Famous Tourist Spots of Chhattisgarh : छत्तीसगढ़ के ये Famous Tourist स्पॉट मानसून में होंगे गुलजार... ट्रैवलिंग के साथ सेफ्टी का भी रखें ध्यान... कहीं सेल्फी ना ले ले जान

छत्तीसगढ़ के पर्यटन स्थलों (tourist places in chhattisgarh) में मानसून आने के बाद पिकनिक स्पॉट्स पर घूमने वालों की संख्या बढ़ जाती है. ऐसे में बेहद सावधानी की जरूरत है.

Update: 2024-06-12 07:28 GMT

छत्तीसगढ़ में जल्द ही मानसून दस्तक देने वाली है. कई इलाकों में बारिश हो रही है. ऐसे में छत्तीसगढ़ के लोग लगातार गर्मी से परेशान होने के बाद मनोरंजन और रिफ्रेशमेंट के लिए  पर्यटन स्थलों पर घूमने और पिकनिक मनाने के लिए जाते हैं. इन स्थानों पर पिकनिक मनाते वक्त और घूमते वक्त बेहद सावधान रहने की जरूरत है. नहीं तो बड़ा हादसा हो सकता है. पर्यटन स्थलों पर सावधानी के साथ आप घूमने जाएं ताकि किसी अनहोनी से बचा जा सके.

पर्यटन विभाग छत्तीसगढ़ के अनुसार लोग अति उत्साह में सेल्फी के लिए डेंजर पॉइंट में चले जाते हैं. बैरिकेट्स पार करके चले जाते हैं. इससे बड़ी घटनाएं होती है. फॉल में तैरने नीचे  उतर जाते है, उससे कुछ हादसे हो जाते हैं. कुछ इलाकों में जहरीलें जीव् जंतु, सांप-बिच्छू का भय होता है, इनसे संभलकर रहें.

छत्तीसगढ़ के पर्यटन स्थलों में मानसून आने के बाद पिकनिक स्पॉट्स पर घूमने वालों की संख्या बढ़ जाती है. ऐसे में बेहद सावधानी की जरूरत है. हम आपको बताने जा रहे हैं कि छत्तीसगढ़ के वो कौन से पर्यटन स्थल हैं जहां आपको जाते वक्त अलर्ट रहना है.

बारिश में बस्तर के खतरनाक टूरिस्ट प्लेस

मानसून के दौरान बस्तर की इंद्रावती नदी पूरे उफान पर रहती है. ओडिशा से कोलाब डेम के गेट खोले जाने से यहां के कई इलाके जलमग्न हो जाते हैं. जिसके बाद हादसे की संभावना बढ़ जाती है.

चित्रकोट जल प्रपात



बस्तर का चित्रकोट जल प्रपात सबसे सुंदर जल प्रपात माना जाता है. लेकिन यह सुंदर और आकर्षक होने के साथ बारिश में खतरनाक हो जाता है. इसलिए यहां घूमने और पिकनिक मनाते वक्त बेहद सावधान रहने की जरूरत है. इसके अलावा बस्तर का तीरतगढ़ झरना भी बारिश के दौरान जल स्तर बढ़ने से डेंजरस प्वाइंट बन जाता है. यहां लोग सेल्फी लेने के चक्कर में हादसे का शिकार हो जाते हैं ऐसे में यहां घूमने का प्लान बना रहे हैं तो सावधान रहने की जरूरत है. कोंडागांव के कुएंमारी की मनमोहक खूबसूरती छत्तीसगढ़ के पर्यटन मानचित्र से अछूती जरूर है, लेकिन आसपास के लोग इसकी प्राकृतिक सौंदर्यता को निहारने जरूर आते हैं. कुएंमारी जलप्रपात कोंडागांव के बटराली से करीब 19 किमी की दूरी पर स्थित है. यह नक्सलगढ़ इलाका है इसलिए यहां पर्यटन के लिहाज से घूमने आते वक्त अलर्ट रहें. इन स्थानों पर लोगों की सुरक्षा की दृष्टि से एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीम तैनात रहती हैं. फिर भी पर्यटक को काफी अलर्ट रहने की जरूरत है.

बारिश में कवर्धा के इन स्थानों पर संभलकर जाएं

कवर्धा के रानी दहरा, सरोदा जलाशय, छीरपानी जलाशय और पीड़ा घाट में बारिश के वक्त जाना खतरनाक माना जाता है. रानी दहरा जलप्रपात को देखने लोग सैकड़ों फीट ऊपर पहाड़ पर जाते हैं. कवर्धा के ऐसे स्थानों पर घूमने जाते वक्त सावधानी जरूर अपनाएं नहीं तो हादसे का शिकार हो सकते हैं


कोरिया के इन स्थानों पर बारिश में संभलकर घूमने जाएं

कोरिया में अमृतधारा जल प्रपात (Amritdhara Falls) छत्तीसगढ़ के बेहद खूबसूरत जल प्रपात में से एक है. यह कोरिया जिला मुख्यालय से 30 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. बरसात के दिनों में कई बार बच्चे और युवा यहां पिकनिक मनाने आते हैं. बारिश के मौसम में अगर आप यहां घूमने और पिकनिक मनाने आते हैं तो सतर्क रहें. इसके अलावा कोरिया में हसदेव नर्सरी पिकनिक स्पॉट आसपास के क्षेत्रों खासकर चिरमिरी, मनेन्द्रगढ़ में बहुत फेमस है. बरसात के दिनों में कई बार बच्चे और युवा यहां नहाने और घूमने आते हैं. कई बार यहां घटनाएं भी घट चुकी हैं. इसी तरह झुमका क्षेत्र के आस-पास के क्षेत्र और दूसरे राज्य से भी लोग आते हैं. यहां पर भी कई बार बरसात के दिनों में दुर्घटनाएं हो चुकी हैं. इसके अलावा रामदाह जल प्रपात में भी बारिश के दिनों में घटनाएं होती है. इसलिए पर्यटकों को सावधान रहने की जरूरत है. साथ ही प्रशासन को भी इन इलाकों में चौकसी और सुरक्षा के व्यापक इंतजाम बढ़ाने चाहिए.

धमतरी के पर्यटन स्थल पर घूमते वक्त ये सावधानी बरतें



धमतरी जिले में स्थित कई ऐसे पर्यटन स्थल हैं. गंगरेल, मॉडमसिल्ली, रुद्री बैराज और सोंढूर बांध देखने दूर-दूर से लोग आते हैं. इसके अलावा श्रृंगी ऋषि आश्रम (Shringi Rishi Ashram) को पर्यटन स्थल के तौर जाना जाता है. यहां के गंगरेल, मॉडमसिल्ली, रुद्री बैराज और सोंढूर बांध को देखने जाते वक्त यह ख्याल रखें कि खतरनाक प्वाइंट और डैम के बीच में न जाएं. बरसात के दिनों में डैम के किनारे कई सांप और मगरमच्छ निकलते हैं इसलिए इस इलाकों में घूमते वक्त पूरी तरह से सुरक्षा का ख्याल रखें.

गरियाबंद के पर्यटन स्थल, बरसात में यहां रहें सतर्क

गरियाबंद में दर्जनों छोटे-बड़े पर्यटन स्थल मौजूद हैं. जतमई- पांडुका इलाका, घटारानी- फिंगेश्वर, सिकासेर, उदंती में आप बारिश के दौरान घूम सकते हैं. पैरी नदी के इलाके में यहां बारिश के दिनों में न जाएं. क्योंकि आप इन इलाकों में बाढ़ का सामना कर सकते हैं. इसलिए यहां बारिश में जाने का प्लान कैंसिल कर दें.

सरगुजा के इन पर्यटन स्थलों पर बरसात में जाते वक्त रहें सावधान



घुनघुट्टा बांध सरगुजा (Ghunghutta Dam Surguja)

घुनघुट्टा बांध सरगुजा जिले का एक मुख्य पर्यटन स्थल है. यह एक सुंदर जलाशय है. यह जलाशय सरगुजा जिले में लिब्रा गांव में स्थित है. इस बांध में आप आ कर नौकायन का भी मजा ले सकते हैं. लेकिन बारिश के दौरान यहां जाना खतरे से खाली नहीं है. यह बांध बरसात के दिनों में ओवर फ्लो होने लगता है. इसलिए बारिश में यहां घूमने न जाएं.

पंचधारा जलप्रपात सरगुजा ( Panchdhara Falls Surguja)

पंचधारा जलप्रपात सरगुजा का एक प्राकृतिक पर्यटन स्थल है. यह जलप्रपात घने जंगलों के अंदर स्थित है. यह जलप्रपात बरसात के समय देखने के लिए मिलता है. यहां पर ऊंची ऊंची पहाड़ियों से पानी नीचे कुंड में गिरता है, जो बहुत सुंदर लगता है. लेकिन बारिश के दिनों में इस जल प्रपात पर बेहद सावधानी से भ्रमण करें. गहरे इलाके में न जाएं. नहीं तो हादसा हो सकता है.

घाघी जलप्रपात अंबिकापुर (Ghaghi Falls Ambikapur)

घाघी जलप्रपात अंबिकापुर का एक मुख्य पर्यटन स्थल है. यह जलप्रपात घने जंगलों के अंदर स्थित है. यह जलप्रपात बहुत सुंदर है. यहां पर चेक डैम बना हुआ है. जब यहां से पानी ओवरफ्लो होता है. तब यह जलप्रपात देखने के लिए मिलता है. यहां पर पानी चट्टानों के ऊपर से बहता है, जिसका दृश्य बहुत ही आकर्षक रहता है. लेकिन यह जल प्रपात सरगुजा के घने जंगलों में स्थित है. इसलिए यहां बारिश के समय में जाते वक्त जंगली जानवरों से सावधान रहें. जल प्रपात के गहरे क्षेत्र में बिल्कुल न जाएं. नहीं तो बड़े हादसे का शिकार हो सकते हैं.


सेल्फी लेने के चक्कर में होती है ज्यादा घटनाएं 

छत्तीसगढ में देखा जाये तो सभी वाटर फॉल नेचुरल है और सभी घने जंगलों या फिर पहाड़ों के बीच आबादी से दूर है. यहाँ जंगली जानवरों का खतरा होता है. इसलिए वाइल्ड लाइफ  का मूवमेंट पता करके जाएँ की कहीं तेंदुआ और हाथी का मूवमेंट तो नहीं हुआ है, उस सिक्योरिटी के हिसाब से जाएँ. अति उत्साह में लोग सेल्फी के लिए डेंजर पॉइंट में चले जाते हैं. बैरिकेट्स पार करके चले जाते हैं. इससे बड़ी घटनाएं होती है. फॉल में  तैरने उतर जाते है, उससे कुछ हादसे हो जाते हैं.  कुछ इलाकों में जहरीलें जीव् जंतु, सांप-बिच्छू का दर होता है, इनसे संभलकर रहें. हमेशा अपने पास अत्यंत जरुरी दवाइयां फर्स्ट ऐड बॉक्स और छठा रैनकोट रखें. घूमे पर सँभलकर रहें और मौसम और स्थलों का आनद लें. 

डॉ अनुराधा दुबे, पी.आर.ओ., छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल  


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