Liechtenstein Europe Ka Sabse Amir Desh: इस देश में खुद की सेना, एयरपोर्ट और मुद्रा है ही नहीं; फिर भी है यूरोप का सबसे अमीर देश...

Liechtenstein Europe Ka Sabse Amir Desh: जब भी किसी देश की खुशहाली और तरक्की की बात की जाती है तो सबसे पहले उस देश की सरकार, सेना, मुद्रा और करोड़ों की जनसंख्या को देखा जाता है, लेकिन यूरोप में स्थित एक ऐसा देश है जो इन सभी पैमानों को एक सिरे से खारिज कर देता है, यह देश है लिकटेंस्टाइन जो स्विट्जरलैंड और ऑस्ट्रिया के बीच पर्वतों की गोद में बसा हुआ है। आइए जानते है इस अनोखे देश की खासियत!

Update: 2025-12-16 06:39 GMT

Liechtenstein Europe Ka Sabse Amir Desh: जब भी किसी देश की खुशहाली और तरक्की की बात की जाती है तो सबसे पहले उस देश की सरकार, सेना, मुद्रा और करोड़ों की जनसंख्या को देखा जाता है, लेकिन यूरोप में स्थित एक ऐसा देश है जो इन सभी पैमानों को एक सिरे से खारिज कर देता है और यह साबित करता है कि किसी देश की असली समृद्धि उसका आकार या जनसंख्या नहीं बल्कि उसकी नैतिक सोच होती है। यह देश है लिकटेंस्टाइन जो स्विट्जरलैंड और ऑस्ट्रिया के बीच पर्वतों की गोद में बसा हुआ है। आइए जानते है इस अनोखे देश की खासियत!

लिकटेंस्टाइन: दुनिया के सबसे छोटे देशों में से एक

यह देश दुनिया के सबसे छोटे देशों में से एक है जो मात्र 160 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्रफल में फैला हुआ है। इस छोटे से देश की कुल आबादी लगभग 38 से 40 हजार के बीच है जो किसी बड़े शहर के एक मोहल्ले की आबादी से भी कम है। इस देश की राजधानी वादुज है जिसे दुनिया की सबसे छोटी राजधानियों में गिना जाता है। लिकटेंस्टाइन एक डबली लैंडलॉक्ड(Doubly Landlocked) देश है अर्थात यह उन देशों से घिरा है जो खुद भी समुद्र से नहीं मिलते। दुनिया में केवल दो ही ऐसे देश हैं लिकटेंस्टीन और उज़्बेकिस्तान। एक रोचक तथ्य यह भी है कि लिकटेंस्टाइन एक जर्मन भाषी देश है जिसकी सीमा जर्मनी से ही नहीं मिलती है।

इस देश की नहीं है कोई मुद्रा न ही खुद की सेना

किसी भी आधुनिक देश के लिए अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा, मुद्रा और सुरक्षा के लिए सेना होना गर्व की बात मानी जाती है। लेकिन इस देश में खुद का कुछ भी नहीं है। अगर आपको हवाई जहाज से यहां आना है तो आपको स्विट्जरलैंड या जर्मनी के हवाई अड्डे पर उतरना होगा और फिर सड़क मार्ग से लिकटेंस्टाइन पहुंचना होगा।

आश्चर्यजनक बात यह है कि लिकटेंस्टाइन ने कभी अपनी राष्ट्रीय मुद्रा नहीं छापी। 1920 से यहां स्विट्जरलैंड की मुद्रा स्विस फ्रैंक का इस्तेमाल होता है और किसी प्रकार की सैन्य सुरक्षा के लिए पड़ोसी देशों की सहायता लेनी पड़ती है। ऐसा बताया जाता है कि यहां 40 हजार की आबादी को संभालने के लिए केवल 100 पुलिस की काफी होते है। क्राइम रेट इतना कम है कि 2014 से अब तक यहां एक भी मर्डर नहीं हुआ है।

यहां है नकली दांतों का सबसे बड़ा व्यापार

लिकटेंस्टाइन की असली ताकत उसके व्यापार में छिपी हुई है। प्रति व्यक्ति सकल घरेलू उत्पाद (GDP) के मामले में यह यूरोप में मोनाको के बाद दूसरे स्थान पर है और दुनिया के सबसे धनी देशों में गिना जाता है। इस समृद्धि का मुख्य कारण लिकटेंस्टाइन का मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर है। यहां की एक बेहद दिलचस्प बात यह है कि लिकटेंस्टाइन दुनिया में नकली दांतों के उत्पादन में सबसे आगे है। यहां इवोक्लर विवाडेंट नाम की कंपनी द्वारा दुनिया के लगभग 20 प्रतिशत आर्टिफिशियल दांत बनाए जाते हैं। भारत में बॉलीवुड इंडस्ट्री भी इन्हीं दांतों का इस्तेमाल करती है।

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