूख का एहसास न होने के साथ साथ एनर्जी मिलती है। इसलिए रोजा रखने से पहले इसको डाइट में जरूर शामिल करें।
- अंडे को एनर्जी का अच्छा सोर्स माना जाता है। इसलिए आप रोजा शुरु होने से पहले अंडे का सेवन जरूर करें।आप इसको बॉयल या फिर अंडा पराठा के रूप में ले सकते हैं। इसका सेवन करने से आपको लंबे समय तक भूख नहीं लगती है और उसके साथ ही आप एनर्जेटिक महसूस करते हैं।
रोजा रखने का नियम
रोजा रखने के दौरान इंसान को सिर्फ खाने पीने की इजाजत नहीं होती है और कोई मुस्लिम व्यक्ति ऐसा कर लेता है, तो उसका रोजा सफल माना जाता है। लेकिन ऐसा नहीं है बता दें कि रमजान के महीने में रोजेदार को बहुत सी महत्वपूर्ण बातों के साथ छोटी छोटी बातों का भी ध्यान रखना जरूरी होता है। वरना उसके सारे किए किराए पर पानी फिर सकता है और उसका रोजा टूट सकता है। मुस्लिम धार्मिक एक्सपर्ट्स के मुताबिक, रोजेदार को खाने पीने के अलावा अन्य कई बातों का ध्यान रखने की आवश्यकता होती है।
रोजे में क्या नहीं करना चाहिए
धार्मिक गुरू के मुताबिक, रोजा रखने के दौरान जुबान के साथ साथ नजरों का भी ध्यान रखना होता है। मतलब कि अगर रोजेदार किसी को गलत निगाहों से देखते हैं, तो इससे भी उनका रोजा टूट सकता है। इसके अलावा रोजे के दौरान झूठ बोलना या पीठ पीछे बुराई करना भी हराम माना गया है। ऐसा करने के अलावा सेहरी के बाद या इफ्तार से पहले जानबूझकर कुछ भी खा लेने वाले या पानी पीने वाले लोगों का रोजा भी टूट जाता है। एक और अहम चीज कि अगर रोजेदार के दांत में कुछ खाना फंसा हुआ है और वह उसे अंदर निगल लेता है, तो इससे भी रोजा टूट सकता है। वहीं किसी को गाली देने, अपशब्द कहने या फिर दिल दुखाने से भी रोजा टूट सकता है।