क्या ऐसे थे राम: मानस मंच से सीएम का इशारों में बीजेपी पर हमला, पूछा- आज युद्धक राम और क्रोधित हनुमान के रूप में दिखाया जा रहा है, क्या हमारे भगवान ऐसे थे?
भगवान राम के रास्ते पर चलिए, समाज को जोड़ने का काम करें, तोड़ने का नहीं: भूपेश बघेल
शिवरीनारायण, 10 अप्रैल 2022। सीएम भूपेश बघेल ने रविवार को इशारों-इशारों में BJP और RSS पर हमला बोला। सीएम ने कहा कि हमारे महापुरुषों ने समाज के सभी वर्गों को जोड़ने का काम किया है। यही हमारा, पूरे हिन्दुस्तान का रास्ता है। यही रास्ता हमें शांति की ओर ले जाएगा। त्रेता युग में भगवान राम ने भारत को अयोध्या से श्रीलंका तक जोड़ने का काम किया। द्वापर युग में भगवान श्री कृष्ण ने मथुरा से लेकर द्वारिका तक, शंकराचार्य ने दक्षिण से लेकर उत्तर तक, स्वामी विवेकानंद ने कन्याकुमारी से कश्मीर तक भारत को जोड़ने का काम किया है। जितने भी हमारे महापुरुष हुए उन्होंने समाज को जोड़ने का काम किया है। विभिन्न वर्गों को एक सूत्र में बांधने का काम किया। लेकिन आज भगवान राम को युद्धक राम और भगवान हनुमान को क्रोधित हनुमान के रूप में दिखाया जा रहा है। क्या हमारे भगवान ऐसे थे? रामायण मंडलियों के साथियों को संबोधित करते हुए सीएम ने कहा कि आप भी भगवान राम के रास्ते पर चलिए। समाज को जोड़ने का काम करें, तोड़ने का नहीं। सभी को जोड़ने का काम हमारी मूल संस्कृति है, आज इसी दिशा में काम करने की आवश्यकता है।
जांजगीर प्रथम, कोरिया द्वितीय और बीजापुर को तीसरा पुरस्कार
मुख्यमंत्री ने कहा कि दिसंबर के बाद हमारे छत्तीसगढ़ में रामायण मंडली का कार्यक्रम गांव-गांव में होता है, लेकिन कोरोना की तीसरी लहर के कारण आयोजन नहीं हो पाए। आज इस आयोजन की अभूतपूर्व सफलता के लिए मैं आप सभी को बधाई देता हूँ। आज 65 सौ से अधिक मानस मंडली, जनपद में 140 मानस मंडलियां समेत 26 जिलों में तीन दिन तक इनका कार्यक्रम चला। हमारी ज्यूरी ने बड़ी मेहनत से इन्हें चुना। उन्होंने प्रथम स्थान जांजगीर-चांपा मानस मंडली को 5 लाख रुपए, द्वितीय स्थान कोरिया जिला मानस मंडली को 3 लाख रुपए, तृतीय स्थान बीजापुर मानस मंडली को तृतीय 2 लाख रुपए पुरुस्कार राशि और रामचरितमानस की प्रति भेंट की। बघेल ने कहा कि हम शिवरीनारायण को केंद्र मानकर मल्हार, चंद्रहासिनी और गिरौधपुरी जा सकते हैं और यह स्थान अन्य को जोड़ने का काम करेगा। इस दौरान गृह एवं पर्यटन मंत्री ताम्रध्वज साहू, नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया, छत्तीसगढ़ गौसेवा आयोग के अध्यक्ष राजेश्री महंत डॉ. रामसुंदर दास सहित जनप्रतिनिधि व बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे।