Duniya ka Sabse khatarnk Drug: हेरोइन से भी 50 गुना ज्यादा शक्तिशाली, इतने सस्ते में मिलता है यह खतरनाक ड्रग, जानिए जॉम्बी ड्रग की खासियत
Duniya ke sabse khatarnk drugs: ड्रग या नशीली चीजें किसी भी देश और वहां रहने वाले लोगों को खोखला कर देती है। इन दिनों अमेरिका और कनाडा जैसे देशों में यह एक गंभीर संकट उभर कर सामने आया है जिसने पूरे देश को हिला कर रख दिया है। आइए जानते है खतरनाक Xylazine नामक दवा के बारे में जिसे Zombie Drug के नाम से जाना जाने लगा है।
Duniya ke sabse khatarnk drugs: ड्रग या नशीली चीजें किसी भी देश और वहां रहने वाले लोगों को खोखला कर देती है। इन दिनों अमेरिका और कनाडा जैसे देशों में यह एक गंभीर संकट उभर कर सामने आया है जिसने पूरे देश को हिला कर रख दिया है। सड़कों पर लोग ऐसी हालत में नजर आ रहे हैं जिन्हें देखकर लगता है मानो वे जीवित मुर्दे हों। देखने पर यह दृश्य फिल्मी लग सकता है पर वास्तव यह काफी डरावना और चिंताजनक है। ड्रग्स की लत ने लोगों को ज़ोंबी बनने पर मजबूर कर दिया है। आइए जानते है इसके पीछे छिपे इन खतरनाक Xylazine नामक दवा के बारे में जिसे Zombie Drug के नाम से जाना जाने लगा है।
Xylazine (जाइलाजाइन) और Fentanyl (फेंटानाइल) क्या है?
जाइलाजाइन का निर्माण पशु चिकित्सा खासकर घोड़े के लिए किया गया है। यह दवाई पशुओं को बेहोश करने या उनका दर्द कम करने के लिए उपयोग किया जाता है। यह एक अल्फा-2 एड्रीनर्जिक एगोनिस्ट है जो केंद्रीय तंत्रिका तंत्र को गहराई से प्रभावित करता है। इस दवा को कभी भी मानव उपयोग के लिए नहीं बनाया गया है। लेकिन पिछले कुछ समय से ड्रग तस्करों ने इसे फेंटेनाइल और हेरोइन में मिलाना शुरू कर दिया है।
इस दवा की केवल एक खुराक लोगों के जीवन को बर्बाद करने के लिए काफी होती है। यह नॉर्मल हेरोइन से लगभग 50 गुना ज्यादा शक्तिशाली होता है। जब इसे फेंटेनाइल ड्रग के साथ मिलाया जाता है तो यह एक Zombie Drug बन जाता है क्योंकि यह लोगों को एक ऐसी अचेत अवस्था में डाल देता है जहां वे न तो पूरी तरह सोए होते हैं न जागे हुए। उनकी हालत बिल्कुल जॉम्बी जैसी हो जाती है जहां वे सुन्न होकर कहीं भी झुककर और अजीब अजीब मुद्रा में खड़े रहते हैं।
शरीर पर इसका भयानक प्रभाव
जाइलाजाइन सबसे पहले लोगों को गहरी बेहोशी में डाल देता है। जैसे ही कोई व्यक्ति इसे लेता है उसका दिमाग धीमा पड़ने लगता है। मांसपेशियां ढीली हो जाती हैं और व्यक्ति नियंत्रण खो बैठता है। सांस लेने की प्रक्रिया भी धीमी पड़ जाती है जो जानलेवा साबित हो सकती है। इस दवा का सबसे भयानक प्रभाव त्वचा पर पड़ता है। त्वचा के जिन स्थानों में इस ड्रग का इंजेक्शन लगाया जाता है वहां पर एक घाव बन जाती है और वहां की त्वचा सड़ने लगती है। इन घावों से बहुत बदबू आती है और इनमें संक्रमण का खतरा बहुत ज्यादा होता है। सबसे बुरी बात यह है कि ये घाव कभी ठीक नहीं होते बल्कि सीधे उस अंग को काटकर निकलना ही इसका उपाय है।
क्यों बढ़ता गया इस ड्रग का सेवन
- जाइलाजाइन बहुत सस्ती दवा है जिसे पशु चिकित्सा के लिए आसानी से खरीदा जा सकता है। इसमें फेंटेनाइल के मिलावट के बाद यह और भी सस्ते दामों (4$ से 5$) में मिलने लगी है।
- दूसरा कारण है इसकी लत। फेंटेनाइल एक बहुत तेज असर करने वाली दवा है लेकिन इसका असर जल्दी खत्म भी हो जाता है जिसके लिए नशेड़ियों को दिन में 5 से 6 बार तक इंजेक्शन लेने की जरूरत पड़ती है।
- सबसे बड़ी समस्या यह है कि ज्यादातर लोगों को पता ही नहीं होता कि उनके नशे में जाइलाजाइन मिली हुई है। लोग सोचते हैं कि वे सिर्फ फेंटेनाइल ले रहे हैं लेकिन असल में उनके शरीर में यह जानलेवा जानवरों वाली दवा भी जा रही है।
- यूएस में ड्रग को लेकर ज्यादा कड़ाई नहीं की जाती और साथ ही कनाडा में तो सरकार खुद लोगों को फ्री ड्रग्स सप्लाई करती है। ऐसे में लोगों का ड्रग लेना आम बात है।
- जाइलाजाइन की लत को छोड़ना भी एक गंभीर समस्या है। जब व्यक्ति इसे छोड़ने की कोशिश करते हैं तो विड्रॉल के भयानक लक्षण सामने आते हैं। जाइलाजाइन विड्रॉल ओपिओइड विड्रॉल से अलग है और इसका इलाज करना बहुत मुश्किल है।
- इसकी लत को न छोड़ पाने के लिए कुछ हद तक मनुष्य का दिमाग भी जिम्मेदार है। जब इसे छोड़ने की कोशिश की जाती है तो दिमाग को लगता है जैसे कुछ बहुत बुरा होने वाला है। यह चिंता इतनी गंभीर होती है कि व्यक्ति फिर से इसका सेवन करना शुरु कर देता है।
Disclaimer- NPG.NEWS किसी भी प्रकार के नशे से दूर रहने की सलाह देता है.