Duniya ki sabse khatarnak jail: दुनिया का सबसे खतरनाक जेल, सुनते ही अपराधियों के छूट जाते है पसीने, जानिए cecot जेल की कहानी
Duniya ki sabse khatarnak jail: सेंट्रल अमेरिका का एक छोटा सा देश अल साल्वाडोर, जहां कुछ सालों पहले दो गैंग्स का राज़ हुआ करता था। ये गैंग्स ही पूरे देश को चलते थे। ऐसे में यहां के आम नागरिकों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा था। परंतु वर्तमान समय में इस देश का कानून और जेल इतना सख़्त हुआ है कि इन जेलों को धरती का नर्क कहा जाता है। प्जनिये यहाँ का इतिहास....
Duniya ki sabse khatarnak jail: सेंट्रल अमेरिका का एक छोटा सा देश अल साल्वाडोर, जहां कुछ सालों पहले दो गैंग्स का राज़ हुआ करता था। ये गैंग्स ही पूरे देश को चलते थे। ऐसे में यहां के आम नागरिकों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा था। परंतु वर्तमान समय में इस देश का कानून और जेल इतना सख़्त हुआ है कि इन जेलों को धरती का नर्क कहा जाता है। इस जेल का नाम है- सेंटर फॉर टेररिज्म कनफाइनमेंट, जिसे सीईसीओटी के नाम से जाना जाता है। यह दुनिया की सबसे बड़ी और सबसे सुरक्षित जेलों में से एक है। जहां एक बार जाने के बाद वापसी की उम्मीद लगभग नामुमकिन मानी जाती है। आइए जानते है इस नर्क जैसे जेल और यहां बंद दो गैंग मेंबर्स के बारे में।
अल साल्वाडोर का इतिहास
इस देश का इतिहास खून और हिंसा से सना हुआ है। 80 के दशक में इस देश में भयानक गृह युद्ध हुआ,जिसमें लाखों लोगों की जान चली गई। युद्ध समाप्त होने के बाद हजारों साल्वाडोरवासी अमेरिका भाग गए और वहां प्रमुख दो अपराधी गिरोह एमएस-13 और बैरियो 18 का निर्माण हुआ। जब इन गिरोह सदस्यों को अमेरिका से वापस भेजा गया, तो वे अपने साथ हिंसा और अपराध भी ले आए। सन् 2000 से 2020 तक अल साल्वाडोर में स्थिति इतनी खराब हो गई कि देश में हर रोज औसतन 18 लोग मारे जाते थे। गिरोह इतने ताकतवर हो गए थे कि वे पूरे इलाकों पर नियंत्रण रखते थे और सरकार भी उनके सामने कुछ नहीं कर पाती थी।
बुकेले के कार्यकाल में क्रूर कार्रवाई की शुरुआत
2019 में नायब बुकेले(Nayib Bukele) राष्ट्रपति बने और उन्होंने देश से अपराध खत्म करने का वादा किया। फिर मार्च 2022 में ही केवल तीन दिनों में 87 लोगों की हत्या कर दी गई। बुकेले ने तुरंत देशभर में आपातकाल की घोषणा की और अपने संविधान में दिए गए कई नागरिक अधिकारों को निलंबित कर दिया।
इस आपातकालीन स्थिति के तहत पुलिस और सेना को बिना वारंट के किसी को भी गिरफ्तार करने की शक्ति मिल गई। देखते ही देखते 70 से 80 हजार लोग गिरफ्तार कर लिए गए। ये गिरफ्तारियां केवल संदेह के आधार पर की गईं। सभी गैंग मेंबर्स ने अपने शरीर के किसी न किसी हिस्सें में अपने गैंग का टैटू जरूर बनवाया हुआ था जिससे इन्हें पहचानना और आसान हो गया। यहां जेलें तेजी से भरने लगीं और सरकार के सामने यह सवाल खड़ा हो गया कि इतने सारे कैदियों को कहां रखा जाए।
केवल 7 महीने में बनी जेल
इस समस्या के समाधान के लिए बुकेले ने सीईसीओटी (cecot)जेल बनाने का फैसला किया। मात्र सात महीनों में इस विशाल जेल का निर्माण पूरा कर लिया गया। इसकी लागत लगभग 10 से 12 करोड़ डॉलर थी। जनवरी 2023 में इस जेल को आधिकारिक रूप से खोला गया।
सीईसीओटी 57 एकड़ में फैली हुई है और सरकार इसके आसपास के 140 हेक्टेयर इलाके पर भी निगरानी रखती है। इस जेल को 40 हजार कैदियों की क्षमता के साथ डिजाइन किया गया है, जो इसे लैटिन अमेरिका की सबसे बड़ी जेल बनाता है। यह जेल आठ विशाल ब्लॉकों में बंटी हुई है, जिसमें 256 सेल हैं। एक सेल में 156 कैदी रहते है।
जेल की सुरक्षा व्यवस्था
सीईसीओटी की सुरक्षा व्यवस्था किसी अभेद्य किले से कम नहीं है। जेल के चारों ओर 19 गार्ड टावर हैं जिनमें प्रशिक्षित स्नाइपर तैनात रहते हैं। 9 मीटर ऊंची और 60 सेंटीमीटर मोटी कंक्रीट की दीवारों के दो सेट हैं जो कांटेदार तारों से ढके हुए हैं। इन दीवारों के बीच 15 हजार वोल्ट की बिजली से चार्ज दो बिजली की बाड़ें लगी हुई हैं। 600 सैनिक और 250 पुलिस अधिकारी हर समय जेल और इसके आसपास के इलाके की निगरानी करते हैं।
नर्क से भी बदतर स्थिति
cecot जेल के अंदर कोई गद्दा या चादर नहीं दिया जाता। कैदियों को कठोर धातु की सतह पर सोना पड़ता है।
प्रत्येक सेल में दो खुले शौचालय और वॉशबेसिन हैं जो कैदियों को खुले में ही उपयोग करने होते है।
सेल में 24 घंटे तेज कृत्रिम रोशनी रहती है। यह जानबूझकर कैदियों को नींद से वंचित करने और मानसिक रूप से तोड़ने के लिए किया जाता है।
यहां गर्मी और नमी भी असहनीय होती है क्योंकि यहां कोई पंखा या एयर कंडीशनर नहीं है।
इस जेल के अंदर एक बार पहुंच जाने के बाद जीवन भर निकलना नामुमकिन होता है। कैदी अपने परिवार के सदस्यों से भी नहीं मिल सकते। कैदियों को अपने वकीलों से भी मिलने की अनुमति नहीं है। उनकी अदालती सुनवाई ऑनलाइन माध्यम से होती है। यहां के कई कैदियों को 100 सालों से भी अधिक की सजा सुनाई गई है।
जेल के भीतर एक खास पनिशमेंट विंग है। जो कैदी नियमों की अवहेलना करते हैं उन्हें यहां भेजा जाता है। ये सेल पूरी तरह से अंधेरे से भरा हुआ हैं, सिर्फ छत में एक छोटे से छेद के जरिए थोड़ी रोशनी आती है। इन्हीं सब कारणों से यह जेल अपराधियों के लिए एक भयानक नर्क के समान है।