Ganga Dussehra on 16th June : गंगा दशहरा 16 जून को, आइए जानें मां गंगा के अवतारी दिवस पर घर पर कैसे रखें "गंगा जी" को

इस साल गंगा दशहरा 16 जून को है और एक साथ तीन योग पड़ रहे हैं. इसी कड़ी में हम आज आपके घर में अगर गंगा जल रखे हैं तो इसका उपयोग कैसे करें.

Update: 2024-06-15 08:41 GMT

हिंदू धर्म में गंगा दशहरे का खास महत्व है. इस दिन पवित्र गंगा नदी धरती पर अवतरित हुई थीं. लोग इस दिन को शुभ मानकर दान पुण्य और शुभ कार्य करते हैं.

इस साल गंगा दशहरा 16 जून को है और एक साथ तीन योग पड़ रहे हैं. इसी कड़ी में हम आज आपके घर में अगर गंगा जल रखे हैं तो इसका उपयोग कैसे करें, इसे कैसे शुद्ध रखें, इसकी जानकारी देने जा रहे हैं।

गंगाजल को मां गंगा की तरह ही पवित्र माना जाता है. ऐसे में गंगा जल को घर में रखने के लिए साफ-सुथरी जगह का इस्तेमाल करना चाहिए. गंगा जल रखने वाली जगह की नियमित रूप से सफाई करते रहना चाहिए. इस बात का भी विशेष ध्यान रखें कि गंगाजल के पास कोई भी अशुद्ध चीज न रखें.

जहां पर सही प्रकाश पड़ता हो

गंगाजल को हमेशा ऐसी जगह रखना चाहिए जहां पर सही प्रकाश पड़ता हो. गंगा जल को पवित्र माना जाता है ऐसे में इसे अंधेरे में रखना अच्छा नहीं होता. यह आपके लिए नकारात्मकता का कारण बन सकता है.


छूने से पहले साफ सुथरे और स्वच्छ वस्त्र पहनने चाहिए

गंगा जल को छूने से पहले आपको हमेशा साफ सुथरे और स्वच्छ वस्त्र पहनने चाहिए. गंदे हाथों से भी गंगा जल नहीं छूना चाहिए. ऐसा करने से गंगाजल अपवित्र हो जाता है. आपको गंगा जल का इस्तेमाल करते समय मां गंगा का ध्यान करना चाहिए.



गंगाजल के पास मांसाहारी भोजन न पकाएं और न ही इसका सेवन करें

हिंदू धर्म में पवित्र और पूजनीय गंगा नदी के जल को ईश्वर का प्रतीक माना जाता है. ऐसे में आपको गंगाजल को बहुत ही स्वच्छ रखना चाहिए. भूलकर भी गंगाजल के पास मांसाहारी भोजन न पकाएं और न ही इसका सेवन करें. गंगा जल के पास शराब व नशे का सेवन भी नहीं करना चाहिए.

धरती पर अवतरित होने की कहानी

ज्येष्ठ माह की दशमी तिथि मां गंगा को समर्पित है. इस तिथि को गंगा दशमी या गंगा दशहरा के रूप में मनाया जाता है. पहले मां गंगा स्वर्ग में रहती थीं. धार्मिक मान्यता के अनुसार इसी तिथि पर पहली बार मां गंगा धरती पर अवतरित हुई थीं. इसलिए इस दिन को गंगा दशहरा के रूप में मनाया जाता है, जो इस वर्ष 16 जून 2024 को है. मान्यता है इस दिन गंगा नदी में स्नान और पूजन करने से सारे पाप धुल जाते हैं और मोक्ष की प्राप्ति होती है.

गंगा दशहरा शुभ मुहूर्त

 ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि 16 जून रात्रि 02:32 पर शुरू हो रही है. इस तिथि का समापन 17 जून सुबह 04:45 पर होगा. उदया तिथि के अनुसार, गंगा दशहरा इस वर्ष 16 जून 2024, रविवार के दिन मनाया जाएगा.

पूजा-पाठ, स्नान-दान का उत्तम मुहूर्त

पंचांग के अनुसार गंगा दशहरा के दिन हस्त नक्षत्र का निर्माण हो रहा है, जो सुबह 11:13 तक रहेगा. इसके साथ पवित्र स्नान के लिए ब्रह्म मुहूर्त को सबसे उत्तम माना जाता है. इस दिन ब्रह्म मुहूर्त सुबह 04:03 से सुबह 04:45 के बीच रहेगा. इस दिन रवि योग, सर्वार्थ सिद्धि योग और अमृत सिद्धि योग का भी निर्माण हो रहा है. इन्हें पूजा-पाठ, स्नान-दान के लिए सबसे उत्तम समय माना जाता है.

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