Chhath Puja2024: छत्‍तीसगढ़ में है एशिया का सबसे बड़ा स्थाई छठ घाट, एक साथ 50 हजार श्रद्धालु देते हैं अर्घ्य

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Update: 2024-11-04 13:55 GMT

Chhath Puja: बिलासपुर। मंगलवार पांच नवंबर से छठ महापर्व की शुरुआत हो रही है। छठ पूजा में छठघाट की चर्चा स्वाभाविक रूप से होने लगती है। क्षेत्रफल के नजरिए से देखें तो मुंबई के जुहू चौपाटी को देश का सबसे बड़े छठघाट का दर्जा प्राप्त है। पर यह स्थाई घाट नहीं है। पर्व विशेष पर इसे घाट का रुप दिया जाता है। स्थाई और व्यवस्थित घाट के रूप में छत्तीसगढ़ के बिलासपुर की ही चर्चा होती है।

जहां एक साथ 50 हजार से अधिक श्रद्धालु अर्घ्य देने पहुंचते हैं। इन दिनों यहां महापर्व मनाने की तैयारी जोरों से चल रही है। छठ पर्व के पहले यहां अरपा नदी की महाआरती की जाएगी।

पूर्वोत्तर में मनाए जाने वाला छठ महापर्व अब बिलासपुर सहित छत्तीसगढ़ में धूमधाम और उत्साह से मनाया जाने लगा है। दीपावली के बाद बिहार, झारखंड, और उत्तरप्रदेश में छठ पर्व की धूम रहती है। बीते एक दशक से इस पर्व को लेकर छत्तीसगढ़ में भी उत्साह रहता है। शहर में बसे पूर्वांचल के लोगों के साथ ही स्थानीय लोग भी इस पर्व को मनाने लगे हैं।

नहाय खाय के साथ मंगलवार से पर्व की होगी शुरूआत

इस वर्ष चार दिनों तक चलने वाला छठ महा पर्व का आरंभ 5 नवंबर को 'नहाय-खाय' से होगा। 6 नवंबर को 'खरना' व षष्ठी तिथि 7 नवंबर, गुरुवार को 12.41 बजे से शुरू होगी जो 8 नवंबर शुक्रवार को 12.24 बजे तक चलेगी। उदया तिथि के अनुसार छठ महा पर्व का संध्या अर्घ्य 7 नवंबर को व्रती देंगे। महा पर्व का समापन 8 नवंबर को प्रातः उदयीमान सूर्य को अर्घ्य देने के साथ होगा।

साढ़े सात एकड़ का है छठघाट

पर्व मनाने नदी या तालाब के घाटों का विशेष महत्व है। यहां डूबते और उगते सूर्य को अर्घ्य देते हुए छठी मैया की पूजा-अर्चना की जाती है। छठ पूजा के लिए बिहार में सैकड़ों घाट हैं। समिति के पदाधिकारियों का कहना है कि अकेले राजधानी पटना में 82 घाट हैं, पर सभी घाटों का एरिया महज 100 से 200 मीटर ही है, जबकि तोरवा स्थित छठ घाट साढ़े 7 एकड़ में फैला हुआ है। यहां एक किलोमीटर एरिया में पूजा व अर्घ्य के लिए बेदी बनाई जाती है, जिसमें 50 हजार से अधिक श्रद्धालु एक साथ सूर्य देव को अर्घ्य दे सकते हैं।

कलेक्टर-एसपी ने किया निरीक्षण

छठ महापर्व को लेकर आयोजन समिति की तैयारियां पूरी हो गई है। घाट की साफ-सफाई का काम पूरा हो गया है, जहां छठ व्रतियों के अर्ध्य देने की व्यवस्था की जा रही है। इसके साथ ही बेरिकेडिंग सहित अन्य तैयारियां भी पूरी कर ली गई है। यहां हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ पहुंचती है। कलेक्टर अवनीश शरण और एसपी रजनेश सिंह ने अरपा नदी के किनारे बने छठ घाट का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने छठ पूजा के लिए की जा रही तैयारियों का जायज़ा लिया। साथ ही साफ-सफाई के साथ ही सुरक्षा व्यवस्था दुरुस्त रखने के निर्देश दिए।

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