CG Anjor Vision Documents 2047: विजन डॉक्यूमेंट बनाने में एमपी, राजस्थान से आगे निकला छत्तीसगढ़, गुजरात के बाद देश का बना दूसरा राज्य, साल भर के भीतर किया तैयार...
CG Anjor Vision Documents 2047: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देश पर छत्तीसगढ़ ने साल भर के भीतर अपना विजन डॉक्यूमेंट-2047 बना लिया है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय आज एक भव्य समारोह में विजन डाक्यूमेंट का विमोचन करेंगे। जाहिर है, वित्त और योजना मंत्री ओपी चौधरी ने प्रथम बजट पेश करते हुए विजन डॉक्यूमेंट बनाने का ऐलान किया था। विजन डॉक्यूमेंट बनाने में छत्तीसगढ़ ने कई बड़े राज्यों को पीछे छोड दिया है। नीति आयोग ने अपने विजन डॉक्यूमेंट का नाम छत्तीसगढ़ी से जोड़ते हुए अंजोर विजन-2047 नाम दिया है। जाहिर है, पीएम मोदी चाहते हैं कि सभी राज्यों का अपना विजन डॉक्यूमेंट होना चाहिए। राज्यों के योजनाबद्ध विकास के लिए उन्होंने राज्यों से विजन डॉक्यूमेंट बनाने कहा था।
Chhattisgarh Vision Documents 2027: रायपुर। छत्तीसगढ़ देश का पहला राज्य है, जहां सरकार ने शपथ लेने के साथ ही राज्य के लिए विजन डॉक्यूमेंट तैयार करने का ऐलान किया था। हालांकि, फरवरी में लोकसभा चुनाव की घोषणा हो गई। इस वजह से विजन डॉक्यूमेंट का काम गति नहीं पकड़ पाया। चुनाव के बाद मई से इसमें तेजी लाई। मुख्यमंत्री ने वित्त और योजना मंत्री ओपी चौधरी को इसका दायित्व सौंपा और दिन-रात के अथक प्रयासों से साल भर के भीतर विजन डॉक्यूमेंट तैयार करने का करिश्मा कर डाला योजना विभाग ने।
देश का दूसरा राज्य
जानकारों के अनुसार इस समय गुजरात ने विजन डॉक्यूमेंट बनाया है। मध्यप्रदेश, राजस्थान, बिहार में बनाने की तैयारी चल रही है। जाहिर है, दिसंबर 2013 में छत्तीसगढ़ के साथ ही मध्यप्रदेश, राजस्थान में नई सरकार गठित हुई थी। प्रधानमंत्री के विकसित भारत के तर्ज पर बीजेपी शासित राज्यों ने विजन डॉक्यूमेंट 2047 बनाने की पहल की। मगर छत्तीसगढ़ इन राज्यों को छोड़ आगे निकल गया। बिहार में पिछले कई महीन से इस पर काम चल रहा है। मगर अभी कुछ फायनल नहीं हुआ है।
छत्तीसगढ़ को बदलने की कवायद
जनकारों का कहना है कि छत्तीसगढ़ के विजन डॉक्यूमेंट बाकी राज्यों से अलग इसलिए रहेगा क्योंकि सचिवों की टीम इसमें लगाई गई थी, इसके अलावे देश की बेस्ट एजेंसियों को इसका काम सौंपा गया। विजन डॉक्यूमेंट के लिए हर वर्ग के लोगों से राय ली गई। लोगों से मिलने वाले अहम फीडबैकों को इसमें शामिल किया गया। योजना विभाग के अधिकारियों का कहना है कि विजन डॉक्यूमेंट ऐसा बनाया गया है कि हर पांच साल में इसका रिजल्ट दिखेगा। आजादी के सौ साल पूरे होने के साल 2047 में छत्तीसगढ़ का नक्शा कुछ और होगा।
सिर्फ अमीरी नहीं
विजन डॉक्यूमेंट में सिर्फ छत्तीसगढ़ को अमीर राज्य बनाने की परिकल्पना नहीं है। बल्कि संस्कृतियों को सहेजने पर भी पूरा ध्यान दिया गया है। बस्तर के आदिवासियों को आत्मनिर्भर बनाने के साथ ही उन्हें संस्कृति को अक्षुण्ण बनाने का प्रयास किया जाएगा।
मेगा विमोचन
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और वित्त एवं योजना मंत्री ओपी चौधरी के निर्देशन में कई महीनों की मशक्कत के बाद इस विजन डॉक्यूमेंट को तैयार किया गया है। इसके लिए कई दौर की बैठकें आयोजित की गई...अनेक वर्गों के लोगों के ओपिनियन लिए गए। मंत्री ओपी चौधरी ने खुद विभिन्न एजेंसियों का प्रेजेंटेशन देखा। इसके बाद उसे कंपाइल कर बुक का स्वरूप दिया गया। छत्तीसगढ़ी से जोड़ते हुए इसका नाम छत्तीसगढ़ अंजोर विजन-2047 नाम दिया गया है।
चूकि छत्तीसगढ़ का यह पहला विजन डॉक्यूमेंट है, लिहाजा उसी हिसाब से इसका भव्य विमोचन किया जा रहा है। नवा रायपुर के बड़े होटल में 17 जुलाई की शाम 6 बजे इसका विमोचन समारोह रखा गया है। इसमें हिस्सा लेने के लिए दिल्ली से नीति आयोग के उपाध्यक्ष सुमन के बेरी और सीईओ बीवीआर सुब्रमणियम रायपुर आ रहे हैं। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय होंगे। वहीं अध्यक्षता विधानसभा अध्यक्ष डॉ0 रमन सिंह करेंगे। इस कार्यक्रम में नेता प्रतिपक्ष डॉ0 चरणदास महंत को भी आमंत्रित किया गया है। सभी मंत्रियों के अलावे 50 से अधिक विधायक और सांसद भी विमोचन समारोह में मौजूद रहेंगे। कुल मिलाकर इसे मेगा शो कहा जा सकता है।