Vishnudev Sai Government: छत्‍तीसगढ़ में 2 पद 2 दर्जन दावेदार: 54 में से 14 को मिला पद, बाकी विधायकों को कहां एरजेस्ट करेगी बीजेपी

Vishnudev Sai Government: छत्‍तीसगढ़ में 54 विधायकों के साथ सत्‍ता में आई बीजेपी के अब तक 14 विधायकों को अलग-अलग पद मिल चुका है। इनमें करीब 8 वरिष्‍ठ विधायक हैं और बाकी पहली बार के विधायक शामिल हैं। अब सरकार में केवल 2 पद बचा है, लेकिन दावेदार दो दर्जन से ज्‍यादा हैं।

Update: 2023-12-26 15:18 GMT

NPG Story

Vishnudev Sai Government: रायपुर। भाजपा के 54 में से 13 विधायक मुख्‍यमंत्री और मंत्री बन चुके हैं। जगदलपुर सीट से पहली बार विधायक चुने गए किरणदेव को प्रदेश अध्‍यक्ष बनाकर संगठन की कमान सौंप दी गई है। प्रदेश में भाजपा के जो 54 विधायक जीते हैं उनमें 19 वरिष्‍ठ विधायक हैं, इनमें से अधिकांश सरकार में मंत्री रह चुके हैं। ये स्‍वभाविक रुप से पद के दावेदार हैं। इनमें से अब तक 8 विधायकों को पद मिल चुका है। 7 मंत्री बनाए गए हैं, जबकि एक विधानसभा के अध्‍यक्ष।

पद के दावेदारों में पूर्व विधायक और पूर्व मंत्री के अलावा सांसद का पद छोड़कर आई रेणुका सिंह और गोमती साय और कद्दावर नेताओं को हरा कर विधानसभा पहुंचे पहली बार के विधायक भी शामिल हैं। पहली बर वाले 6 विधायक पद पा चुके हैं। इनमें दो डिप्‍टी सीएम और तीन मंत्री के साथ प्रदेश अध्‍यक्ष बनाए गए किरणदेव शामिल हैं। गोमती साय के अलावा पद के दावेदार पहली बार के विधायकों में नीलकंठ टेकाम, पुरंदर मिश्रा, रामकुमार टोप्पो, अनुज शर्मा प्रमुख रुप से शामिल हैं। वहीं, पद के दावेदार वरिष्‍ठ विधायकों में रेणुका सिंह, भैया लाल राजवाड़े, पुन्नुलाल मोहले, धर्मजीत सिंह, धरम लाल कौशिक, अमर अग्रवाल, राजेश मूणत, अजय चंद्राकर, विक्रम उसेंडी और लता उसेंडी मुख्‍य रुप से शामिल हैं।

हालांकि कैबिनेट मंत्री का दर्जा प्राप्‍त पदों की कमी नहीं है। निगम मंडल से लेकर प्राधिकरणों में नियुक्ति होनी है, लेकिन विधानसभा और सरकार में अब केवल एक-एक पद बचा है। विधानसभा में उपाध्‍यक्ष का और सरकार में एक मंत्री का पद खाली है। इसमें उपाध्‍यक्ष का पद किसी वरिष्‍ठ विधायक को मिलना तय है। ऐसे में एक मात्र बचे मंत्री पद के लिए वरिष्‍ठ के साथ ही पहली बार के विधायक भी नजर गड़ाए बैठे हैं। मंत्री का पद लोकसभा चुनाव के बाद ही भरा जाएगा। लेकिन विधानसभा उपाध्यक्ष का चुनाव फरवरी-मार्च में संभावित विधानसभा के बजट सत्र के दौरान ही होगा।

जानिए...कौन बन सकता है छत्‍तीसगढ़ विधानसभा का उपाध्‍यक्ष

भाजपा की राजनीति को करीब से समझने वालों की राय में इस पद के लिए सबसे उपयुक्‍त नाम पुन्‍नूलाल मोहले हैं। 71 वर्षीय मोहले अनुसूचित जाति (एससी) वर्ग से आते हैं। है। सातवीं बार विधायक चुने गए हैं। इससे पहले वे 4 बार सांसद रह चुके हैं। रमन कैबिनेट में मंत्री रह चुके हैं। लोकसभा चुनाव को ध्‍यान में रखते हुए भी भाजपा यह फैसला ले सकती है। इस बार एससी वर्ग से सरकार में एक मात्र दयालदास बघेल को मंत्री बनाया गया है। राज्‍य में एससी की आबादी लगभग 13 प्रतिशत मानी जाती है और विधानसभा की 10 सीटें आरक्षित हैं। इस वजह से इस पद के लिए माहले की दावेदारी तगड़ी मानी जा रही है।

जानिए...छत्‍तीसगढ़ में कितने बीजेपी विधायकों को मिल चुका है सरकारी पद

भाजपा प्रदेश अध्‍यक्ष- किरण देव (जगदलपुर)

विधानसभा अध्‍यक्ष- डॉ. रमन सिंह (राजनंदगांव)

मुख्‍यमंत्री- विष्णुदेव साय (कुनकुरी)

उप मुख्‍यमंत्री- अरुण साव (लोरमी) विजय शर्मा (कवर्धा)

मंत्री- बृजमोहन अग्रवाल (रायपुर शहर दक्षिण) राम विचार नेताम (रामानुजगंज) लखनलाल देवांगन (कोरबा) दयालदास बघेल (नवागढ़) श्याम बिहारी जायसवाल (मनेन्द्रगढ़) लक्ष्मी राजवाड़े (भटगांव) ओम प्रकाश चौधरी (रायगढ़) केदार कश्यप (नारायणपुर) टैंक राम वर्मा (बलौदाबाजार)

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