थैंक्स CM साहब : शहीद अफसर की पत्नी स्नेहा ने DSP की नौकरी मिलने पर कहा...

शहीद आकाश की पत्नी स्नेहा पति की तरह पहनेगी खाकी, पति के अधूरे काम को करेगी पूरा सांय सरकार ने स्नेहा को डीएसपी के पद पर दिया अनुकंपा

Update: 2025-09-09 16:43 GMT

shahid aakash rao giripunje :  मुझे हमारी माटी की सेवा का अवसर देने के लिए माननीय प्रधानमंत्री मोदी जी और सीएम साय साहब को बहुत-बहुत धन्यवाद. ये मेरे लिए बहुत बड़ी उपलब्धि और गौरव की बात है. गिरपूंजे जी के जीवन का लक्ष्य  देश और राज्य की सेवा थी. माटी की सेवा ही उनका मूल धर्म और कर्म था. और आज यह अवसर मुझे मिला है और मैं इस दायित्व को हर तरीके से निभाने का भरपूर प्रयास करुँगी. अब तक मुझे घर की जिम्मेदारी थी, पर अब मैं घर के साथ राज्य की सेवा में भी अपना 100 प्रतिशत देने की कोशिश करुँगी. मुझ पर प्रदेश सरकार द्वारा इतना विश्वास करने को लेकर फिर से मैं दिल से धन्यवाद करती हूँ और उनको आश्वासन देती हूँ की उनके उम्मीदों पर मैं भी इनके जैसे खरी उतरूंगी. यह बातें भारी दिल और अश्रू भरे नेत्रों  से शहीद आकाश राव गिरपूंजे की धर्मपत्नी श्रीमती स्नेहा गिरपूंजे ने कही.


स्नेहा वर्तमान में एक हाउस वाइफ हैं, पर वे माटी की सेवा को लेकर बड़े ही जोश के साथ तत्पर हैं और शहीद आकाश राव गिरपूंजे की तरह ही कार्यशैली में कार्य करने को तैयार है. 


प्रदेश सरकार के प्रयासों से सुकमा कोंटा में आईईडी ब्लास्ट में शहीद हुए एएसपी आकाश राव गिरपूंजे की पत्नी स्नेहा गिरपूंजे अब डीएसपी बनेंगी। अपने पति की तरह खाकी पहनकर लोगों की सेवा करेगी। क्योंकि सरकार ने शहीद आकाश राव गिरपूंजे की पत्नी स्नेहा गिरपूंजे को डीएसपी के पद पर अनुकंपा देने का फैसला किया है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की अध्यक्षता में हुई बैठक में इस फैसले पर इस पर मुहर लगा दी है. मंत्रालय महानदी भवन में आयोजित कैबिनेट की बैठक में यह महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है.



 तुम्हें घर पर खाली नहीं बैठने दूंगा स्नेहा 




 स्नेहा तुम्हें बच्चों के कारण अभी घर सम्हालना हो रहा है. बच्चे अभी छोटे हैं, पर जल्द ही जब बड़े हो जायेंगे तो तुम  भी  देश और राज्य की सेवा करना. तुम इतनी कैपेबल हो की मुझे पता  है तुम घर और देश दोनों  सम्हाल लोगी ... यह बात अपनी धर्मपत्नी से कही थी शहीद आकाश राव गिरपूंजे ने. जो  आज सच साबित हो रही  है. यह बातें  NPG NEWS  से  भारी दिल से शेयर की शहीद आकाश राव गीरपुंजे की धर्म पत्नी  स्नेहा ने. जो आज जल्द ही राज्य सेवा में डीएसपी के पद को  सम्हालेंगी. 


देश हमेशा उनके बलिदान का ऋणी रहेगा


केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने छत्तीसगढ़ दौरे के दौरान शहीद एएसपी आकाश राव गिरिपुंजे के परिजनों से मुलाकात की थी और शाह ने जोर देकर कहा कि देश हमेशा उनके बलिदान का ऋणी रहेगा और उनकी शहादत को कभी व्यर्थ नहीं जाने दिया जाएगा। आखिर केंद्र सरकार की यह बात सच साबित हुई और राज्य सरककर ने उनकी शहादत को यूँ ही व्यर्थ नहीं जाने दिया और आज उनकी धर्मपत्नी को भी देश के लिए सेवा करने का अवसर दिया.  




 ज्ञात हो की  छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में प्रेशर बम की चपेट में आने से कोंटा क्षेत्र के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) आकाश राव गिरीपुंजे शहीद हो गए हैं। इस घटना में अन्य पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं। आकाश राव गिरीपुंजे 2013 बैच के राज्य पुलिस सेवा के अधिकारी थे। नक्सलियों ने 10 जून को बस्तर बंद आयोजित किया है। जिसके खिलाफ वह कार्रवाई करने के लिए गए थे। जिले के कोंटा क्षेत्र के अंतर्गत कोंटा-एर्राबोरा मार्ग पर डोंड्रा गांव के करीब प्रेशर बम की चपेट में आकर एएसपी गिरीपुंजे गंभीर रूप से घायल हो गए। गिरीपुंजे को अस्पताल ले जाया गया जहां इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया।

कौन थे आकाश राव गिरीपुंजे

आकाश राव रायपुर के रहने वाले हैं। उनकी स्कूली शिक्षा रायपुर से ही हुई है। वह पूर्व कांग्रेस पार्षद के बसंत राव के भतीजे हैं। 2013 बैच के अधिकारी हैं। आकाश का सिलेक्शन पीएससी में 2013 में हुआ था वह डीएसपी के लिए चुने गए थे। आकाश को 2019-20 में पुलिस मेडल दिया गया था। आकाश राव रायपुर के सीएसपी भी रह चुके हैं। इसके अलावा वह महासमुंद, दुर्ग के एडिशनल एसपी रहे हैं। वर्तमान में उनकी पोस्टिंग सुकमा जिले में थी।

शहीद एडिशनल एसपी आकाश राव की गिनती पुलिस महकमे में बेहद ही होनहार, बहादूर और अनुशासित पुलिस अफसरों में होती थी। उन्हें बहादूरी के लिए वीरता पदक से भी सम्मानित किया गया था। पुलिस सेवा में आने से पहले वो बैंक में अफसर थे। बैंक में नौकरी करते हुए ही उन्होंने CGPSC की परीक्षा दी और फिर राज्य पुलिस सेवा के लिए चुने गये थे। आकाश राव मूल रूप से महाराष्ट्र के रहने वाले थे, लेकिन कई सालों पहले उनका पूरा परिवार रायपुर में बस गया था।

कार्यकाल एक नजर

2013 बैच के जांबाज अफसर थे आकाश

आकाश राव गिरपुंजे 2013 बैच के राज्य पुलिस सेवा के अफसर थे। ट्रेनिंग के बाद बतौर प्रोबेशनर उनकी पहली पोस्टिंग नक्सल प्रभावित कांकेर जिले में हुई थी। अपनी पहली पोस्टिंग के दौरान ही आकाश राव ने कई बड़े नक्सल आपरेशंस में हिस्सा लिया और सफल अभियान चलाया।

SDOP मानपुर व पाटन रह चुके थे


SDOP के तौर पर उनकी पहली पोस्टिंग नक्सल प्रभावित मानपुर में हुई। मानपुर में एसडीओपी रहते हुए नक्सलियों के खिलाफ अदम्य साहस के लिए आकाश राव गिरपुंजे को वीरता पदक से भी सम्मानित किया गया था। मानपुर के बाद आकाश राव का तबादला पाटन में SDOP के तौर पर हुआ। यहां भी उन्होंने काफी शानदार काम किया।

रायपुर में एडिशनल एसपी रह चुके थे

एडिशनल एसपी के तौर पर आकाश राव को रायपुर पश्चिम में पहली पदस्थापना मिली। रायपुर में लॉ एंड आर्डर के नजरिये से आकाश राव ने काफी बेहतर काम किया। उनके कार्यकाल और व्यवहारकुशलता को आज भी उनके कई साथी काफी शिद्दत से याद करते है। भीड़ को नियंत्रित करने, आक्रोशित लोगों को समझाने औऱ क्राइम इन्वेस्टिगेशन में उन्हें महारत थी।

2024 में कोंटा में हुई थी पदस्थापना

रायपुर पश्चिम के बाद आकाश राव की पोस्टिंग महासमुंद जिले में हुई। महासमुंद में भी एडिश्नल एसपी के तौर पर उन्होंने काफी शानदार काम किया। 2024 विधानसभा चुनाव के दौरान आकाश राव महासमुंद में ही पदस्थ थे। नयी सरकार के गठन के बाद एक बार फिर उन्हें नक्सल क्षेत्र का जिम्मा सौंपा गया। उन्हें कोंटा का एडिश्नल एसपी बनाया गया।

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