Guru Purnima 2024: वृक्षों की अंधाधुंध कटाई और मनुष्यों के अप्राकृतिक कृत्यों से मानवता पर संकट बढ़ रहाः बाबा संभवराम जी...

Guru Purnima 2024: गुरू पूर्णिमा की पूर्व संध्या पर श्री सर्वेश्वरी समूह के अध्यक्ष गुरूपद बाबा संभवराम जी ने अपने मीडिया से संक्षिप्त चर्चा में कहा कि गुरूपूर्णिमा का मतलब अंधकार में रहने वालों को प्रकाश में ले जाना होता है। अर्थात अज्ञानता को मिटाकर ज्ञान के पथ पर अग्रसर करना। गुरू ही यह काम कर सकते हैं।

Update: 2024-07-20 15:23 GMT

Baba Sambhav Ram

Guru Purnima 2024: वाराणसी। गुरुपूर्णिमा की पूर्व संध्या पर अघोर पीठ, श्री सर्वेश्वरी समूह संस्थान देवस्थानम्, अवधूत भगवान राम कुष्ठ सेवा आश्रम, पड़ाव, वाराणसी के प्रांगण में पत्रकार सम्मलेन का आयोजन किया गया। इस मौके पर श्री सर्वेश्वरी समूह के अध्यक्ष पूज्यपाद बाबा औघड़ गुरुपद संभव राम जी ने गुरुपूर्णिमा के महत्व के बारे में मीडिया के माध्यम से शिष्यों को सन्देश देते हुए कहा कि गुरुपूर्णिमा का पर्व होता है जो अन्धकार में है उसको प्रकाश की तरफ ले जाना जिसका तात्पर्य है कि उनमें जो अज्ञानता है उसको मिटाकर ज्ञान के पथ पर अग्रसर करना। पूज्य बाबाजी ने आगे कहा कि वृक्षों की अंधाधुंध कटाई तथा मनुष्यों के अप्राकृतिक कृत्यों के चलते प्रकृति कुपित हो गई है जिसका दुष्परिणाम पूरी मानवता पर संकट के रूप में आज दिखाई दे रहा है।

प्रेस कांफ्रेंस में पत्रकारों के सवालों का जवाब देने के लिए श्री सर्वेश्वरी समूह की तरफ से संस्था के पदाधिकारीगण यथा- संस्था के मंत्री डॉ० एस० पी० सिंह, उपाध्यक्ष द्वय डॉ० ब्रजभूषण सिंह एवं सुरेश सिंह तथा सदस्य डॉ० वामदेव पाण्डेय, अवधूत भगवान राम कुष्ठ सेवा आश्रम के प्रधान वैद्य बैकुंठनाथ पाण्डेय और दिल्ली से आए संस्था के सदस्य और पत्रकार दलीप सिंह मौजूद थे। इस मौके पर प्रतिवेदन के जरिये संस्था की गतिविधियों की जानकारी दी गई।


एक लाख दीन दुखियों की चिकित्सा

इस वर्ष लगभग एक लाख व्यक्तियों की चिकित्सा की गई जिसमें पंजीकृत रोगियों की संख्या 81,490 थी। संस्था के अधिकांश चिकित्सा शिविरों में रक्त शर्करा, हीमोग्लोबिन, यूरिक एसिड, लिपिड प्रोफाइल इत्यादि के निःशुल्क जाँच की भी व्यवस्था थी। गंगा तट स्थित ‘अघोरेश्वर भगवान राम योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा अनुसंधान केंद्र’ में सुदूर प्रान्तों से भी आये रोगियों के जटिल व्याधियों का निदान व उपचार किया जा रहा है।

पंक्षी को दाना, पंक्षी को पानी

विकास के नाम पर वनों की अंधाधुंध कटाई व खनन इत्यादि से उत्पन्न पर्यावरणीय संकट से विलुप्त हो रहे पक्षियों हेतु ‘पंक्षी को दाना, पंक्षी को पानी’ अभियान चलाया जा रहा है, जिसके तहत सर्वेश्वरी सैनिक गांवों व नगरों में पक्षियों के दानादृपानी के लिए मिट्टी के पात्र बाँट रहे हैं। वृक्षारोपण अभियान के तहत 20745 से अधिक पौधे लगाये गए।

8000 से अधिक कंबल, रजाई वितरण

सर्दी में संस्था द्वारा आर्थिक व सामाजिक रूप से पिछड़े लोगों में 8000 से अधिक कम्बल व रजाई तथा हजारों बच्चों, माताओं व अन्य असहाय लोगों को स्वेटर, टोपी, मोजा, साड़ी, धोती इत्यादि वितरित किया गया एवं जगह-जगह अलाव की भी व्यवस्था की गई। इसी प्रकार प्रचंड गर्मी में चिकित्सालयों में ताड़ के पंखे तथा राहगीरों हेतु स्थान-स्थान पर नियत प्याऊ तथा बस स्टैंड व चिकित्सालयों इत्यादि पर सचल प्याऊ के द्वारा शीतल जल व शरबत पिलाया गया। सदर अस्पताल, अनाथालय, वृद्धाश्रम तथा कुष्ठी कॉलोनियों में फल, ब्रेड, बिस्कुट इत्यादि प्रदान किया गया। हजारों मंदिर, मस्जिद, गिरजा व गुरुद्वारों में झाड़ू, अगरबत्ती व माचिस इत्यादि के वितरण से तमाम धर्माचार्यों ने संस्था के ‘सर्वधर्म समन्वय’ व ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ के उद्देश्य को सराहा।

नशामुक्त समाज

राष्ट्रीयता व सदाचारयुक्त जीवन की प्रेरणा हेतु अघोर-साहित्य का वितरण कर व्यापक स्तर पर जन-जागरण किया गया। गांवों में अमन-चैन हेतु उपेक्षित मंदिरों की साफ-सफाई व पूजन कर इसकी अनिवार्यता बताई गई। नशामुक्त समाज तथा उच्च चारित्रिक विकास हेतु स्कूलों व कालेजों में निबंध प्रतियोगितायें आयोजित कर बच्चों को पुरष्कृत कर उनका उत्साहवर्धन किया गया। मूक-बधिर, मंद-बुद्धि तथा दृष्टिहीन बच्चों को उनके विद्यालयों में जाकर उनके शारीरिक व मानसिक विकास हेतु आवश्यक सामग्रियाँ प्रदान की गयीं।

प्राचीन खेलों का संवर्द्धन

अवधूत भगवान राम नर्सरी विद्यालय में प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान पाने वाले विद्यार्थियों को ‘सर्वेश्वरी स्वर्ण पदक’ व सम्बंधित कक्षा के वार्षिक शिक्षण शुल्क का क्रमशः शत प्रतिशत, साठ व चालीस प्रतिशत राशि के बराबर का चेक प्रदान किया गया। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में दर्शन-शास्त्र में स्नातक स्तर पर ‘अघोराचार्य बाबा कीनाराम स्वर्ण पदक’ और ‘बाबा राजेश्वर राम स्वर्ण पदक’ तथा स्नातकोत्तर स्तर पर ‘अघोरेश्वर भगवान राम स्वर्ण पदक’ और ‘बाबा गुरुपद संभव राम स्वर्ण पदक’ प्रदान किया गया। भारत के प्राचीन पारंपरिक खेलों के संरक्षण व संवर्धन के उद्देश्य से भारतीय कुश्ती संघ के तत्त्वावधान में 2024 फेडरेशन कप (सीनियर) तीन दिवसीय का आयोजन श्री सर्वेश्वरी समूह ने काशी हिन्दू विश्वविद्यालय परिसर में कराया। इस कार्यक्रम का उद्घाटन श्री सर्वेश्वरी समूह के अध्यक्ष पूज्यपाद बाबा औघड़ गुरुपद संभव राम जी ने किया। सर्वेश्वरी सैनिकों के रक्तदान से प्रभावित होकर कुछ अस्पतालों ने मेडल प्रदान कर संस्था को सम्मानित भी किया है।

Full View

Tags:    

Similar News